AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के ही बरेली जिले के मीरगंज के एसडीएम को अपने ही इलाके की समस्याओं को सुनना शायद बिलकुल पसंद नहीं है। इसीलिए शुक्रवार को मंडनपुर का ग्रामीण जब अपनी फरियाद लेकर उनसे मिलने उनके ऑफिस में गए…… तो उनकी परेशानी का हल निकालने के बजाय एसडीएम ने इस ग्रामीण फरियादी को ही अपने चैंबर में मुर्गा बना दिया। इन फरियादियों में से ही किसी ने इस पूरे घटनाक्रम का ही वीडियो बना ली। और यह वीडियो वायरल होते ही प्रशासनिक अमले में काफ़ी ज्यादा हड़कंप मच गया और आनन-फानन में ही डीएम ने इस एसडीएम को मीरगंज से हटाकर जिला मुख्यालय से ही संबंद्ध कर दिया।दरअसल हुआ यह की, मंडनपुर के कुछ ग्रामीण शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे अपनी समस्याओं को लेकर के एसडीएम उदित पंवार से मिलने उनके ऑफिस में पहुंचे। ग्रामीणों के साथ इस गांव में स्थित शिव मंदिर के महंत भूपराम दास बाबा और सेवादार पप्पू लोधी भी उनके साथ गए थे। ग्रामीणों ने एसडीएम को अपना प्रार्थना पत्र देकर मंदिर के पास खाली पड़ी जमीन की बाउंड्री कराने और टिनशेड डालने की अपनी मांग की। साथ ही कहा कि दूसरे समुदाय के लोग अपने त्योहारों पर मंदिर के पास मे खाली जमीन से ढोल बजाते हुए निकलते हैं। इससे उन्हे परेशानी होती है। ग्रामीणों ने इस खाली जमीन के श्मशान के रूप में दर्ज होने के राजस्व रिकार्ड भी दिखाए। इन ग्रामीणों का आरोप है कि ये सभी बातें सुनकर एसडीएम साहब भड़क गए और उन्होंने शिकायतों का निस्तारण करने की बजाय उसे ही मंदिर के सेवादार पप्पू लोधी को ही अपने चैंबर में ही मुर्गा बना दिया। इससे गुस्साए हुए ग्रामीणों ने तहसील गेट पर एसडीएम के खिलाफ नारेबाजी भी कर दी। सेवादार को चैंबर में मुर्गा बनाने का यह वीडियो काफ़ी ज्यादा वायरल हो गया है। इस वीडियो में साफ साफ़ दिख रहा है कि एसडीएम मोबाइल पर कुछ कह रहे हैं और उनके सामने एक युवक मुर्गा बना हुआ दिखाई दे रहा है। जब यह मामला प्रकाश में आया तो बरेली से लखनऊ तक काफ़ी हड़कंप मच गया। डीएम ने एडीएम प्रशासन को इस मामले की जांच करने को कहा। प्रारंभिक जांच में एसडीएम इस मामले में दोषी पाए गए। देर रात करीब नौ बजे इस जांच के आधार पर ही एसडीएम को मीरगंज से हटाकर मुख्यालय से संबंद्ध कर दिया गया। साथ ही डिप्टी कलेक्टर देश दीपक सिंह को मीरगंज एसडीएम की जिम्मेदारी तुरंत दे दी गई।
इस पूरे मामले में डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने बताया, एसडीएम के चैंबर में ही एक व्यक्ति को काफ़ी अपमान जनक स्थिति में जमीन पर बैठाया गया था। इस वीडियो को देखने के बाद मैंने एडीएम प्रशासन से इस पूरे मामले की जांच कराई। प्रारंभिक जांच में ही एसडीएम उदित पंवार की लापरवाही सामने आई है। एसडीएम को तहसील से तत्काल हटाकर मुख्यालय में संबंद्ध किया और आगे की जांच जारी है।