Powered by : PIDIT KO NYAY ( RNI - UPBIL/25/A1914)

spot_imgspot_img

पेट्रोल पंप की चोरी का सच: मीटर ट्रिक, मिलावट और बचने के आसान तरीके!

spot_img

Date:

AIN NEWS 1: देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें पहले से ही जेब पर भारी पड़ती हैं, ऐसे में अगर किसी को पेट्रोल पंप पर जाकर भी धोखा मिल जाए, तो यह और भी दुखद है। कई बार लोग अनजाने में ऐसी छोटी-छोटी लापरवाहियाँ कर देते हैं, जिनका फायदा कुछ पेट्रोल पंप कर्मचारी उठा लेते हैं। सोशल मीडिया पर लगातार ऐसे वीडियो सामने आते रहते हैं, जिनमें दिखाया जाता है कि किस तरह मीटर या डेंसिटी के नाम पर ग्राहकों से चोरी की जाती है।

यह लेख आपको उसी धोखाधड़ी से सुरक्षित रखने के लिए है—सरल भाषा में, बिना किसी तकनीकी जटिलता के।

पेट्रोल पंप पर सबसे बड़ा खेल: “0.00” का खेल

अगर आप पेट्रोल पंप पर जाते हैं, तो आपने कई बार देखा होगा कि कर्मचारी पेट्रोल डालने से पहले मीटर को 0.00 पर सेट करता है।

लेकिन क्या यह हमेशा सच होता है?

सोशल मीडिया पर वायरल कई वीडियो बताते हैं कि अक्सर यह “0.00” एक दिखावा भर होता है।

कैसे होता है धोखा?

कर्मचारी मीटर को वास्तव में रीसेट नहीं करते।

वे सिर्फ डिस्प्ले पर 0.00 दिखा देते हैं ताकि ग्राहक को लगे कि फ्यूल अभी शुरू हुआ है।

असल में,

पिछले ग्राहक की बची हुई रीडिंग

या कुछ लीटर की फीड

इसी में जोड़कर अगली गाड़ी को डाला जाता है।

इससे ग्राहक को बिना जाने ही 50 ml, 100 ml, 200 ml… यहाँ तक कि 500 ml तक का घाटा हो जाता है।

ज्यादातर लोग मीटर पर सिर्फ एक बार देखते हैं और फिर मोबाइल में लग जाते हैं, जिससे धोखाधड़ी और आसान हो जाती है।

क्या सिर्फ “0.00” देखना काफी है?

बहुत से लोग मानते हैं कि “0.00” दिख गया यानी फ्यूल सही तरीके से भरा जाएगा।

लेकिन असलियत इससे आगे है।

अगर पेट्रोल डालते ही मीटर: • 1

• 2

• 3

• 4

की जगह

सीधे

5 – 10

पर पहुँच जाए…

तो यह साफ संकेत है कि मीटर में खेल किया गया है।

यह कैसे पकड़ा जाए?

मीटर की रीडिंग शुरू होते ही ध्यान से देखें

अगर गिनती तेज उछल रही है, तो तुरंत रोक दें

यह मीटर की सेटिंग में गड़बड़ी या जानबूझकर की गई चाल होती है

डेंसिटी मीटर: जहां पूरी सच्चाई छिपी है

बहुत कम लोगों को पता है कि पेट्रोल पंप पर एक डेंसिटी मीटर भी लगा होता है।

यही वह मशीन है जो असलियत खोलती है।

डेंसिटी मशीन यह बताती है कि आपको जो पेट्रोल/डीजल दिया जा रहा है वह शुद्ध है या मिलावटी।

मिलावट ही पेट्रोल पंप का सबसे बड़ा कमाई का रास्ता होता है—

क्योंकि पानी, नैप्था, या अन्य सस्ते तरल मिलाकर पूरा खेप महंगी दरों पर बेची जाती है।

पेट्रोल और डीजल की सही डेंसिटी क्या होनी चाहिए?

सरकार ने डेंसिटी का एक निश्चित मानक तय किया है:

पेट्रोल डेंसिटी मानक:

720–775 kg/m³

डीजल डेंसिटी मानक:

820–860 kg/m³

अगर डेंसिटी इससे बाहर मिलती है, तो इसका मतलब है:

ईंधन में मिलावट है

या फिर स्टोर टैंक में पानी घुस चुका है

या पंप ने सस्ता घोल मिलाकर लाभ कमाया है

यानी आप पैसे पूरे दे रहे हैं, पर पेट्रोल कम गुणवत्ता वाला मिल रहा है।

डेंसिटी मीटर पर नजर क्यों रखें?

