AIN NEWS 1 रुड़की: हरिद्वार जिले के लक्सर क्षेत्र में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विनय त्यागी पर अदालत में पेशी के दौरान गोली चला दी गई। यह वारदात उस समय हुई जब पुलिस टीम उसे रुड़की जिला कारागार से लक्सर कोर्ट में पेशी के लिए लेकर जा रही थी। बाइक सवार बदमाशों ने अचानक पुलिस वाहन को निशाना बनाते हुए विनय त्यागी पर फायरिंग कर दी और मौके से फरार हो गए।
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घटना की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी हरिद्वार ने तत्काल सख्त रुख अपनाया। पुलिस की कई टीमें गठित की गईं और जिलेभर में नाकाबंदी कर दी गई। लगातार दबिश और तकनीकी सर्विलांस के जरिए पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर इस हाई-प्रोफाइल गोलीकांड का खुलासा कर दिया।
🔍 जंगल से दबोचे गए आरोपी
पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों को थाना खानपुर क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सिकंदरपुर के जंगलों से, बिजनौर हाईवे के पास से पकड़ा गया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सन्नी यादव उर्फ शेरा और अजय के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी पहले भी गंभीर आपराधिक मामलों में जेल जा चुके हैं, जिनमें काशीपुर क्षेत्र की एक डकैती भी शामिल है।
गिरफ्तारी के दौरान आरोपियों के पास से अवैध तमंचे भी बरामद किए गए हैं, जिनका इस्तेमाल इस हमले में किया गया था। पुलिस अब हथियारों की सप्लाई लाइन और अन्य संभावित सहयोगियों की भी जांच कर रही है।
🧠 क्यों किया गया हमला? सामने आई वजह
पुलिस पूछताछ में जो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं, उनके मुताबिक यह हमला अचानक नहीं बल्कि पूरी प्लानिंग के साथ किया गया था। मुख्य आरोपी सन्नी यादव ने बताया कि विनय त्यागी लगातार उससे पैसे मांग रहा था और रकम न देने पर उसे जान से मरवाने की धमकी दे रहा था।
इसी डर और बदले की भावना में सन्नी ने विनय त्यागी की गतिविधियों पर नजर रखना शुरू कर दिया। जब उसे पता चला कि विनय त्यागी रुड़की जेल में बंद है और 24 दिसंबर को लक्सर कोर्ट में पेशी पर लाया जाएगा, तो उसने अपने साथी अजय के साथ मिलकर हमले की साजिश रच डाली।
🚨 पुलिस की बड़ी चूक, तीन कर्मी निलंबित
इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े हुए हैं। पेशी के दौरान हथियारबंद बदमाशों द्वारा खुलेआम फायरिंग कर देना, पुलिस की लापरवाही को उजागर करता है।
एसएसपी हरिद्वार ने प्रारंभिक जांच में दोषी पाए जाने पर एक उपनिरीक्षक (दरोगा) और दो कांस्टेबलों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जांच के आदेश पुलिस अधीक्षक ग्रामीण को सौंपे गए हैं।
वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि यदि सुरक्षा मानकों का सही तरीके से पालन किया गया होता, तो यह घटना टाली जा सकती थी।
⚖️ कानूनी कार्रवाई जारी
पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। आरोपियों से लगातार पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस हमले में कोई और व्यक्ति शामिल तो नहीं था।
वहीं, विनय त्यागी की सुरक्षा को लेकर अब विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं और आगे की पेशियों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं।
📌 प्रशासन का सख्त संदेश
हरिद्वार पुलिस ने इस कार्रवाई के जरिए साफ संदेश दिया है कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। चाहे आरोपी कोई भी हो और मामला कितना भी संवेदनशील क्यों न हो, लापरवाही और अपराध—दोनों पर सख्त कार्रवाई तय है।
The Vinay Tyagi firing case in Haridwar has raised serious concerns over police security during court production. Notorious criminal Vinay Tyagi was attacked by bike-borne shooters in Laksar while being taken from Roorkee jail to court. Haridwar police arrested two accused within 24 hours and recovered illegal weapons. The incident also exposed police negligence, leading to the suspension of one sub-inspector and two constables. The case highlights growing security challenges in high-risk court productions in Uttarakhand.



















