AIN NEWS 1 | उत्तर प्रदेश में एक बार फिर प्रशासनिक फेरबदल की बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है। इस बार मामला गाजियाबाद से शुरू हुआ, जहां बीजेपी विधायक सुनील शर्मा की नाराजगी के बाद कमिश्नर अजय मिश्रा को हटा दिया गया है। इसके साथ ही राज्य सरकार ने 11 IPS अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया है। 6 जिलों में पुलिस कप्तानों को भी बदला गया है।
गाजियाबाद में हुआ विरोध, सरकार पर पड़ा असर
गाजियाबाद में बीजेपी विधायक और साहिबाबाद से विधायक सुनील शर्मा ने हाल ही में कमिश्नर अजय मिश्रा के कामकाज पर सवाल उठाए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि कमिश्नर जनता की समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और अफसरशाही रवैया अपना रहे हैं।
इसके बाद यह मामला प्रदेश नेतृत्व तक पहुंचा और जल्द ही गृह विभाग ने गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर अजय मिश्रा को उनके पद से हटा दिया। यह कदम सत्ताधारी दल के विधायक की नाराजगी को शांत करने और स्थानीय प्रशासन में सुधार के तौर पर देखा जा रहा है।
गाजियाबाद में नए पुलिस कमिश्नर की नियुक्ति
अजय मिश्रा की जगह अब आईपीएस प्रेम चंद्र पांडे को गाजियाबाद का नया पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया है। प्रेम चंद्र पांडे इससे पहले मेरठ में एडीजी पद पर कार्यरत थे और उन्हें तेज-तर्रार अधिकारी माना जाता है। सरकार को उम्मीद है कि उनकी नियुक्ति से गाजियाबाद में पुलिस व्यवस्था में सुधार आएगा और जनता का भरोसा बढ़ेगा।
11 IPS अधिकारियों का ट्रांसफर, 6 जिलों के कप्तान बदले
गाजियाबाद के अलावा यूपी के कई जिलों में भी पुलिस अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। इस सूची में कुल 11 आईपीएस अधिकारी शामिल हैं।
राजनीतिक दबाव बनाम प्रशासनिक स्वतंत्रता
गाजियाबाद कमिश्नर का तबादला इस बात की मिसाल बन गया है कि किस तरह राजनीतिक दबाव प्रशासनिक निर्णयों को प्रभावित कर सकता है। बीजेपी विधायक द्वारा खुलेआम विरोध जताना और उसके बाद कमिश्नर का हटाया जाना प्रशासनिक स्वतंत्रता पर सवाल खड़े करता है। हालांकि, सरकार का पक्ष है कि यह फैसला स्थानीय जनता की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
सरकार की सफाई
सरकार के उच्च पदस्थ अधिकारियों ने कहा कि यह ट्रांसफर रूटीन प्रक्रिया का हिस्सा है और इसमें किसी तरह का राजनीतिक दबाव नहीं है। उनका कहना है कि अधिकारियों के प्रदर्शन की समय-समय पर समीक्षा की जाती है और आवश्यकता के अनुसार बदलाव किए जाते हैं।
गाजियाबाद से शुरू हुई एक बीजेपी विधायक की नाराजगी अब पूरे उत्तर प्रदेश की पुलिस व्यवस्था में बदलाव का कारण बन गई है। प्रशासनिक तबादले जहां व्यवस्था को बेहतर बनाने का प्रयास हो सकते हैं, वहीं इस तरह की कार्रवाइयों से यह भी संदेश जाता है कि राजनीतिक प्रभाव किस हद तक निर्णयों को प्रभावित कर सकता है। अब देखना होगा कि इन नए अधिकारियों की नियुक्ति से कानून-व्यवस्था में कितनी बेहतरी आती है और जनता को कितना लाभ मिलता है।
After a BJP MLA’s protest, Ghaziabad Commissioner Ajay Mishra has been transferred, sparking a significant IPS officers reshuffle across Uttar Pradesh. The transfer list includes 11 senior IPS officers, and police chiefs in 6 districts have been replaced. This major administrative shake-up highlights the growing tension between elected leaders and top police officials, raising questions about governance, law and order, and political influence in police postings. Ghaziabad Commissioner transfer, IPS reshuffle in UP, and BJP intervention are currently trending in Uttar Pradesh news.