AIN NEWS 1: मेरठ पुलिस ने हाल ही में कांग्रेस नेता पूनम पंडित और उनके मंगेतर, समाजवादी पार्टी के नेता दीपक गिरी के खिलाफ एक गंभीर मामला दर्ज किया है। आरोप है कि दोनों एक महिला को ब्लैकमेल करने, यौन शोषण करने और उसकी अश्लील वीडियो बनाने में शामिल थे। यह मामला सोशल मीडिया पर तेजी से चर्चा में आ गया है, क्योंकि पूनम पंडित लंबे समय से राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर सक्रिय रही हैं।
मामला कैसे शुरू हुआ
पुलिस के अनुसार, पीड़िता ने शिकायत दर्ज कराई कि उसकी पहचान दीपक गिरी से हुई थी। धीरे-धीरे दोनों के बीच बातचीत बढ़ी और मुलाकातें भी होने लगीं। पीड़िता का आरोप है कि दीपक ने किसी पार्टी में उसे नशे वाला पदार्थ पिला दिया और उसी दौरान उसका अश्लील वीडियो बना लिया। बाद में उस वीडियो को दिखाकर उससे पैसे और अन्य फायदे की मांग की गई।
जब पीड़िता ने विरोध किया, तो उसे धमकाया गया और बदनाम करने की कोशिश की गई। उसने आरोप लगाया कि इस पूरे खेल में दीपक के परिवार के कुछ लोग और उनकी मंगेतर पूनम पंडित भी शामिल थीं।
पुलिस की कार्रवाई
मेरठ के महिला थाने में दर्ज एफआईआर में दीपक गिरी, उनके पिता कृष्णपाल गिरी, उनके भाई और मंगेतर पूनम पंडित के नाम शामिल हैं। एफआईआर में कई धाराएं लगाई गई हैं, जिनमें धारा 376 (दुष्कर्म), धारा 506 (धमकी देना) और आईटी एक्ट से जुड़ी धाराएं भी शामिल हैं।
पुलिस ने बताया कि फिलहाल इस मामले की जांच चल रही है और सभी पक्षों के बयान लिए जा रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि साक्ष्यों की जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
पूनम पंडित ने बताया साजिश
इस पूरे विवाद पर कांग्रेस नेता पूनम पंडित ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह मामला पूरी तरह से राजनीतिक साजिश है। उनके अनुसार, कुछ लोग उनके बढ़ते राजनीतिक प्रभाव से परेशान हैं और उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।
पूनम पंडित ने कहा, “मेरे खिलाफ दर्ज यह केस झूठा और निराधार है। मेरी छवि खराब करने के लिए कुछ लोगों ने साजिश रची है। सच्चाई बहुत जल्द सामने आएगी।”
उन्होंने यह भी बताया कि वह पुलिस जांच में पूरा सहयोग देंगी और सच्चाई साबित करेंगी।
सोशल मीडिया पर हंगामा
यह मामला सामने आते ही सोशल मीडिया पर खूब चर्चा का विषय बन गया। ट्विटर और फेसबुक पर कई यूज़र्स ने इस केस पर प्रतिक्रिया दी। कुछ लोगों ने पूनम पंडित का समर्थन किया, जबकि कुछ ने पुलिस जांच की मांग तेज करने की बात कही।
कई राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि ऐसे मामलों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि किसी निर्दोष को फंसाया न जाए और दोषी को सजा मिल सके।
राजनीतिक असर
पूनम पंडित पश्चिमी उत्तर प्रदेश की एक चर्चित चेहरा हैं। किसान आंदोलन के दौरान वह सुर्खियों में आई थीं। इस केस के बाद कांग्रेस और सपा दोनों पार्टियों में चर्चा तेज हो गई है। पार्टी स्तर पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस आलाकमान इस मामले पर नज़र बनाए हुए है।
आगे क्या?
फिलहाल पुलिस टीम तकनीकी सबूत, मोबाइल डेटा और वीडियो की जांच कर रही है। यह भी जांच की जा रही है कि वीडियो असली है या एडिट किया गया है। पुलिस ने पीड़िता को सुरक्षा भी प्रदान की है।
जांच पूरी होने के बाद ही यह तय हो पाएगा कि आरोप कितने सही हैं और क्या वास्तव में पूनम पंडित की इसमें कोई भूमिका है।
The Meerut Police have registered an FIR against Congress leader Poonam Pandit and her fiancé, Samajwadi Party leader Deepak Giri, in a shocking case involving alleged blackmail, obscene video creation, and sexual exploitation. The case has stirred major political and social reactions across Uttar Pradesh. While the victim accuses both leaders of criminal involvement, Poonam Pandit has called it a politically motivated conspiracy. The investigation continues, and the case is drawing widespread attention on social media and political circles alike.



















