चीन में बढ़ गई बेरोजगारी
2 करोड़ युवा बेरोजगार
1.16 करोड़ जॉब मार्केट में एंट्री को तैयार
AIN NEWS 1: बता दें चीन में कोरोना महामारी के कहर से अर्थव्यवस्था के पस्त होने का असर अब भयंकर छंटनी और बेरोजगारी के तौर पर सामने आ रहा है। चीन में युवा कर्मचारियों के लगातार बेरोजगार होने से हालात गंभीर होते जा रहे हैं। कोरोना महामारी के नए वैरिएंट BF.7 की वजह से चीन की युवा बेरोजगारी दर नई ऊंचाई पर पहुंच गई है। सरकारी आंकड़ों पर आधारित अनुमानों के मुताबिक फिलहाल 16 से 24 साल के बीच के करीब 2 करोड़ चीनी युवा नागरिक शहरों और कस्बों में बेरोजगार हैं। इस रिपोर्ट में ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी के आंकड़ों को शामिल नहीं किया गया है। नौकरी की योग्यता रखने वाले 5 चीनी नागरिकों में से एक गंभीर बेरोजगारी के चलते नौकरियों से बाहर है जिसकी वजह कोविड को माना जा रहा है।
कोरोना ने मचाया कहर
इस बेरोजगारी की वजह कोरोना के नया वैरिएंट है जिसने सामान्य जन जीवन को ठप कर दिया और चीन को आर्थिक गिरावट का सामना करना पड़ रहा है। इससे चीन में काम कर रही दिग्गज कंपनियां अपने कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं। दुनिया की टॉप स्मार्टफोन मेकर्स में शामिल शाओमी ने भी अपने कर्मचारियों की छंटनी की है। कामकाज के तरीकों में बदलाव से कंपनी के करीब 10 फीसदी कर्मचारी प्रभावित हुए हैं। 2022 के पहले 9 महीनों में शाओमी ने अपने रोजगार में करीब 1900 लोगों की छंटनी की थी। कंपनी के 35 हज़ार परमानेंट कर्मचारियों में से सितंबर के आखिर तक ज्यादातर चीन में काम कर रहे थे। चीन की जीरो कोविड टॉलरेंस पॉलिसी के चलते कंपनी के रेवेन्यू में 10 फीसदी की कमी आई थी।
चीन में रिकॉर्ड स्तर पर बेरोजगारी दर
इस बीच चीन में बेरोजगारी दर लगातार नए रिकॉर्ड बना रही है। मार्च में चीन में बेरोजगारी दर 15.3 फीसदी। अप्रैल में 18.2 फीसदी, जुलाई में 19.9 परसेंट पर पहुंच गई। अगस्त में ये दर थोड़ी कम होकर 18.7 फीसदी पर आ गई। नवंबर में शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक आने वाले साल में 11.6 मिलियन कॉलेज स्नातकों के जॉब मार्केट में एंट्री करने का अनुमान है जिससे हालात बद से बदतर हो सकते हैं। चीन में युवा लोग 40 साल के सबसे बड़े रोजगार संकट का सामना कर रहे हैं। ऐसे में चीन के लिए कोरोना का मौजूदा संकट आने वाले दिनों में बड़े बेरोजगार संकट का सबब बन सकता है।