क्योंकि मीटर पर धोखा छिप सकता है…

लेकिन डेंसिटी पर नहीं।

कई वीडियो में पेट्रोल पंप कर्मचारी डेंसिटी चेक करवाने से कतराते देखे गए हैं।

अगर कोई कर्मचारी डेंसिटी चेक कराने से मना करता है या कहता है कि मशीन खराब है—

तो समझ जाइए कि कुछ गड़बड़ जरूर है।

डेंसिटी चेक आपके अधिकार में है

देश का हर नागरिक पेट्रोल पंप पर डेंसिटी चेक करवाने का हक रखता है।

और यह चेक मुफ्त होता है।

पेट्रोल पंप पर धोखाधड़ी के आम तरीके (जो आम लोग नहीं जानते)

1. मीटर रीसेट न करना

सबसे आसान ट्रिक—

मीटर वापस सेट न करना और पिछले डेटा में नया जोड़ देना।

2. डिस्ट्रैक्शन ट्रिक

कर्मचारी जानबूझकर आपसे बात करेगा:

“साहब कार्ड देंगे?”

“UPI चलेगा क्या?”

“इतना ही डलवाना है?”

“एयर प्रेशर भी कर दूँ?”

आपका दिमाग भटकते ही खेल शुरू।

3. तेज उछलता मीटर

मीटर का अचानक 1 से 5 या 10 पर जाना साफ संकेत है।

4. दो बार शुरू-स्टॉप ट्रिक

कर्मचारी नोज़ल को बीच में रोक देता है।

इससे मीटर कुल मात्रा सही दिखाता है पर असल पेट्रोल कम आता है।

5. आंशिक मिलावट

अगर डेंसिटी कम या ज्यादा है, तो इसका मतलब मिलावट की गई है।

6. 110 और 210 रुपये का पेट्रोल

कई लोग छोटे अमाउंट जैसे 110, 210, 310 रुपये भरवाते हैं।

कर्मचारी इन्हीं अमाउंट पर खूब चीटिंग करते हैं क्योंकि:

छोटे अमाउंट पर ग्राहक ध्यान नहीं देता

मशीन में माइक्रो-एडजस्टमेंट करके आसानी से घाटा दिखाया जा सकता है

100–200 ml की चोरी पकड़ में नहीं आती

 क्या 110 और 210 रुपये का पेट्रोल भरवाना फायदेमंद है?

बहुत से लोग सोचते हैं कि 100–200 रुपये का पेट्रोल डलवाना “सस्ते में काम चला लेना” है।

लेकिन असल में यह सबसे बड़ा घाटे का सौदा बन जाता है।

कारण:

1. छोटे अमाउंट पर मीटर ट्रिक आसानी से लागू हो जाती है

2. कर्मचारी बार-बार स्टार्ट-स्टॉप कर देता है

3. 100–200 ml की चोरी का पता नहीं चलता

4. बार-बार फ्यूल भरने से गाड़ी का औसत भी गिरता है

इसलिए बेहतर है कि कम बार लेकिन पूरा पेट्रोल डलवाएँ।

पेट्रोल पंप पर खुद को कैसे सुरक्षित रखें? (सबसे महत्वपूर्ण सेक्शन)

यहाँ कुछ बेहद आसान टिप्स हैं जिनसे आप हर तरीके की चोरी से बच सकते हैं:

✔️ 1. मीटर रीसेट खुद देखिए

कर्मचारी को कहें:

“पहले मीटर रीसेट करो… फिर गन लगाना।”

✔️ 2. मोबाइल में मत उलझिए

सारी धोखाधड़ी आपकी नज़र हटते ही होती है।

✔️ 3. पहले ही कहें—”फुल टैंक” या “500 का”

कन्फ्यूजन नहीं होना चाहिए।

✔️ 4. स्टार्ट होते ही मीटर पर नजर रखें

अगर तुरंत 5–10 पर छलांग लगे तो तुरंत रोक दें।

✔️ 5. डेंसिटी मीटर चेक करवाइए

यह आपका अधिकार है—कोई रोक नहीं सकता।

✔️ 6. बिल जरूर लें

यह शिकायत का सबसे बड़ा सबूत है।

✔️ 7. शक हो तो दूसरे पंप का उपयोग करें

अपने शहर में एक भरोसेमंद पंप चुनना सबसे अच्छा उपाय है।

 मिलावट वाला पेट्रोल आपके वाहन को कैसे नुकसान पहुँचाता है?

