जानिये क्या है एरिस ? नए कोविड वैरिएंट से दुनिया में हो रही है महामारी की आशंका, क्या है इसके लक्षण, कैसे है इसके बचाव?
पहले कोरोना ने दुनिया मे अपना पैर पसारा फिर ओमिक्रॉन ने लोगो को डराया और अब एरिस ने भी दुनिया में कदम रख लिया है बता दे कि ब्रिटेन में एरिस काफी तेजी से फैल रही है और अभी काफी देश ऐसे है जहा अभी भी कोरोना का खतरा है वहा के लोगो के अन्दर अभी भी खौफ है.
जी हा अब दुनिया में नया कोविड वैरिएंट एरिस या ईजी 5.1 सामने आ गया है . इसको लेकर के पूरी दुनिया मे एक बार फिर से महामारी कोविड वैरिएंट की लहर आने की आशंका जताई जा रही है आपको बता दे कि ये वायरस ब्रिटेन में बहुत तेजी से अपना पैर पसार रहा है
क्या है एरिस महामारी
कोविड-19 का एक नया वेरिएंट, एरिस तेजी से फैल रहे ओमिक्रॉन से आया है, और इसने स्वास्थ्य एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है. समाचार एजेंसी पीटीआई ने इंग्लैड में स्वास्थ्य अधिकारियों के हवाले से बताया कि वेरिएंट ईजी.5.1 को Eris कहा जा रहा है और इसे पहली बार पिछले महीने यूके में डिटेक्ट किया गया था और अब यह तैजी से फैल रहा है रिपोर्ट के जानकारी के मुताबिक आपको बता दे किय यूके स्वास्थय सुरक्षा ऐजंसी ने बताया कि पहले देश मे कोरोना ने अपने आतंको से लोगो को प्ररेशान किया है और नया वेरियट ऐरिस ने अपना पैर पसार लिया है बता दे कि एक ईजी.5.1 का मामला है. लेटेस्ट डेटा से पता चलता है कि यह अब 14.6% मामलों के लिए जिम्मेदार है – इस तरह यह यूके में दूसरा सबसे ज्यादा प्रचलित वेरिएंट बन गया है।
अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह नया कोविड वेरिएंट एरिस भारत में महामारी की एक और लहर का कारण बन सकता है. कई विशेषज्ञों ने खुलासा किया है कि इस नए वेरिएंट की भारतीय आबादी में फैलने की संभावना बहुत कम है. बता दे कि इस वायरस ने दुनिया में कदम तब रखा है जब पहले से ही अस्पताल मे लोगो की भीड़ लगई हुई है पहले से ही डेगू ने अपना अतक फेला रखा है और अब ऐरिस ने अपना कदम रख रहा। जब देश अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या बढ़ने से जूझ रहा है. खराब मौसम और लोगों की कमजोर होती इम्यूनिटी ने इसे और बढ़ा दिया है. उन्होंने ओमिक्रॉन, आर्कटुरस और एरिस के सबवैरिएंट से कोविड की एक और बड़ी लहर आने की आशंका की चेतावनी दी है. एरिस के संक्रमण के अंतरराष्ट्रीय मामलों, विशेष रूप से एशियाई इलाकों में भी तेजी से बढ़ रहे हैं. इसके बाद यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी एरिस के पनपने के तरीके की बारीकी से निगरानी कर रही है. 10 जुलाई से शुरू होने वाले हफ्ते में ब्रिटेन के लगभग 11.8 फीसदी कोविड मामलों की पहचान एरिस संक्रमण के रूप में की गई थी. ताजा डेटा से पता चलता है कि यह आंकड़ा सभी मामलों के चिंताजनक 14.6 फीसदी तक पहुंच गया है. इसके कारण विश्व स्वास्थ्य संगठन ने निगरानी के लिए वैरिएंट की अपनी सूची में ईजी.5.1 जोड़ लिया है.
क्या है इसके लक्षण
बता दे कि एरिस के बहुत अहम लक्षणा है जैसे नाक बहना, सिरदर्द, थकान हल्के से गंभीर तक छींक आना और गले में खराश आदि शामिल है. डाक्टर के अनुसार ये सारे लक्षण एरिस के बताऐ जा रहे है
कैसे है इसके बचाव
एरिस के लक्षण आग किसी व्यक्ति को है तो इससे दूरी बना कर रखे और माक्स का प्रयोग करें। हर थोड़ी देर मे आपने हाथो को साफ करें. इस वेरिएंट के प्रति हमेशा सर्तक रहें और कोविड प्रोटोकॉल का प्रयोग करें.