इस हफ्ते बस में सफर करना हुआ कई गुना महंगा
पूर्वी यूपी-बिहार जाने का बस किराया हजारों में पहुंचा
गोरखपुर के लिए बस का टिकट 19 हज़ार रुपये में मिल रहा है
AIN NEWS 1: इस हफ्ते के आखिर में छठ पूजा का पावन पर्व पड़ रहा है। बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड समेत देश के कई क्षेत्रों में इसका महत्व दिवाली से भी ज्यादा है। यहां तक की इन क्षेत्रों के दूसरे इलाकों में रहने वाले लोग दिवाली पर घर नहीं जाते हैं। इसकी जगह वो छठ पूजा के लिए अपने घर पहुंचना चाहते हैं। ऐसे में बिहार, झारखंड और पूर्वी यूपी की तरफ जाने वाली हर बस, ट्रेन और फ्लाइट में सीटें फुल होती हैं। रेलवे के लिए दिवाली और होली से ज्यादा बड़ा चैलेंज छठ में पैजेंजर ट्रैफिक को मैनेज करने का होता है। इसका कारण है कि बड़ी संख्या में लोग छठ को मनाने के लिए दिल्ली-एनसीआर से पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड जाते हैं। ये लोग वैसे तो ट्रेन में सफर करने को तरजीह देते हैं लेकिन संख्या ज्यादा होने की वजह से अक्सर ट्रेन में पैर रखने की भी जगह नहीं मिलती है। इसके बाद लोग हवाई जहाज और बसों का रुख करते हैं। लेकिन मांग बढ़ने से इनका किराया काफी बढ़ जाता है।
पटना के हवाई टिकट से महंगा बस का किराया
त्योहारी मौसम में दिल्ली से पटना का हवाई टिकट कई गुना बढ़कर 12,000-19,000 रुपये का मिल रहा है। आमतौर पर ये तीन से चार हजार रुपये में मिल जाता है। वहीं दिल्ली से बिहार के मुजफ्फरपुर के लिए आम दिनों में बस का किराया 1,500 रुपये रहता है जो आजकल 2,500 रुपये हो गया है। स्लीपर बस का किराया भी 2,000 रुपये से 3,500 रुपये हो गया है। वहीं ऐप से बुक होने वाली बसों का टिकट तो हवाई जहाज से भी महंगा हो गया है। अब लोग महंगे किराए की वजह से छठ पर अपने घर जाने का विचार ही त्याग रहे हैं।
एप पर गोरखपुर का बस टिकट 19 हज़ार का मिल रहा है!
बस और कैब बुकिंग ऐप Red Bus ऐप में गुरुग्राम से गोरखपुर का टिकट एक ट्रैवल एजेंसी ने 19,000 रुपये रखा हुआ है। एक यूजर ने ट्विटर पर इसका स्क्रीनशॉट शेयर किया है। ऐसे में लोग ट्रैवल ऑपरेटर्स के मुकाबले सरकार से ज्यादा नाराज नजर आते हुए लिख रहे हैं कि “छठ में घर जाने का तो बहुत मन है, पर बस का किराया देखकर यही बोल सकते हैं कि हे छठी मइया सद्बुद्धि दीजिए इस सरकार को, बस वालों और ट्रांसपोर्टेशन डिपार्टमेंट को। घर जाना जरूरी है, पर ऐसी लूट, सूर्य भगवान आरती लेने से पहले जरा सोचिएगा।”
दिवाली पर भी दक्षिण भारत में बसों के किराए आसमान पर पहुंचे
त्योहारों के मौके पर बसों का किराया हर साल बढ़ जाता है। दिवाली के अवसर पर बेंगलूरु से हुबली का किराया 5,000 रुपये तक पहुंच गया था जो कि हवाई किराये के बराबर है। Hubballi-Dharwad Infra नाम के ट्विटर पेज ने ट्वीट किया कि बेंगलूरु से हुबली के बीच बस का किराया फ्लाइट्स से मुकाबला कर रहा है। कर्नाटक सरकार ने दिवाली के मौके पर 1500 स्पेशल बसें चलाने का एलान किया था। लेकिन इसके बावजूद दिवाली के दौरान बसों का किराया आसमान पर पहुंच गया था।