AIN NEWS 1: अक्सर ऐसे कई मामले सामने आते रहते हैं, जब किसी जरूरतमंद को उसके खराब सिबिल स्कोर की वजह से कोई लोन नहीं मिल पाता. मगर, यूपी के नोएडा में एक ऐसे गिराह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है, जो खराब सिबिल स्कोर वालों को भी बड़ी आसानी से ही लोन दिला देता था. इस गिरोह के पास से कई सारे आधार कार्ड, कंप्यूटर और सिलिकॉन के बने अंगूठे के निशान भी बरामद हुए हैं. साथ ही इन आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में जो बातें कहीं, वो सबके होश उड़ा देने वाली हैं.
दरअसल, थाना सेक्टर-63 की पुलिस ने एक शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एक ऐसे ही गिरोह के 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. ये गिरोह फर्जी आधार कार्ड और फर्जी पैन कार्ड भी बनाकर लोगों को लोन दिला दिया करता था.
बता दें पकड़े जाने के बाद आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वो एक ही शख्स के कई सारे आधार कार्ड और पैन कार्ड भी बनाने का काम करते थे, जिन भी लोगों को लोन की जरूरत होती है, उनको फर्जी कागजात के सहारे ही वो लोन दिला देते हैं, फिर क्यों न उनका सिबिल (CIBIL) स्कोर कितना भी ज्यादा खराब हो.
जाने इस तरह बनाते थे फर्जी आधार कार्ड
इसके लिए वो जरूरतमंद की सभी डिटेल कंप्यूटर पर पूरी तरह फर्जी तरीके से बनाते थे. इसमें वो पैरों की उंगलियों को स्कैन करके और किसी अन्य शक्स की आंखों का रेटिना भी ले कर फर्जी आधार कार्ड तैयार करते थे. इसमें सिलिकॉन के बने अंगूठे के निशान का भी वो लोग प्रयोग करते थे.
इनके द्वारा बनाए गए एक आधार कार्ड की कीमत 10 से 20 हजार रुपये
इस तरह फर्जी आधार कार्ड के साथ ही अन्य डॉक्यूमेंट को भी तैयार करके लोन दिला देते थे. इसके एवज में 10 से 20 हजार रुपये केवल एक आधार कार्ड बनाने के ही वसूलते थे. ये पैसा गिरोह के सभी सदस्यों में ही बांटा जाता था. फिलहाल, पुलिस ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है और इस मामले में आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
जान ले आख़िर क्या है सिबिल स्कोर?
Credit Information Bureau India Limited (CIBIL) एक कंपनी है, जो हर एक लोन का एक रिकॉर्ड को मेंटेन करती है. क्रेडिट इंफोर्मेशन रिपोर्ट (CIR) के आधार यह सिबिल को आंका जाता है. इस रिपोर्ट में आपकी तरफ से अब तक लिए गए लोन और क्रेडिट कार्ड्स की लगभग पूरी जानकारी होती है. लोन की ईएमआई और क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल और इनके बिलों का भुगतान आप किस तरीके से करते हैं. उस आधार पर ही आपका यह क्रेडिट स्कोर जेनरेट होता है.