AIN NEWS 1: बता दें एक कंपनी ने अजीबोगरीब थेरेपी की शुरुआत की है. इस थेरेपी के तहत शख्स को जमीन के अंदर ही जिंदा दफन होना पड़ता है. थेरपी के लिए लगभग 47 लाख रुपए चार्ज किए जा रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि इस थेरेपी से एंजाइटी से जूझ रहे लोगों को काफ़ी निजात मिल रही है.
सूत्रों के मुताबिक कंपनी इस अनोखी थेरेपी का अब ऑनलाइन वर्जन भी उपलब्ध करवा रही है. इसके तहत इच्छुक लोगों को लगभग 12 लाख रुपए का भुगतान करना पड़ेगा. इसमें थेरेपी लेने वाले शख्स को उपयुक्त संगीत सुनने का भी मौका मिलता है, मोमबत्तियां भी जलाई जाती हैं और उसे वसीयत लिखने का मौका भी मिलता है. यह थेरेपी अभी रूस में शुरू की गई है.इस अजीबोगरीब थेरेपी को शुरू करने वाली कंपनी का नाम Prekated Academy है. इसकी स्थापना Yakaterina Preobrazhenskaya ने की है. उन्होंने बताया कि फ्यूनरल पैकेज के तहत लोगों को अपने डर और एंजाइटी से निपटने में काफ़ी मदद की जाती है.
Yakaterina Preobrazhenskaya ने आगे बताया कि यह अनुभव खुद से लड़ने को लेकर है, जिससे व्यक्ति अपने जीवन में खुश रह सके. कंपनी ने बताया कि ऑनलाइन पैकेज के माध्यम से लोगों को डर और एंजाइटी से निपटने के लिए ‘स्ट्रेस थेरेपी’ दी जाती है. लेकिन, अपने पैसे का पूरा मूल्य पाने के लिए Full immersion package का विकल्प ही चुनना चाहिए.इंस्टाग्राम पोस्ट में Yakaterina Preobrazhenskaya ने इस प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा कि जिंदा दफन होना पूरी तरह से सुरक्षित है. हम अपने क्लाइंट्स को बिना वजह किसी रिस्क में नहीं डालते हैं.
उन्होंने बताया कि इस थेरेपी को लेकर कई सारे लोग संपर्क करते हैं, लेकिन हरेक को यह थेरेपी अभी नहीं मिल पाती है. हम लोगों को कई दूसरे विकल्प भी प्रदान करते हैं, वह अपनी इच्छानुसार ही इन्हें चुन सकता है.
बता दें 20-60 मिनट जमीन के अंदर रहना पड़ता है दफन
रिपोर्ट में बताया गया है कि शख्स को इस प्रक्रिया के दौरान 20 से लेकर 60 मिनट तक जमीन के अंदर ही दफन रहना होता है. एक बार यह प्रोसीजर पूरा हो जाता है तो ताबूत भी कस्टमर को ही वापस कर दिया जाता है.