Powered by : PIDIT KO NYAY ( RNI - UPBIL/25/A1914)

spot_imgspot_img

बागपत की मेहर देशखाप पंचायत का बड़ा फैसला: बच्चों के स्मार्टफोन पर रोक, पहनावे में परंपरा और गांव में शादियों पर जोर!

spot_img

Date:

AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले से एक बार फिर खाप पंचायत का फैसला चर्चा का विषय बन गया है। थंबा पट्टी क्षेत्र की मेहर देशखाप पंचायत ने गांवों में सामाजिक व्यवस्था, बच्चों के भविष्य और पारंपरिक संस्कृति को लेकर कुछ अहम निर्णय लिए हैं। पंचायत का कहना है कि ये फैसले किसी को दंडित करने के लिए नहीं, बल्कि नई पीढ़ी को सही दिशा देने और सामाजिक मूल्यों को बचाने के उद्देश्य से लिए गए हैं।https://pknlive.com/codeine-syrup-case-saharanpur-allahabad-high-court-interim-bail/

📱 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए स्मार्टफोन पर रोक

पंचायत का सबसे बड़ा और चर्चित फैसला 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के स्मार्टफोन इस्तेमाल पर प्रतिबंध को लेकर है। पंचायत सदस्यों का मानना है कि आज के समय में मोबाइल फोन बच्चों के लिए पढ़ाई से ज्यादा ध्यान भटकाने वाला माध्यम बन गया है।

पंचायत के अनुसार—

बच्चे घंटों मोबाइल पर गेम और सोशल मीडिया में समय बिता रहे हैं

पढ़ाई और शारीरिक गतिविधियों से दूरी बढ़ रही है

ऑनलाइन कंटेंट बच्चों के मानसिक विकास पर नकारात्मक असर डाल रहा है

इसी वजह से पंचायत ने माता-पिता से अपील की है कि वे अपने बच्चों को स्मार्टफोन देने से बचें और पढ़ाई, खेलकूद व पारिवारिक माहौल को प्राथमिकता दें।

👖 हाफ पैंट और पश्चिमी पहनावे पर नाराज़गी

मेहर देशखाप पंचायत ने कपड़ों को लेकर भी दिशा-निर्देश जारी किए हैं। पंचायत का कहना है कि गांवों में तेजी से पश्चिमी पहनावे का प्रभाव बढ़ रहा है, जिससे संस्कृति और सामाजिक मर्यादा कमजोर हो रही है।https://ainnews1.com/बिहार-में-मालगाड़ी-हादसा/

पंचायत ने विशेष रूप से—

युवाओं द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर हाफ पैंट पहनने

अत्यधिक आधुनिक और भड़काऊ पहनावे

पर आपत्ति जताई है। इसके बदले पंचायत ने युवाओं को पारंपरिक और सादा भारतीय पहनावा अपनाने की सलाह दी है।

पंचायत के अनुसार, पहनावा केवल कपड़े नहीं होता, बल्कि वह संस्कृति और संस्कारों की पहचान होता है।

👰🤵 मैरिज हॉल नहीं, गांव में हों शादियां

खाप पंचायत का एक अहम निर्णय शादियों के आयोजन को लेकर भी है। पंचायत ने कहा है कि विवाह समारोहों को मैरिज हॉल या फार्म हाउस की बजाय गांव और घर में ही किया जाना चाहिए।

इस फैसले के पीछे पंचायत की सोच है—

फिजूलखर्ची पर रोक

गांव के लोगों की सहभागिता

आपसी भाईचारा और सामाजिक जुड़ाव

पंचायत का मानना है कि बड़े-बड़े मैरिज हॉल और दिखावे वाली शादियों से समाज पर आर्थिक दबाव बढ़ता है, जबकि गांव में सादगी से होने वाली शादियां सामाजिक एकता को मजबूत करती हैं।

🏡 संस्कृति बचाने की कोशिश या आज़ादी पर रोक?

