राम और हनुमान मंदिरों से नौकरियां पैदा नहीं होगी. सैम पित्रोदा के बयान पर हमलावर BJP, बताया ‘हिंदुओं के खिलाफ जहर’
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने कहा है कि भगवान राम और हनुमान के मंदिरों से नौकरियां पैदा नहीं होंगी. इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार विकास के मुद्दों की अनदेखी कर रही है और धार्मिक मामलों पर ध्यान केंद्रित कर रही है.’ पित्रौदा की इस टिप्पणी के लेकर भारतीय जनता पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है.
बीजेपी ने इस बयान की निंदा करते हुए कहा कि ‘ऐसा कहकर पित्रोदा ने हिंदुओं पर जहर उगला और मंदिरों को बदनाम करने की कोशिश है.’
बता दें कि राहुल गांधी की अमेरिका यात्रा के दौरान सैम पित्रोदा ने भी लगभग सभी कार्यक्रम में साथ-साथ थे. इस दौरान राहुल गांधी की मौजूदगी में सैम पित्रोदा ने कहा कि “मंदिरों से नौकरियां पैदा नहीं होने वाली हैं”. फ़र्स्टपोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक पित्रोदा ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘हम बेरोजगारी, महंगाई, शिक्षा और स्वास्थ्य की समस्या से जूझ रहे हैं. इन पर कोई बात नहीं होती लेकिन हर कोई राम, हनुमान और मंदिर की बात करता है. मंदिर रोजगार पैदा नहीं करने जा रहे हैं.’ इस पर भाजपा नेता अमित मालवीय ने पित्रोदा को जवाब देने के लिए ट्विटर का सहारा लिया और कहा कि उन्होंने “हिंदुओं के खिलाफ जहर उगला और मंदिरों को बदनाम किया’.
सिख दंगों को लेकर भी दिया था ‘हुआ तो हुआ’ वाला विवादित बयान
भाजपा नेता अमित मालवीय ने चुप्पी के लिए राहुल गांधी पर भी निशाना साधा और कहा कि यह एक ‘हिंदूफोबिक डायट्रीब’ का समर्थन है. इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पित्रोदा इससे पहले भी कुछ विवादित बयान दे चुके हैं. सैम पित्रोदा के कारण 2019 में कांग्रेस पार्टी को एक बड़ी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था. जब पित्रोदा ने सिख विरोधी दंगों पर पूछे गए सवालों को खारिज करने की कोशिश करते हुए कहा था ‘हुआ तो हुआ’ शब्दों का इस्तेमाल किया था
एक तरफ हिंदू तो दूसरी तरफ बाकी सब कुछ’
तब तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पित्रोदा की टिप्पणी को ‘बिल्कुल गलत बताया था और कहा था कि उन्हें इसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए. पित्रोदा ने 2019 में पुलवामा हमले के बाद हवाई हमले पर भी सवाल उठाया था और कथित तौर पर कहा था कि भारत को पाकिस्तान पर हमला नहीं करना चाहिए था. इससे पहले, कांग्रेस नेता ने कहा कि पिछले नौ वर्षों में समय के साथ भारतीय समाज का ध्रुवीकरण हुआ है. उन्होंने कहा कि एक तरफ हिंदू है तो दूसरी तरफ बाकी सब कुछ है.