Fake Call Center Busted in Janakpuri Delhi: 12 Arrested for Fraud Across India
जनकपुरी में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़: 25 हजार सैलरी, फिक्स टारगेट और देशभर में 100 से ज्यादा लोगों से ठगी
AIN NEWS 1: दिल्ली के जनकपुरी इलाके में चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का फरीदाबाद साइबर थाना सेंट्रल की पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने यहां छापेमारी कर 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें 11 युवतियां शामिल हैं। इस कॉल सेंटर का संचालन एक किराए के फ्लैट में हो रहा था और यह बीते छह महीनों से सक्रिय था।
ठगी का तरीका
यह कॉल सेंटर लोगों को क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने, हेल्थ इंश्योरेंस और क्रेडिट कार्ड रिवार्ड्स पॉइंट्स जैसे झांसे देकर धोखा देता था। आरोपियों ने देशभर के करीब 105 लोगों को अपना शिकार बनाया। ठगी का तरीका बेहद शातिर था — पहले कॉल करके खुद को बैंक कर्मचारी बताया जाता, फिर क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने का लालच देकर OTP मांगा जाता, और इसके जरिए खातों से पैसे निकाल लिए जाते थे।
गिरफ्तार आरोपी और मास्टरमाइंड
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में साक्षी नेगी, दीपिका, बबीता, समरा, प्रिया मेहरा, कोमल, ज्योति भारती, अमिसा, सोनम कौर, परमीत कौर, अब्दुल वाहिद (नांगलोई निवासी) और चंचल (बिहार निवासी) शामिल हैं। इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड खुशहाल उर्फ रौनक है, जो बिहार के पूर्णिया का निवासी है और फिलहाल फरार है। उसकी तलाश जारी है।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने आरोपियों के पास से 15 मोबाइल फोन और 12 अन्य डिवाइसेज बरामद की हैं। सभी को अदालत में पेश कर 5 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस को उम्मीद है कि मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी से और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।
ठगी का लक्ष्य और सैलरी
जांच में सामने आया है कि कॉल सेंटर में काम करने वालों को मासिक 25,000 रुपये की सैलरी दी जाती थी। इसके अलावा प्रत्येक कर्मचारी को एक निश्चित टारगेट दिया जाता था — हर किसी को कम से कम तीन लोगों से ठगी करनी होती थी। यानी यह एक पूरी तरह से प्रोफेशनल तरीके से चलाया जा रहा फर्जी धंधा था।
आरोपियों की योग्यता
गिरफ्तार युवतियों में से सात ने स्नातक तक की पढ़ाई की है, जबकि बाकी दसवीं या बारहवीं पास हैं। इनमें से कई युवतियां पहली बार ऐसे अपराध में लिप्त पाई गई हैं।
मास्टरमाइंड की भूमिका
खुशहाल उर्फ रौनक ही इस पूरे फर्जी कॉल सेंटर का मास्टरमाइंड है। मार्च 2024 में उसने जनकपुरी में एक फ्लैट किराए पर लिया और वहां से इस ठगी के नेटवर्क को ऑपरेट करना शुरू किया। जब वह मौजूद नहीं होता था, तब आरोपी अब्दुल वाहिद और चंचल कॉल सेंटर की जिम्मेदारी संभालते थे।
पिछले महीने भी हुआ था ऐसा ही खुलासा
यह पहला मामला नहीं है। 9 मार्च को भी पुलिस ने दिल्ली के पीरागढ़ी इलाके से एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया था। उस केस में आठवीं पास नितेश कुमार ठाकुर मुख्य आरोपी था। वहां से पुलिस ने मालिक और दो महिलाओं समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया था।
आगे की कार्रवाई
पुलिस अब मोबाइल फोन और बैंक खातों की डिटेल्स खंगाल रही है ताकि ठगी के पैटर्न और अन्य पीड़ितों की पहचान की जा सके। साथ ही मास्टरमाइंड खुशहाल की गिरफ्तारी से इस नेटवर्क के और भी गहरे राज सामने आ सकते हैं।
A fake call center operating out of a rented flat in Janakpuri, Delhi, was busted by Faridabad Cyber Police. The scammers, including 11 women, used credit card limit increase tricks and OTP fraud to scam over 100 victims across India. This cyber crime operation offered a fixed salary of ₹25,000 and had daily fraud targets. The call center mastermind from Bihar is still on the run. This is one of many recent call center scams in India, highlighting growing concerns in digital financial fraud.