AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड ने सीतापुर में तैनात एक ऐसे सिपाही के खिलाफ लखनऊ के हुसैनगंज थाने में ही कूटरचित दस्तावेज लगा कर, फर्जीवाड़ा करने सहित कई और गंभीर धाराओं में एक केस दर्ज कराया है। इस आरोपी सिपाही संतोष कुमार के खिलाफ पिछले साल अगस्त में ही एक शिकायत हुई थी। जिसकी जांच कमेटी ने जब अच्छे से जांच किया तो उसके पास उसके ही दो-दो दस्तावेज होने का भी खुलासा हुआ। जिसके बाद ही बोर्ड के अपर पुलिस अधीक्षक आलोक कुमार जायसवाल ने उसके खिलाफ़ एक मुकदमा दर्ज कराया है।मूलरूप से यह पीलीभीत के भगवंतपुर का रहने वाला है संतोष कुमार इसने पुलिस आरक्षी एवं पीएसी के पदों की सीधी भर्ती 2015 में ही आवेदन किया था। इसमें उसका चयन भी हो गया। वर्तमान में उसकी तैनाती सीतापुर थाने में है। 22 अगस्त 2022 को आनंदपुर उर्फ भगवंतपुर के किशन लाल ने सीधी भर्ती बोर्ड को एक शिकायती पत्र भेजा। जिसमें संतोष के पास शैक्षिक, जन्म व जाति प्रमाण के दो-दो प्रति होने की इसमें शिकायत की। जिसकी जानकारी होने पर ही भर्ती बोर्ड के अधिकारियों ने एक कमेटी का गठन किया। जिसमें इनकी पूरी तरह से शिकायत सही पाई गई।
बता दें इनके पास से मिले दस साल के अंतर पर दो प्रमाण पत्र
कमेटी की जांच में यह भी सामने आया कि संतोष कुमार के पास में दो-दो प्रमाण पत्र हैं। संतोष ने हाईस्कूल 2003 व इंटर की परीक्षा 2005 में ही पास किया है। वहीं उसके जन्म प्रमाण में भी 8 अप्रैल 1986 दर्ज है। जबकि संतोष ने जो प्रमाण पत्र अपने भर्ती होने के लिए लगाया है। उसमें जन्मतिथि 16 जुलाई 1996, हाईस्कूल 2013 और इंटर की परीक्षा 2015 में पास ही दिखाया गया है। वहीं उसने यहां पिछड़ी जाति का प्रमाण पत्र लगाया जबकि शिक्षा विभाग से रिटायर उसके पिता के अभिलेखों में अनुसूचित जाति का एक प्रमाण पत्र लगा है। हुसैनगंज पुलिस ने आरोपी के पीलीभीत का होने के कारण मामले को वहा ट्रांसफर करने के लिए अपनी रिपोर्ट भी मुख्यालय भेज दी है।
यह डिरेलमेंट की सरकार, रेल हादसे पर केंद्र पर भड़के कांग्रेस सांसद मणिकम
लोनी बॉर्डर थाने के 35 पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज करने का आदेश