AIN NEWS 1: रायबरेली में सलोन तहसील क्षेत्र में 19 हजार फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाने के मामले में जेल भेजे गए आरोपियों ने कई महत्वपूर्ण खुलासे किए हैं। आरोपियों ने बताया है कि इस गोरखधंधे में एक मास्टरमाइंड का हाथ है। कोर्ट के आदेश पर विवेचक ने जेल जाकर जीशान, वीडीओ विजय सिंह यादव और अन्य दो आरोपियों से पूछताछ की। पूछताछ में कई नए तथ्य सामने आए हैं, जिसके आधार पर पुलिस अब आरोपियों को रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी कर रही है।
इस मामले में जीशान, उसके पिता और वीडीओ विजय सिंह यादव को रायबरेली जिला कारागार में रखा गया है, जबकि जीशान का नाबालिग भांजा बाल सुधार गृह लखनऊ भेजा गया है। पुलिस इस प्रकरण में किसी भी चूक को लेकर गंभीर है और पूरी जांच सुनिश्चित करना चाहती है।
पूछताछ में विवेचक ने आरोपियों से यह जानने की कोशिश की कि फर्जी प्रमाणपत्र बनाने का उद्देश्य क्या था, इस काम के लिए कितना पैसा लिया गया और वह पैसा किसे दिया गया। इसके साथ ही यह भी पता किया गया कि कहीं विदेशी फंडिंग का तो कोई मामला नहीं है और क्या फर्जी प्रमाणपत्र का उपयोग नागरिकता या पासपोर्ट के लिए किया जा रहा था।
विवेचक ने जिला कारागार में आधे घंटे तक आरोपियों से बारी-बारी से पूछताछ की।
इसके अलावा, अमेठी और कुशी नगर में भी फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाने का खुलासा हुआ है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या इन प्रमाणपत्रों का संबंध जीशान और वीडीओ विजय सिंह यादव से है। कुशी नगर पुलिस ने हाल ही में एक अंतर्राज्यीय गैंग का पर्दाफाश किया था जो फर्जी दस्तावेज बना रहा था। अमेठी में भी इसी तरह के मामले सामने आए हैं। रायबरेली पुलिस अब कुशी नगर पुलिस से संपर्क करके यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस गैंग के सदस्य जीशान से जुड़े थे।