बीयर :- बीयर को फल और साबुत अनाज के रस का इस्तेमाल करके तैयार किया जाता है. इसमें अल्कोहल बहुत ही कम मात्रा में होता है. इसमें एल्कोहल की मात्रा 4 से 8 प्रतिशत होती है.
वोदका :- शराब के शौकीन काफी लोग वोदका पीना पसंद करते हैं. वोदका में 40-60% अल्कोहल की मात्रा होती है और यह अलग-अलग फ्लेवर में मिल जाती है. इसे आलू से निकलने वाले स्टार्च को फर्मेंट और डिस्टिल्ड करके तैयार किया जाता है. हालांकि, इसे अनाज और शीरे से भी बनाया जाता है.
व्हिस्की :- व्हिस्की बनाने में गेंहू और जौ जैसे अनाज का उपयोग होता है. शराब के अलग-अलग ब्रांड में अल्कोहल की मात्रा भी अलग-अलग होती है. व्हिस्की में अल्कोहल की मात्रा करीब 30 से 65% तक होती है. इसे बनाने के लिए गेंहू और बारली को फर्मेंट किया जाता है.
रम :- ठंड के मौसम में लोग ज्यादातर रम (Rum) पीना पसंद करते हैं. रम एक डिस्ट्रिल्ड ड्रिंक है. यह फर्मेंटेड गन्ने आदि से बनती है और इसमें 40 फीसदी तक अल्कोहल होता है. लेकिन कई ओवरप्रूफ रम में अल्कोहल की मात्रा 60-70 फीसदी तक भी होती है.
रेड वाइन :- रेड वाइन लाल और काले अंगूर से बनाई जाती है. वाइन एक प्रकार से फर्मेंटेड ग्रेप जूस (अंगूर का रस) है. कुचले हुए अंगूरों को ओक बैरल में एक या दो सप्ताह के लिए फर्मेंट करने पर रेड वाइन तैयार होती है. इसको ओक बैरल में एज्ड किया जाता है.वाइन में 14 प्रतिशत तक एल्कोहल की मात्रा होती है.
शैंपेन: शैंपेन एक प्रकार की स्पार्कलिंग वाइन होती है और इसे रेड ग्रेप्स से बनाया जाता है. इसमें मात्र 11 फीसदी तक एल्कोहल की मात्रा होती है. इसको टैंक में भरकर कई महीनों या कई सालों तक फर्मन्टेशन प्रोसेस में रखा जाता है.