मिलावटी पेट्रोल केवल जेब नहीं काटता बल्कि लंबे समय में आपकी गाड़ी को बर्बाद कर देता है:

इंजन की नॉकिंग बढ़ती है

माइलेज कम होता है

फ्यूल पंप खराब होता है

इंजन में कार्बन जमा होता है

स्पार्क प्लग जल्दी खराब होते हैं

यानी आप दोबारा पेट्रोल पंप जाते हैं लेकिन आपकी गाड़ी पहले जैसी नहीं रहती।

सरकार क्या कहती है?

सरकार के निर्देशों के अनुसार:

हर पंप पर डेंसिटी मीटर होना अनिवार्य है

मीटर को हर दिन कैलिब्रेट किया जाना चाहिए

शिकायत करने पर पंप के खिलाफ कार्रवाई होती है

चोरी पकड़े जाने पर लाइसेंस तक रद्द किया जा सकता है

अगर आपको धोखा मिले, तो शिकायत करें: 📌 National Consumer Helpline: 1800-11-4000

📌 ईमेल: petroleum[dot]ministry[at]gov[dot]in

अंत में—आपका सतर्क रहना ही आपकी सुरक्षा है

पेट्रोल पंप पर धोखाधड़ी नई नहीं है, लेकिन इससे बचना बेहद आसान है—बस थोड़ी जागरूकता की जरूरत है।

अगर आप:

मीटर रीसेट देखें

डेंसिटी देखें

और पैसे देने से पहले मीटर पर पूरी नजर रखें

तो कोई भी आपको धोखा नहीं दे पाएगा।

अपने हक का हर बूंद पेट्रोल आपके अधिकार में है—और अधिकार की रक्षा सतर्कता से होती है।

Fuel fraud in India has become a growing concern, with petrol pump scams ranging from meter manipulation to density fraud. Many customers unknowingly lose fuel due to meter cheating, adulterated petrol, and start-stop tricks used by pump staff. Understanding how a petrol pump fraud works, checking the density meter, verifying meter reset to 0.00, and watching the numbers during fueling are essential steps for customer safety. Staying alert at petrol pumps can help protect your money, your vehicle, and your rights.

spot_img
spot_imgspot_img

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

spot_imgspot_img

Share post:

New Delhi
fog
10.1 ° C
10.1 °
10.1 °
100 %
1.5kmh
0 %
Tue
26 °
Wed
23 °
Thu
23 °
Fri
24 °
Sat
21 °
Video thumbnail
‘अपराधी नहीं बचेगा, बुलडोज़र चलेगा, सपाईयों फिर चिल्लाना मत’, सदन में Yogi ने ‘चोरों’ को उधेड़ा !
08:42
Video thumbnail
पहले Putin, फिर घुसपैठियों का ज़िक्र, PM ने Himanta के गढ़ से कर दिया बड़ा ऐलान !
07:58
Video thumbnail
Meerut Farmer Protest : किसानों के बीच दहाड़े Rakesh Tikait, CM Yogi पर साधा निशाना ?
16:25
Video thumbnail
Gaurav Bhatia ने Rahul Gandhi के जर्मनी दौरे पर किया बड़ा खुलासा, सन्नाटे में Congress! New Delhi
18:59
Video thumbnail
Toll पर Gadkari को ज्ञान बांट रहे थे Raghav Chadha , 2026 से पहले ही FREE करने का ऐलान कर दिया !
08:36
Video thumbnail
🔴LIVE:अखिलेश यादव की बड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस | Akhilesh Yadav Addresses Press Conference | BJP | SIR
33:51
Video thumbnail
Arvind Kejriwal LIVE | Arvind Kejriwal Speech | Bhagwant Mann Speech | Bhagwant Mann LIVE Today
19:56
Video thumbnail
सामने थी PAC जवानों की फौज और फिर जैसे ही बोले Yogi, गूंजने लगी तालियां !
20:09
Video thumbnail
Modi ने कभी सोचा भी नहीं होगा Ethiopia की भरी संसद में ऐसा कर देगा ये सांसद,फिर Ethiopian Parliament
08:43
Video thumbnail
Saleem Wastik on Quran : "क़ुरान किसी अल्लाह की किताब नहीं है..."
00:10

Subscribe

spot_img
spot_imgspot_img

Popular

spot_img

More like this
Related