AIN NEWS 1 जयपुर : New CM Rajasthan काफ़ी दिनो से चल रही सभी कयासों और संभावनाओं को पूर्ण विराम देते हुए भाजपा ने पहली बार ही लड़कर विधायक बनने वाले भजन लाल शर्मा (Bhajanlal Sharma) को इस बार राजस्थान का नया मुख्यमंत्री चुन लिया है। प्रदेश में सीएम के लिए अपने नाम की घोषणा हो जाने पर एक बार तो खुद शर्मा भी चौंक गए थे। भाजपा मे सामान्य कार्यकर्ता से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर पहुंचने वाले यह शर्मा पहली बार ही लड़े और विधायक निर्वाचित भी हुए हैं।
यहां हम आपको बता दें सांगानेर सीट से ही विधायक हैं होने वाले सीएम
जयपुर की सांगानेर सीट से ही विधायक बने 54 वर्षीय शर्मा काफ़ी पुराने स्वयंसेवक माने जाते हैं। इस तरह शर्मा को सीएम बनाने से हमेशा ही काफ़ी चौंकाने वाले फैसले करने वाली प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की यह जोड़ी एक बार फिर से काफ़ी चर्चा में है। शर्मा के साथ ही दूसरी बार विधायक बनी दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा प्रदेश में उप मुख्यमंत्री होंगे। वहीं आरएसएस पृष्ठभूमि के वरिष्ठ विधायक वासुदेव देवनानी इस बार नए विधानसभा अध्यक्ष होंगे।’
उनका मानना है सभी के साथ मिलकर करेंगे प्रदेश का विकास’
बता दें छत्तीसगढ़ में आदिवासी और मध्यप्रदेश में ओबीसी चेहरे को ही सीएम बनाने के बाद से अब राजस्थान में सामान्य वर्ग के शर्मा को मुख्यमंत्री बनाया गया है। उनके साथ उप मुख्यमंत्री बनी दीया कुमारी राजपूत और बैरवा खुद दलित समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं। वहीं देवनानी भी भाजपा के कोर वोट बैंक सिंधी समाज से हैं। विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद से शर्मा ने कहा, ‘सभी नेताओं के साथ मिलकर प्रदेश का सर्वांगीण विकास करेंगे।’
जब घोषणा हुई तो अंतिम पंक्ति में बैठे शर्मा खुद चौंक गए
विधायक दल का नेता चुनने के लिए मंगलवार को ही जयपुर स्थित भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में हुई एक बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ही शर्मा के नाम का प्रस्ताव किया तो इससे खुद शर्मा भी चौंक गए। बैठक में मौजूद कई विधायकों ने बताया कि शर्मा का चेहरा देखकर साफ़ साफ़ ऐसा लग रहा था, जैसे उन्हें तो खुद विश्वास ही नहीं हो रहा हो। इस बैठक में वे अन्य विधायकों के साथ ही चौथी पंक्ति में बैठे हुए थे। आगे की दो पंक्तियों में भी कई वरिष्ठ नेता व विधायक भी बैठे थे। हालांकि, कुछ ही देर में प्रदेशाध्यक्ष सी.पी. जोशी ने उन्हे वहां मंच पर बुलाया। पार्टी के ही पांच वरिष्ठ विधायकों ने इस दौरान उनके नाम का समर्थन भी किया।इस मौके पर ही पर्यवेक्षक के रूप में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वरिष्ठ नेता विनोद तावड़े और राज्यसभा सांसद सरोज पांडे भी मौजूद थी। शर्मा को इस दौरान विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद तीनों पर्यवेक्षक,शर्मा,जोशी,वसुंधरा और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी राजभवन जाकर राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात भी की। उन्होंने राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा भी पेश किया। 15 दिसंबर को ही नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह भी हो सकता है।पीएम मोदी सहित अन्य कई वरिष्ठ नेता भी इस मौके पर मौजूद रह सकते हैं।
इस दौरान राजनाथ ने वसुंधरा से की बात
दिल्ली से ही जयपुर पहुंचे राजनाथ ने यहां ललित होटल में ही वसुंधरा से अकेले में बातचीत भी की। सूत्रों के अनुसार, राजनाथ ने वसुंधरा को इस पार्टी नेतृत्व के फैसले के बारे में बताया और उन्हे विधायक दल की बैठक में ही शर्मा के नाम का प्रस्ताव करने के लिए तैयार भी किया। सूत्रों के अनुसार राजनाथ ने ही वसुंधरा को भरोसा भी दिया कि उनकी अगली भूमिका के बारे में अगले कुछ दिनों में पार्टी द्वारा निर्णय होगा।
इस पूरे प्रकरण में इन नामों की थी चर्चा
वैसे तो सीएम पद को लेकर सबसे अधिक चर्चा वसुंधरा की ही थी। उन्हे नहीं बनाए जाने की इस स्थिति में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल, पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल के नाम की भी चर्चा में थे। लेकिन इस बार मोदी और शाह की जोड़ी ने ऐसे नाम का चयन किया, जो की चर्चा में ही नहीं था।