खाप पंचायत के इन फैसलों को लेकर गांवों में मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कुछ लोग इसे बच्चों और समाज के हित में लिया गया जरूरी कदम बता रहे हैं, तो कुछ इसे निजी आज़ादी में हस्तक्षेप भी मान रहे हैं।

समर्थकों का कहना है—

मोबाइल से बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है

संस्कृति को बचाने के लिए ऐसे फैसले जरूरी हैं

वहीं विरोध करने वालों का तर्क है—

हर परिवार को अपने बच्चों के फैसले खुद लेने चाहिए

समय के साथ बदलाव को स्वीकार करना चाहिए

🗣️ पंचायत की सफाई

मेहर देशखाप पंचायत ने साफ कहा है कि ये फैसले कानूनी बाध्यता नहीं, बल्कि सामाजिक सलाह के रूप में दिए गए हैं। पंचायत का उद्देश्य किसी पर दबाव बनाना नहीं, बल्कि समाज को सही रास्ता दिखाना है।

पंचायत का मानना है कि अगर समय रहते बच्चों और युवाओं को दिशा नहीं दी गई, तो आने वाले समय में सामाजिक समस्याएं और बढ़ सकती हैं।

🔍 प्रशासन की नजर

फिलहाल प्रशासन की ओर से इस फैसले पर कोई सख्त प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन जिला स्तर पर पूरे मामले पर नजर रखी जा रही है। प्रशासन का रुख यही है कि जब तक कोई फैसला कानून के दायरे से बाहर नहीं जाता, तब तक पंचायत की बात को सामाजिक राय के रूप में देखा जाएगा।

🧠 बदलते समय में परंपरा और आधुनिकता की टकराहट

बागपत की यह घटना एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि—

क्या परंपराओं को बचाने के लिए सख्ती जरूरी है?

या आधुनिकता के साथ संतुलन बनाना बेहतर रास्ता है?

यह बहस केवल बागपत तक सीमित नहीं है, बल्कि देश के कई ग्रामीण इलाकों में परंपरा बनाम आधुनिकता की यही टकराहट देखने को मिल रही है।

The decision taken by the Mehar Deshkhap Khap Panchayat in Baghpat district has sparked a wide debate across Uttar Pradesh. The khap panchayat announced a smartphone ban for children below 18 years, advised traditional clothing, discouraged western outfits like shorts, and promoted village-based weddings instead of marriage halls. These khap panchayat decisions aim to preserve rural culture, protect children from digital addiction, and reduce unnecessary wedding expenses, making it a significant development in UP rural governance and social reform discussions.

spot_img
spot_imgspot_img

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

spot_imgspot_img

Share post:

New Delhi
fog
10.1 ° C
10.1 °
10.1 °
93 %
0kmh
100 %
Tue
23 °
Wed
23 °
Thu
23 °
Fri
23 °
Sat
22 °
Video thumbnail
बात हिन्दुओं की आई... Amit Shah के सामने Mithun Chakraborty ने दिया बहुत तगड़ा भाषण! Viral
10:03
Video thumbnail
Ajit Doval का दमदार सनातनी भाषण, Babur-राणा सांगा पर जो बोला उसे सुनकर चौंक जायेगा पूरा देश! Doval
09:14
Video thumbnail
मंच से खड़े होकर बांग्लादेश पर Yogi का सबसे तगड़ा भाषण, कहा- 'गलतफहमी में मत रहना'...| Viral |
11:56
Video thumbnail
बच्चों के बीच बच्चे बने Modi तो नाक सिकोड़कर इस इस बच्ची ने दिया मजेदार बयान! Modi | Viral
08:34
Video thumbnail
सदन में बांग्लादेशी मुसलमानों पर गुस्से से टूट पड़े Amit Shah, 57 मुस्लिम देश में हैरान रह जायेंगे!
08:50
Video thumbnail
सिर्फ 10 सेकेंड में औरंगज़ेब प्रेमियों को सिखों के सामने CM योगी ने लगा दिया 'करंट'! Yogi Speech
09:16
Video thumbnail
Kumar Vishwas Viral Speech: मंच पर ठहाके मारकर हंसे CM Yogi और Rajnath Singh, VIDEO वायरल
15:39
Video thumbnail
#cmyogi पर कुमार विश्वास का मजेदार अंदाज वायरल #kumarvishwas #ytshorts #shorts
00:57
Video thumbnail
अटल जी की शादी के ऑफर पर Rajnath Singh का चौंकाने वाला भाषण सुनकर Modi-Yogi भी हैरान ! Pakistan
09:19
Video thumbnail
तौकीर रज़ा पर फायरब्रांड Yogi का रौद्र रूप, कहा- 'दंगा कैसे होता है बरेली के मौलाना से पूछ लो'...
12:18

Subscribe

spot_img
spot_imgspot_img

Popular

spot_img

More like this
Related