इस देश में रफ्तार पकड़ रहा है सेक्स टूरिज्म
भारत की लड़कियां इस देश के सेक्स टूरिज्म में फंसी
नेपाल-पाकिस्तान की लड़कियों को भी लुभा रहा है सेक्स टूरिज्म
AIN NEWS 1: सेक्स टूरिज्म दुनियाभर के पर्यटन उद्योग की हकीकत है। दरअसल, कई देशों में देह व्यापार को कानूनी मान्यता प्राप्त है। ऐसे में इन देशों में सैलानी बड़ी संख्या में जाते हैं और घूमने से ज्यादा सेक्स के लिए जाना उनका मकसद होता है। लेकिन अब एक अफ्रीकी देश के सेक्स टूरिज्म में भारतीय लड़कियां भी फंसती जा रही हैं। ये देश है केन्या और यहां पर नौकरी का प्रस्ताव देकर भारतीय लड़कियों को शरीर बेचने के धंधे में धकेला जा रहा है। यहां लड़कियों से कहा जाता है कि कई गुना ज्यादा वेतन पर शानदार जीवन जीने का मौका मिलेगा। केन्या जाकर उन्हें पता चलता है कि काम है केन्या के नाइट क्लब में नाचना जिसे सांस्कृतिक नृत्य का नाम दिया जाता है।
मजबूर लड़कियों को फंसाते हैं एजेंट
इन लड़कियों को नौकरी के ऑफर के बारे में केवल मौखिक तौर पर बताया जाता है। किसी तरह के अनुबंध के दस्तावेज ना तो दिखाए जाते हैं और ना ही उन पर दस्तखत कराए जाते हैं। इनका निशानी होती हैं ऐसी लड़कियां जो गरीब घर से हैं और जिनके पास कमाई के साधन नहीं है। इनको ये दलाल लुभावने सपने दिखाकर केन्या ले जाते हैं और 600 डॉलर तनख्वाह वाली नौकरी दिला देते हैं जिसमें वेतन के अलावा रहने, खाने पीने और ट्रांसपोर्ट का फ्री इंतजाम का वादा होता है।
केन्या पहुंचकर मालूम चलती है हकीकत
केन्या पहुंचकर लड़कियों को पता चलता है कि ये कोई कल्चरल डांस नहीं है बल्कि आदमियों से भरे नाइटक्लब में रात नौ बजे से सुबह चार बजे तक नाचने का काम है। इन्हें बॉलीवुड जैसा लटके झटकेदार डांस करना पड़ता है। लेकिन ये केवल पहला धोखा नहीं होता है। फ्री ट्रांसपोर्ट के नाम पर केवल फ्लैट से क्लब तक जाने की सुविधा थी। यहां तक की लड़कियों के पास पासपोर्ट और फोन तक नहीं छोड़े जाते।
भारत, नेपाल, पाकिस्तान की लड़कियां केन्या के नाइटक्लबों में फंसी
भारत, नेपाल और पाकिस्तान की लड़कियां बड़ी संख्या में केन्या के नाइटक्लबों में फंसी हुई हैं। सबको एडल्ट्स के एंटरटेनमेंट वाले क्लबों में बॉलीवुड वाले अंदाज में डांस करना था। इनमें से ज्यादातर लड़कियों गैरकानूनी ढंग से केन्या में ऐसे काम पर लगाई गई हैं। ये हाल अकेले केन्या का नहीं है बल्कि उसके पड़ोसी तंजानिया का भी है। ये कहानी तब सामने आई जब पुलिस की छापेमारी में इस तरह के काम में फंसी लड़कियों को आजाद कराया गया। इसके बाद क्लब के मालिकों पर मानव स्मगलिंग से जुड़े मामले दर्ज किए गए।
गरीबी ने बढ़ाया सेक्स टूरिज्म
भारत के महाराष्ट्र की तरह केन्या के भी कई शहरों में ऐसे डांस बार या नाइटक्लब खुल गए हैं। राजधानी नैरोबी, मोम्बासा और किसुमू में ऐसे डांस बार बड़ी संख्या में हैं। इन क्लबों में लड़कियों को सेक्स के लिए गुलाम बनाकर भी रखा जाता है। महिलाओं को शुरूआत में एडवांस रकम दी जाती है और फिर उस कर्ज के बदले उनसे उत्तेजक डांस करवाया जाता है। कुछ मामलों में उन्हें क्लाइंट के साथ सेक्स करने के लिए मजबूर किया जाता है। पीड़ित महिलाओं को डराया जाता है कि अगर वो सेक्स के बारे में कुछ बोलेंगी तो उन्हें देह व्यापार के आरोप में गिरफ्तार किया जाएगा।
केन्या की महिलाएं और लड़कियां भी सेक्स टूरिज्म का हिस्सा
केन्या में बड़ी संख्या में स्थानीय महिलाओं और लड़कियों को भी सेक्स कारोबार में लगाया जाता है। केन्या में सेक्स टूरिज्म कारोबार के तौर पर फल फूल रहा है। वहां पर करीब सवा 3 लाख लोग गुलामी की जिंदगी जी रहे हैं।
मुजरा बार में पुलिस की छापेमारी
छापेमारी से ये भी पता चला है कि केन्या में तस्करों के काम करने के तरीका क्या है? विदेशों में इनके एजेंट हैं जो महिलाओं की भर्ती करते हैं। कल्चर डांसर के रूप में नौकरी दी जाती है जिसमें एक महीने की तनख्वाह एडवांस में दी जाती है। लेकिन जैसे ही वो यहां पहुंचती हैं वैसे ही उनकी आवाजाही पर रोक लगा दी जाती है। उनसे भौंडा और यौन उत्तजेना पैदा करने वाला डांस करवाया जाता है और अक्सर उन्हें ग्राहकों के साथ सेक्स करने के लिए मजबूर किया जाता है।
लड़की को आइटम कहा था! अब कोर्ट ने भेजा जेल। कहा आइटम जैसे शब्द यौन शोषण की श्रेणी में आते हैं।
टिप के लालच में कमाई बढ़ाने का लालच दिया
महिलाओं को लालच दिया गया था कि अगर वो हर रात अच्छे से डांस करेंगी तो उन्हें हर महीने 4 हज़ार डॉलर तक टिप मिल सकती है। यानी सैलरी से करीब 7 गुना ज्यादा टिप। लेकिन ये टिप भी लड़कियों को ना देकर उनके बॉस को दे दी गई। टॉप परफॉर्मेंस वाली लड़कियां टारगेट पूरा करने पर 500 डॉलर तक बोनस हासिल कर पाईं। लड़कियों को इस ढंग से रखा जाता था कि उन्हें कभी कमरे और क्लब की सटीक लोकेशन तक मालूम नहीं चली।