AIN NEWS 1 गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के जनपद में मेरठ रोड और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के पास अब नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जायेगे। महायोजना-2031 में ही उद्योगों के लिए सर्वाधिक जमीन मुरादनगर के सरना, यूसुफपुर मनोटा, शोभापुर, दुहाई बसंतपुर सैंतली के साथ साथ मधुबन बापूधाम से सटे मोरटा, मैनापुर में भी शामिल है। यहां नए उद्योगों को लगाने के लिए लगभग 500 हेक्टेयर जमीन अब तक चिह्नित की गई है।वहीं, दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे से ही सटे मोदीनगर के भोजपुर, बेगमाबाद, बिसोखर, सीकरी खुर्द सिखेड़ा हजारी में भी बड़ी संख्या में औद्योगिक भूखंड को चयनित किए गए हैं। ऐसे में होने वाले ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में निवेश करने वाले उद्यमियों ने इन क्षेत्रों में अब जमीन का चुनाव शुरू कर दिया है। इसके अलावा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से सटे शाहपुर बम्हेटा, गालंद के अलावा अर्थला, साहिबाबाद, कडक़ड़ मॉडल में भी विकसित होने वाले नए औद्योगिक क्षेत्र में उद्यमियों ने अपने लिऐ जमीन की तलाश शुरू कर दी है। महायोजना में चिह्नित जमीन की खरीद के लिए उद्यमी सीधे किसानों और आम लोगों से ही संपर्क कर अब जमीन खरीद सकेंगे। इस महायोजना पर शासन की मुहर के लगते ही निर्माण संबंधी गतिविधियां काफ़ी तेज़ी से शुरू हो जाएंगी।
जाने लोनी पचायरा व आलियाबाद में 500 एकड़ जमीन
उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) के समिट में लगभग 17278 करोड़ के कुल 78 प्रस्ताव अब तक आए थे। ऐसे में यूपीसीडा की ओर से लोनी क्षेत्र के पचायरा और आलियाबाद में पहले ही 250-250 एकड़ जमीन को चिह्निïत की है। पचायरा में इन निवेशकों को जमीन के आवंटन से पहले औद्योगिक क्षेत्र में काफ़ी विकास कार्य किए जाने हैं। ऐसे में विकास कार्यों में तेजी लाने की रणनीति पर अब जोरो से काम जारी है।
अब तक कुल 695 निवेशकों ने की भूमि की मांग
इस ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में अब तक 125412.98 करोड़ के कुल 3415 निवेश प्रस्ताव रखे गए थे। इनमें से 3271 निवेशकों के 109411.02 करोड़ के निवेश प्रस्तावों के सहमति पत्र पर अब तक हस्ताक्षर भी हुए थे। समिट में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (एमएसएमई) सेक्टर में सबसे ज्यादा 2269 निवेश के प्रस्ताव ही आए हैं। उद्योग उपायुक्त कार्यालय की ओर निवेश करने वाले 1070 निवेशकों से विभागीय स्तर से भी संपर्क किया गया है। विभागीय सर्वे में 695 निवेशकों ने अब तक इकाई लगाने के लिए भूमि की मांग की है। जबकि 28 निवेशकों के पास खुद की जमीन होने से उन्होंने अपना काम भी शुरू कर दिया है। बेहतर कनेक्टिविटी की वजह से अधिकांश निवेशकों की ओर से मेरठ रोड और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे के पास ही जमीन की मांग की जा रही है।
जाने मेरठ रोड बनी हैंडलूम व टैक्सटाइल निवेशकों की पहली पसंद
मेरठ रोड के आसपास ही हैंडलूम व टैक्सटाइल के लिए अब तक 593 निवेशकों की ओर से मेरठ रोड व मोरटा के आसपास की जमीन खरीद में पहली प्राथमिकता दी गई है। ऐसे में सर्वाधिक लैंड बैंक इन क्षेत्रों में होने से इस सेक्टर के निवेशकों की जमीन संबंधी मांग अब जल्द पूरी हो सकती है।
जाने उद्यमियों को दिया यह जमीन का ब्योरा
उद्योग उपायुक्त श्रीनाथ पासवान का कहना है कि उद्यमियों को महायोजना में औद्योगिक क्षेत्र के लिए चिह्नित किए गए क्षेत्रों का ब्यौरा अब उपलब्ध करा दिया गया है। ऐसे में सभी उद्यमी अब भूखंड स्वामियों से खुद भी संपर्क कर सकते हैं।