1.अमेरिका पर भड़का भारत
2 .पाकिस्तान को हथियार देने पर नाराजगी
3 .भारत से हथियारों में दूरी बनाने पर सवाल
AIN NEWS 1: विदेश मंत्री एस जयशंकर इन दिनों ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर हैं। ऑस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबरा में जयशंकर ने वहां के विदेश मंत्री पेनी वॉन्ग के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। यहां उन्होंने रूस से जुड़े एक सवाल पर पश्चिमी देशों को आड़े-हाथों ले लिया। उन्होंने रूस से हथियार खरीदने पर कहा कि पश्चिमी देशों ने दशकों तक भारत को हथियार नहीं दिए इसलिए रूस से हथियार लेने पड़े। जयशंकर ने कहा कि भारत को हथियार देने की जगह पश्चिमी देशों ने पाकिस्तान को हथियार दिए।
कैनबरा में एस जयशंकर का जोरदार स्वागत
विदेश मंत्री एस जयशंकर सोमवार को कैनबरा पहुंचे जहां उनका तिरंगा सम्मान के साथ स्वागत किया गया। स्वागत के इस अंदाज में ऑस्ट्रेलिया का संसद भवन तिरंगे के रंगों से सराबोर दिखाई दिया। विदेश मंत्री ने ट्वीट किया, ‘कैनबरा में स्वागत को तिरंगा पहुंचा। ऑस्ट्रेलिया की संसद को तिरंगे में रंगा देख कर खुशी हुई।’ विदेश मंत्री एस जयशंकर की ये 2022 में ऑस्ट्रेलिया की दूसरी यात्रा है। इससे पहले वो फरवरी 2022 में क्वाड के विदेश मंत्रियों की माटिंग में भी शामिल हुए थे।
विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने बयान में मोदी जी के बारे मे जो कहा सुनकर आपकी भी हसीं नही रुकेगी देखे विडियो।
बरसों पुराना है रूस-भारत का याराना
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, ‘रूस के साथ हमारे लंबे समय से बेहतरीन संबंध हैं। हमारे पास सोवियत और रूसी मूल के हथियार काफी मात्रा में हैं। रूसी हथियार के बढ़ने की एक वजह ये भी है कि दशकों तक पश्चिमी देशों ने भारत को हथियारों की सप्लाई नहीं की। वो हमारे पड़ोस में सैन्य तानाशाहों (पाकिस्तान) को फेवरेट भागीदार के तौर पर देख रहा था। हम अंदरुनी राजनीति में ऐसे फैसले करते हैं जो हमारे भविष्य और वर्तमान के हालात को प्रतिबिंबित करे।’ विदेश मंत्री ने अप्रत्यक्ष तौर पर अमेरिका पर निशाना साधा है।
भारत में वाणिज्यिक दूतावास खोल सकता है ऑस्ट्रेलिया
इस दौरान ऑस्ट्रेलिया के साथ संबंधों पर बात करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि ‘इस साल दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता जो हुआ है वो बहाली की तरफ है और उसे लेकर हम उत्साहित हैं। हमें डबल टैक्सेशन सिस्टम में बदलाव करना है, क्योंकि उससे व्यापार बढ़ोतरी में अड़चनें आती हैं। हमने कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे खनिज, साइबर, नई और नवीकरणीय ऊर्जा वगैरह में काम किया है।’ इस मौके पर ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग ने कहा, ‘हमें ऑस्ट्रेलिया-भारत संबंधों को और मज़बूत बनाना होगा। हम अगले साल बेंगलुरु में ऑस्ट्रेलिया के महावाणिज्य दूतावास को खोलने की उम्मीद कर रहे हैं।’
खलिस्तान के मुद्दे पर भी बोले विदेश मंत्री
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कनाडा में खलिस्तान के मुद्दे पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा, ‘हमने समय-समय पर ये मामला कनाडा की सरकार के सामने रखा है। हमने ये बात रखी है कि लोकतांत्रिक देशों में जो आज़ादी मिली है उसका दुरुपयोग उन ताकतों द्वारा नहीं होना चाहिए जो हिंसा और कट्टरता का साथ देते हैं’ विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के साथ यूक्रेन में चल रहे संघर्ष पर बात की है और इसके हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर इसके असर के बारे में भी चर्चा की है।