AIN NEWS 1: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश की राजनीति में लंबे समय से प्रभावशाली भूमिका निभाने वाले मोहम्मद आज़म खान की कानूनी परेशानियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। पिछले कुछ वर्षों में उनके खिलाफ दर्ज कई पुराने और नए मामलों में तेजी से सुनवाई हुई है, और अब अदालतें एक-एक करके अपने फैसले सुना रही हैं। ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 12 मामलों में अदालतों ने फैसला सुरक्षित किया है, जिनमें से 7 मामलों में आज़म खान को सजा सुनाई जा चुकी है, जबकि 5 मामलों में उन्हें बरी कर दिया गया है।
इन फैसलों ने न केवल आज़म खान की राजनीतिक स्थिति को प्रभावित किया है, बल्कि उनके परिवार को भी गंभीर कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर उनका बेटा अब्दुल्लाह आज़म, जो खुद भी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के लिए जाना जाता है, कई मामलों में उलझा हुआ है।
ताज़ा मामला: दो PAN कार्ड रखने का आरोप
सोमवार को आए ताज़ा फैसले में अदालत ने आज़म खान और उनके बेटे अब्दुल्लाह आज़म दोनों को 7-7 साल की सजा सुनाई है। यह मामला दो अलग-अलग पैन कार्ड बनवाने और उनका इस्तेमाल करने से जुड़ा था। आयकर विभाग के दस्तावेज़ों में गड़बड़ी करने और पहचान से संबंधित तथ्यों को छुपाने के आरोपों के आधार पर यह मामला दर्ज किया गया था।
अदालत ने सुनवाई के दौरान माना कि दो पैन कार्ड बनवाना और उनका वित्तीय गतिविधियों में इस्तेमाल करना कानून का गंभीर उल्लंघन है। कोर्ट ने इसे जानबूझकर की गई धोखाधड़ी माना और दोनों को सख्त सजा सुनाई।
आजम खान के खिलाफ दर्ज मामले कैसे बढ़े?
आजम खान के राजनीतिक करियर के दौरान कई विवाद सामने आए। रामपुर में उनकी राजनीतिक पकड़ बेहद मजबूत रही है, लेकिन इसी दौरान उन पर जमीन कब्जे, सरकारी कामकाज में बाधा डालने, फर्जी कागज़ात बनवाने जैसे कई आरोप लगे। जब सत्ता परिवर्तन हुआ, तो इन मामलों की जांच तेज़ हुई और धीरे-धीरे दर्जनों मुकदमे उनकी सूची में जुड़ते चले गए।
उन पर लगे कई मामलों में अदालतें लगातार फैसले सुना रही हैं। कुछ मामलों में उन्हें राहत मिली है, लेकिन कई में उनकी कठिनाइयां बढ़ी हैं।
अब तक के फैसले: क्या-क्या हुआ?
नीचे आज़म खान के खिलाफ आए फैसलों की संक्षिप्त जानकारी दी जा रही है:
1. कुल फैसले – 12
अब तक 12 मामलों में अदालतें सुनवाई पूरी कर चुकी हैं और अंतिम फैसला दे चुकी हैं।
2. सजा – 7 मामलों में
सात मामलों में उन्हें दोषी पाया गया है। आरोपों में जमीन कब्जा, सरकारी रिकॉर्ड में छेड़छाड़, चुनाव से जुड़ी अनियमितताएं और अब पैन कार्ड का मामला शामिल हैं।
3. बरी – 5 मामलों में
पांच मामलों में सबूतों के अभाव या कानूनी आधार कमज़ोर होने की वजह से उन्हें राहत मिली है।
अब्दुल्लाह आज़म की मुश्किलें
आजम खान के बेटे अब्दुल्लाह आज़म भी कई मामलों में आरोपी हैं। ताज़ा पैन कार्ड मामले में उन्हें भी 7 साल की सजा सुनाई गई है। इससे उनकी राजनीतिक करियर की राह और भी कठिन हो सकती है।
पहले भी उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द हो चुकी है क्योंकि उन पर उम्र संबंधी दस्तावेज़ों में गड़बड़ी का आरोप साबित हुआ था।
राजनीतिक प्रभाव: क्या बदलेगा?
आजम खान का नाम यूपी की राजनीति में हमेशा विवाद और प्रभाव दोनों के साथ जुड़ा रहा है। रामपुर में उनकी पकड़ बेहद मजबूत रही है।
लेकिन लगातार मिल रही सजाओं ने उनके राजनीतिक भविष्य पर अनिश्चितता बढ़ा दी है। यदि आगे भी मामलों में सख्त फैसले आते रहे, तो न केवल उनका बल्कि उनके परिवार का राजनीतिक प्रभाव भी काफी हद तक कम हो सकता है।
सपा भी इस स्थिति में कुछ कह पाने की स्थिति में नहीं दिखती। पार्टी नेतृत्व ने कई बार आज़म खान के लिए सहानुभूति जताई है, लेकिन कानूनी दायरों में फंसे मामलों से बाहर निकलना आसान नहीं होगा।
आगे क्या?
अदालतों में अभी भी आज़म खान के खिलाफ कई मामले लंबित हैं। यदि इनमें भी दोष साबित होता है, तो सजा और बढ़ सकती है, और यह उनके राजनीतिक भविष्य के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।
दूसरी ओर, उनके वकील लगातार यह दावा करते रहे हैं कि अधिकांश मामले राजनीतिक प्रेरणा से दर्ज किए गए हैं और कानूनी लड़ाई पूरी मजबूती से जारी रहेगी।
फैसले के खिलाफ अपील करने की संभावना भी जताई जा रही है।
आजम खान के खिलाफ आए ताज़ा फैसले ने यह साफ कर दिया है कि उनके सामने कानूनी चुनौती अभी खत्म नहीं हुई है। कोर्ट द्वारा दो पैन कार्ड रखने और इस्तेमाल करने के मामले में 7 साल की सजा सुनाना उनके लिए बड़ा झटका है।
इसके साथ ही 12 मामलों में फैसले और 7 में सजा का रिकॉर्ड यह दिखाता है कि आने वाले समय में उनका कानूनी और राजनीतिक सफर और कठिन हो सकता है।
Senior Samajwadi Party leader Azam Khan, along with his son Abdullah Azam, has been convicted in a dual PAN card fraud case, adding to the series of legal setbacks he has faced in recent years. With courts now delivering judgments in 12 different cases, Azam Khan stands convicted in seven, while he has been acquitted in five. This detailed report highlights the latest developments in Uttar Pradesh politics, the legal implications of the convictions, and how these verdicts impact the political future of the influential SP leader. Important keywords: Azam Khan case, Abdullah Azam, dual PAN card misuse, UP court verdict, Samajwadi Party news, UP politics.



















