AIN NEWS 1 नई दिल्ली, 6 नवंबर 2025: सनातन संस्कृति, आस्था और एकता के प्रतीक के रूप में मानी जाने वाली बागेश्वर धाम पदयात्रा 2025 का शुभारंभ कल से होने जा रहा है। यह यात्रा न केवल धार्मिक भावना का प्रतीक है, बल्कि समाज में सनातन मूल्यों के पुनर्स्थापन का एक सशक्त संदेश भी देती है।
सत्य सनातन युवा वाहिनी ने इस यात्रा को समर्थन देते हुए अपने सभी कार्यकर्ताओं से इसमें अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने की अपील की है। संगठन के संस्थापक अध्यक्ष मोहन लाल गौड़ ने कहा कि यह यात्रा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह हमारे भीतर के संस्कार, समर्पण और एकजुटता की भावना का उत्सव है।
मोहन लाल गौड़ ने अपने संदेश में कहा,
“हर कार्यकर्ता, हर युवा इस यात्रा का हिस्सा बने। यह हमारे लिए गर्व का क्षण है कि हम अपने धर्म, अपनी परंपरा और अपने आराध्य के प्रति निष्ठा प्रकट करने जा रहे हैं। यह यात्रा आत्मा को जोड़ने वाली यात्रा है, जो हमें अपने धर्म की जड़ों से पुनः जोड़ती है।”
यात्रा का उद्देश्य – आस्था से आत्मसम्मान तक
बागेश्वर धाम पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य लोगों में धार्मिक जागरूकता और सनातन धर्म के प्रति एकता की भावना जगाना है। आज के समय में जब समाज विभाजन की ओर बढ़ रहा है, ऐसी यात्राएं लोगों को एक सूत्र में पिरोने का कार्य करती हैं।
इस यात्रा के माध्यम से हजारों श्रद्धालु और कार्यकर्ता एक साथ चलकर यह संदेश देंगे कि “सनातन धर्म केवल एक आस्था नहीं, बल्कि जीवन का आधार है।”
कैसे करें रजिस्ट्रेशन
जो भी कार्यकर्ता या श्रद्धालु इस पदयात्रा में शामिल होना चाहते हैं, वे संगठन द्वारा जारी आधिकारिक लिंक के माध्यम से अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
🔗 रजिस्ट्रेशन लिंक: https://bageshwardham.co.in/padyatra/
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी तरह सरल है। वेबसाइट पर जाकर नाम, संपर्क विवरण और आवश्यक जानकारी भरकर आप इस यात्रा का हिस्सा बन सकते हैं।
धार्मिक उत्साह का माहौल
पूरे देशभर में इस यात्रा को लेकर उत्साह का माहौल है। दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से बड़ी संख्या में लोग इस यात्रा में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर #BageshwarDhamYatra और #SanatanEkta जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
लोगों में यह भावना है कि इस यात्रा के माध्यम से समाज में सद्भाव, सहयोग और धार्मिक एकता का नया अध्याय लिखा जाएगा।
संगठन की भूमिका और संदेश
सत्य सनातन युवा वाहिनी के कार्यकर्ता देशभर में सनातन संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए सक्रिय हैं। यह संगठन युवाओं को धर्म, राष्ट्र और समाज की सेवा के लिए प्रेरित करता है।
मोहन लाल गौड़ ने कहा कि पदयात्रा का हर कदम सनातन संस्कृति की पुनर्स्थापना की ओर एक कदम है। उन्होंने सभी सदस्यों से आग्रह किया कि वे इस अभियान को अपनी जिम्मेदारी समझें और अधिक से अधिक लोगों को साथ लाकर इस यात्रा को सफल बनाएं।
“हमारा उद्देश्य केवल पैदल चलना नहीं, बल्कि सनातन चेतना को जन-जन तक पहुंचाना है। यह यात्रा भक्ति, एकता और राष्ट्रधर्म की पहचान बनेगी।”
आस्था और संगठन की संयुक्त शक्ति
बागेश्वर धाम यात्रा सिर्फ मंदिर तक पहुंचने की यात्रा नहीं है। यह उस भावना की यात्रा है जो भक्त को अपने ईश्वर से जोड़ती है। सैकड़ों किलोमीटर की इस पदयात्रा में जब श्रद्धालु एक साथ हरिनाम का स्मरण करते हुए आगे बढ़ते हैं, तो पूरा वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से भर जाता है।
यह यात्रा एक ऐसा अवसर है जब धर्म और समाज एकजुट होकर यह साबित करते हैं कि सनातन धर्म आज भी समाज की आत्मा में जीवित है।
एकता का संदेश, समर्पण का संकल्प
बागेश्वर धाम पदयात्रा न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह हमारे समाज की आत्मा में निहित सनातन सिद्धांतों का पुनर्जागरण भी है।
सत्य सनातन युवा वाहिनी का आह्वान है कि हर सनातन प्रेमी, हर युवा और हर कार्यकर्ता इस यात्रा में भाग लेकर धर्म और देश के प्रति अपनी आस्था प्रदर्शित करे।



















