AIN NEWS 1 नई दिल्ली: जैसा कि आप सभी जानते है अगले माह सितंबर में ही ग्रुप ट्ववेटी देशों का एक शिखर सम्मेलन होने जा रहा है. जी20 (G20 Summit) देशों के इस पूरे शिखर सम्मेलन को लेकर सभी तैयारियां पूरे जोर शोर से चल रही हैं. जान ले 8 से 10 सितंबर तक आयोजित होने वाले इस सम्मेलन को लेकर ही दिल्ली पुलिस और सभी संबंधित सुरक्षा एजेंसियां अपना फुलप्रूफ सिक्योरिटी इंतजाम भी करने में पूरी तरह से जुटी हैं. 7 सितंबर को ही जी20 देशों, यूरोपीय संघ (European Union) और कई सारे देशों के राष्ट्राध्यक्ष नई दिल्ली मे पहुंच रहे हैं. इन सभी का अच्छे से ध्यान रखते हुए ट्रैफिक मूवमेंट को लेकर भी काफ़ी ज्यादा खास इंतजाम किए जा रहे हैं. ऐसे में इन सभी देशों की ओर से भी अपने अपने वाहनों को ही नई दिल्ली लाने का प्रस्ताव भी रखा है जिसमें दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने इन वाहनों की संख्या में कुछ कटौती करने का भी अनुरोध किया है.इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित हुईं एक रिपोर्ट के मुताबिक ही अमेरिका (US) की ओर से लगभग 76-80 गाड़ियों को लाने का इसमें प्रस्ताव रखा गया था. वहीं, चीन (China) भी अपने 46 वाहनों को लाने का प्रस्ताव दे चुका है. इसके अलावा भी दूसरे अन्य देशों की ओर से अपने अपने वाहनों को दिल्ली लाने का प्रस्ताव भी दिया गया है. इसके साथ ही तुर्किये, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), फ्रांस और यूरोपीय संघ भी अपने वाहन यहां पर लाने का प्रस्ताव दे रहे हैं. ऐसे में इन सभी वाहनों के काफिले की फूलप्रूफ सुरक्षा का इंतजाम करने की एक बड़ी चुनौती भी दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के सामने खड़ी रहेगी.दिल्ली पुलिस ने इन वाहनों के इतने बड़े काफिले के चलते होने वाली परेशानियों के मद्देनजर ही एक प्रस्ताव भी दिया है. इस प्रस्ताव में दिल्ली पुलिस की ओर से अमेरिका और चीन के वाहनों के काफिले में भी कुछ कटौती करने का आग्रह किया गया है. इस पूरे प्रस्ताव के बाद ही विदेश मंत्रालय की ओर से अपने अतिथि देशों को अवगत करा दिया गया है. इसके बाद अतिथि देशों ने इस पर अपनी सहमति भी जताई है.आधिकारिक सूत्र बताते हैं कि इस पूरे मामले पर चर्चा करने के बाद ही अमेरिका 60 वाहनों को दिल्ली लाने पर सहमत हुआ है. वहीं, चीन के साथ अभी भी वार्तालाप जारी है. जल्द ही इस पर भी सहमति बनने की पूरी उम्मीद है. दिल्ली पुलिस के प्रतिनिधि ने मीटिंग के दौरान ही बताया है कि उन्होंने सिक्योरिटी इंतजामों के साथ-साथ ट्रैफिक से जुड़े सभी इंतजाम भी किए हैं. लेकिन वाहनों की संख्या को भी देखते हुए उसमें कुछ कटौती की भी जरूरत महसूस की गई. इससे संबंधित एक प्रस्ताव भी विदेश मंत्रालय को दिया गया था. इस प्रस्ताव में अमेरिका को अपने सभी वाहनों की संख्या में करीब 25 और चीन में 20 वाहनों की कटौती करने का यहां आग्रह किया गया.बताते चलें कि जी20 इस शिखर सम्मेलन में शामिल होने वाले वीवीआईपी मूवमेंट और वाहनों की आवाजाही को लेकर भी सभी तरह से सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. इस सभी को रिव्यू करने को लेकर एक मीटिंग भी की गई थी. यह मीटिंग भी विदेश मंत्रालय के प्रोटोकॉल प्रमुख की अध्यक्षता में की गई थी. इसमें गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, खुफिया ब्यूरो और अन्य स्टैकहोल्टर्स के सभी सीनियर अफसरों ने हिस्सा लिया था.जी20 सम्मेलन में ही शिरकत करने वाले अतिथि देशों से आने वाले सभी प्रतिनिधिमंडल को ठहराने के लिए भी खास इंतजाम किए जा रहे हैं. इसको लेकर भी विदेश मंत्रालय ने दिल्ली -एनसीआर में कुल 16 होटलों की पहचान की है. इन होटलों के रूट को लेकर भी पूरी तरह से फूलप्रूफ सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं. वहीं, शिखर सम्मेलन से पहले ही फुल ड्रेस कारकेड रिहर्सल का आयोजन भी किया जाएगा.
इस बीच अगर देखा जाए तो 8 से 10 सितंबर तक होने जा रहे जी20 शिखर सम्मेलन के चलते ही पूरी राजधानी के सभी सरकारी, गैर सरकारी दफ्तरों को भी बंद रखने के साथ-साथ सभी स्कूलों में भी छुट्टी रखने का आदेश जारी किया जा चुका है. यानी 8-10 सितंबर तक कुल 3 दिन दिल्ली के स्कूल, कॉलेज और दफ्तर सभी पूरी तरह से बंद रहेंगे.