AIN NEWS 1 | सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने जेनसोल इंजीनियरिंग ( Gensol Engineering ) और उसके प्रोमोटरों अनमोल सिंह जग्गी तथा पुनीत सिंह जग्गी के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है। उन पर जेनसोल इंजीनियरिंग में फंड का दुरुपयोग करने और शेयर बाजार में हेरफेर करने के लिए भ्रामक जानकारी देने का आरोप लगा है।
🔹 SEBI का सख्त एक्शन
मंगलवार को SEBI ने एक अंतरिम आदेश में जेनसोल इंजीनियरिंग को स्टॉक स्प्लिट करने से रोक दिया। इसके अलावा, कंपनी के दोनों प्रमोटरों को प्रमुख प्रबंधन पदों पर रहने से भी मना कर दिया गया है। उन्हें शेयर बाजार में किसी प्रकार के लेनदेन से भी रोक दिया गया है। कंपनी ने हाल ही में 1:10 स्टॉक स्प्लिट का ऐलान किया था।
🔹 कंपनी की वित्तीय गतिविधियों की जांच
SEBI अब कंपनी की वित्तीय गतिविधियों का गहन जांच करने के लिए एक ऑडिटर नियुक्त करेगा। यह ऑडिटर अपनी रिपोर्ट को छह महीने के भीतर पेश करेगा, जो कंपनी के फंड के उपयोग और अन्य वित्तीय पहलुओं की जांच करेगा।
🔹 क्या है मामला?
जेनसोल इंजीनियरिंग, जो इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) लीजिंग और सोलर EPC सेवाएं प्रदान करती है, ने IREDA और Power Finance Corporation से करीब 977 करोड़ रुपये का लोन लिया था। इनमें से 663 करोड़ रुपये EV खरीदने के लिए लिए गए थे। लेकिन जांच में पता चला कि कंपनी ने केवल 4,704 इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदे, जिनकी कीमत 567.73 करोड़ रुपये थी।
बाकी के करीब 207 करोड़ रुपये का फंड कहीं और डायवर्ट कर दिया गया। आरोप है कि यह पैसा प्रमोटर्स और उनके रिश्तेदारों से जुड़ी संस्थाओं को ट्रांसफर किया गया। इसके अलावा, यह भी आरोप है कि कंपनी ने Wellray Solar नामक कंपनी के माध्यम से शेयरों की भारी ट्रेडिंग करवाई, जिससे कृत्रिम रूप से शेयर की कीमतें बढ़ाई गईं। यह सब SEBI के नियमों के खिलाफ है।
SEBI has taken strict action against Gensol Engineering and its promoters for fund misuse and stock market manipulation. The company is banned from splitting its stock, and its promoters are prohibited from market transactions. A detailed investigation is underway, with an auditor appointed to examine the company’s financial activities.