AIN NEWS 1: मोदीनगर तहसील क्षेत्र के चार गांव कलछीना, नेकपुर, खैराजपुर और रावली में एक प्रतिबंधित संगठन पाॅपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने अपना जाल कुछ ज्यादा ही फैला लिया है। इसकी जानकारी होने के बाद आतंक निरोधी दस्ते ( एटीएस) ने इन गांवों के संदिग्ध लोगों को अब रडार पर ले लिया है। शनिवार की रात को एक बार फिर एटीएस और स्थानीय पुलिस ने आठ से दस बजे के बीच में चारों गांवों में एक साथ छापा मारकर पीएफआई से जुड़े होने के शक में क़रीब दस लोगों को अपनी हिरासत में ले लिया। और उनसे पूछताछ की जा रही है। बताया गया है कि उनके पास से कुछ भड़काऊ सामग्री मिली है। इन चार गांवों में से कलछीना में दस महीने में एटीएस ने अब तीसरी बार छापा मारा है।एटीएस के अधिकारी ठीक आठ बजे सबसे पहले कलछीना ही पहुंचे। मोदीनगर, भोजपुर और मुरादनगर थानों से भारी पुलिस फोर्स भी पहुंच गई। यहां पर कई घरों में तलाशी ली गई। इसके बाद नेकपुर, खैराजपुर और रावली में भी छापे मारे गए। एटीएस ने पहले से उन लोगों की सूची पूरी तैयार कर रखी थी, जिनके घर पर यह छापा मारा जाना था। स्थानीय पुलिस से भी सभी इनपुट ले लिया गया था।छापे के दौरान मौजूद रहे आसपास के लोगों ने बताया कि एटीएस ने सिर्फ उन लोगों को उठाया जिनकी उन्हे तलाश थी। बाकी किसी और से कुछ भी उन्होने नहीं कहा। सभी को वह जीप में बिठाकर पहले थाने ले जाया गया। इसके बाद ही एटीएस उन्हे अपने साथ ले गई। इन हिरासत में लिए गए लोगों के पास से कुछ पुस्तकें, कुछ पर्चे और कुछ इलेक्ट्रानिक गैजेट्स भी मिले हैं। पुलिस ने बताया कि एटीएस के ये अफसर नोएडा से आए थे। इन चार गांव में से कलछीना में पिछले साल भी एटीएस ने कई जगह छापे मारे थे। तब भी कुल 11 लोग को गिरफ्तार किए गए थे। हालांकि, दस को मुचलका पाबंद कर उस समय छोड़ दिया गया था।

उन्होने कहा आप लोग घर में ही रहें… बाहर न झांके

जान ले एटीएस की एक टीम सबसे पहले कलछीना पहुंची और उन्होने दो घरों की तलाशी ली। लोगों ने बताया कि इन घरों को पूरी तरह से पुलिस ने घेर लिया था। कुछ लोग जैसे ही इस कार्रवाई को देखने के लिए आए, एटीएस के अफसरों ने उनसे कहा, सभी लोग अपने घरों के अंदर रहें, कोई बाहर को झांके भी नहीं। पुलिस भी यह नजर रखे हुए थी कि कहीं से कोई भी विरोध करने तो नहीं आ रहा। दरअसल, इस गांव में एटीएस एक बार पहले भी आ चुकी है। तब लोगों ने इस कार्रवाई का विरोध किया था। पिछले साल 22 सितंबर को इसी गांव से पीएफआई का पश्चिमी यूपी प्रभारी परवेज आलम भी पकड़ा गया था। उसे छुड़ाने के लिए लोगों ने पुलिस टीम पर उस समय पथराव भी कर दिया था। उस कड़वे अनुभव से सबक लेते हुए इस बार पुलिस द्वारा अतिरिक्त सतर्कता बरती गई।

जाने सीएए के विरोध से ही रडार पर आया कलछीना

नागरिता संशोधन कानून ( सीएए) के विरोध में दिल्ली में चले धरना-प्रदर्शन में कलछीना गांव से न केवल कई लोग वहां रोज पहुंचे बल्कि उन्होने प्रदर्शनकारियों के लिए खाने और अन्य सामान का भी इंतजाम कराया गया था। इसका पता चलने पर खुफिया एजेंसियों के कान काफ़ी ज्यादा खड़े हुए। पता चला कि यह रसद सामग्री पीएफआई के सदस्य पहुंचा रहे हैं। ये लोग इसके लिए गांव से भी चंदा जुटा रहे थे। पड़ताल में सामने आया कि पीएफआई का पश्चिमी यूपी का प्रभारी परवेज आलम इसी गांव का ही है। और वह अपना नेटवर्क धीरे धीरे खड़ा कर रहा है। एटीएस ने परवेज को यहां से गिरफ्तार किया। इसके बाद से उन सभी लोगों को एसटीएफ ने रडार पर ले रखा है जिन्होंने पीएफआई को चंदा दिया या अन्य किसी भी तरह से मदद की।

पूछताछ कर रही है एटीएस

डीसीपी ग्रामीण जोन रवि कुमार ने बताया कि यूपी एटीएस ने शनिवार रात कलछीना समेत कई स्थानों से कुल 10 संदिग्धों को अपनी हिरासत में लिया है। और एटीएस उनसे अभी पूछताछ कर रही है।

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