AIN NEWS 1: जैसा की आप सभी जानते हैं श्री राम जन्मभूमि मंदिर (Ram Mandir) के गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठित होने वाले श्री रामलला की मूर्ति का निर्माण पूजन अर्चन के बाद अयोध्या (Ayodhya) में काफ़ी दिनो से शुरू हो गया है. इसके लिए रामलला की 3 मूर्तियां बनाई जा रही हैं, जिसमें से दो तो कर्नाटक (Katnataka) के मूर्तिकार ही तैयार कर रहे हैं. और यह पत्थर भी कर्नाटक से लाए गए हैं, जबकि राम लला की एक मूर्ति राजस्थान (Rajasthan) के पत्थरों से वहीं के मूर्तिकार ही तैयार कर रहे हैं.इस ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अब पूरी तरह से साफ कर दिया है कि इस दिसंबर तक राम लला मंदिर का प्रथम तल और उसकी साज-सज्जा पूरी तरह से तैयार हो जाएगी, क्योंकि मकर संक्रांति यानि 15 जनवरी 2024 आने में केवल 15 दिन ही शेष रहेंगे. 14 जनवरी के बाद जब सूर्य उत्तरायण में होंगे उसी के बाद में मकर संक्रांति से प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजन अर्चन भी शुरू हो जायेगी और उसी समय पर राम लला की प्राण प्रतिष्ठा भी यहां पर होगी. मन्दिर के प्रथम तल का निर्माण होने के बाद मंदिर के द्वितीय और तृतीय तल का निर्माण कार्य इसी प्रकार से निरंतर चलता रहेगा. रामलला के मंदिर के गर्भगृह तक पहुंचने के लिए ही कुल 34 सीढ़ियां होगी और वृद्धजनों के लिए यहां लिफ्ट की भी उचित व्यवस्था होगी.
जान ले अभी तीन मूर्तियां हो रही हैं तैयार
राम मंदिर के लिए अभी फिलहाल तीन मूर्तियां बनाई जा रही हैं. इनमें से एक मूर्ति कर्नाटक के प्रसिद्ध मूर्तिकार डॉ गणेश भट्ट और उनके शिष्य विपिन भदोरिया द्वारा बनाई जा रही है. ये मूर्तिकार कर्नाटक से आए हुए पत्थर से ही रामलला की भव्य मूर्ति बना रहे हैं वहीं दूसरी मूर्ति का निर्माण भी कर्नाटक के पत्थर से ही किया जा रहा है जो जाने-माने मूर्तिकार अरुण योगिराज द्वारा तैयार की जा रही हैं. इसके अलावा रामलला की तीसरी मूर्ति भी राजस्थान से लाए गए पत्थरों से बन रही है जिसको जयपुर के मूर्तिकार सत्यनारायण पांडे और उनके बेटे द्वारा तैयार किया जा रहा हैं. इसी के साथ ही इस मंदिर के परकोटे के बाहर बनने वाले 7 अन्य मंदिरों पर भी काफ़ी चर्चा शुरू हो गई है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि रामलला की मूर्ति का निर्माण कार्य अब प्रारंभ हो गया है अलग-अलग पत्थरों पर यह मूर्ति बनाई जा रही है. जिनमें दो मूर्तियां कर्नाटक के पत्थर से बन रही है और एक मूर्ति मकराना के क्लास वन क्वालिटी के मार्बल से बनाई जा रही है. यह तीनों मूर्तियां अयोध्या में ही बनाई जा रही हैं. तीनों लोगों ने ही अपना अलग-अलग पूजन किया है. निर्धारित समय में ये मूर्तियां बनकर तैयार भी हो जाएंगी.
जान ले दिसंबर तक प्रथम तल बनकर हो जाएगा पूरी तरह तैयार
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा है, की दिसंबर तक रामलला के मंदिर का प्रथम फ्लोर बनकर पूरी तरह तैयार हो जाएगा और उसकी फिशिंग भी पूरी हो जाएगी. एक बार फिर राम मंदिर ट्रस्ट ने पूरी तरह से साफ कर दिया है कि जनवरी 2024 में रामलला के गर्भ गृह में उनकी प्राण प्रतिष्ठा अच्छी तरह से हो जाएगी. प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम मकर संक्रांति यानि 15 जनवरी 2024 से ही शुरू हो जाएगा. प्रथम तल तैयार होने के बाद दूसरे और तीसरे तल के लिए भी काम लगातार चलता रहेगा और इसमें किसी भी प्रकार की रुकावट नहीं आएगी. ग्राउंड फ्लोर पर गर्भगृह तक पहुंचने के लिए कुल इसमें कुल 34 सीढ़ियां होंगी हालांकि बुजुर्गों के लिए भी उनकी सुविधा के तौर पर लिफ्ट की भी व्यवस्था मंदिर में होगी.
उत्तर प्रदेश राजनीति: योगी आदित्यनाथ बोले सोशल मीडिया का ‘ हो रहा दुरुपयोग, इस स्थिति में डिजिटल क्रांति…’
Ganga Dussehra 2023: आज स्नान पर्व, श्रद्धालुओं से पूरी तरह से पैक हरिद्वार; सवेरे से ही आस्था की डुबकी लगा रहे सभी भक्त!
क्या TV के शोर इतना था के दब गईं मासूम साक्षी की चीखें ? लेकीन आखिर क्यों तमाशबीन बने रहे आस पास के लोग?