Delhi Dhaula Kuan: क्यों पड़ा धौला कुआं नाम चौराहे का आख़िर क्या है ‘धौला कुआं’ की पूरी कहानी?

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AIN NEWS 1 नई दिल्ली: जैसा कि आप जानते हैं कभी भी अगर आप उत्तम नगर से होते हुए रिंग रोड से नोएडा और गुरुग्राम जाते हैं तो आपको रास्ते में धौला कुआं होकर जाना ही पड़ता है। लेकिन कभी भी यहां से गुजरते हुए क्या आपने सोचा है कि आख़िर इस जगह का यह नाम कैसे पड़ा। चलिए आज हम आपको इसी के बारे में कुछ जानकारी बताने वाले हैं कि आखिर कैसे इस एक चौराहे को कुएं का नाम क्यों दिया गया ?

आएइ जानते हैं आख़िर क्या थी इसके पीछे की ख़ास वजह

हम आपको बता दें इसलिए पड़ गया इसका धौला कुआं नाम दरअसल दिल्ली के रिंग रोड पर आने वाले इस चौराहे का नाम धौला कुआं पड़ने के पीछे भी एक काफ़ी दिलचस्प कहानी है। धौला कुआं पेट्रोल पंप और मेट्रो स्टेशन के पास ही एक डीडीए का पार्क है। इसी पार्क में आपके एंट्री करते ही आपको एक कुआं भी दिख जाएगा। यहां हम बता दें उसे ही धौला कुआं कहा जाता हैं। उसी के नाम से ही इस चौराहे का नाम भी धौला कुआं रखा गया। उसके बाद ही जब यहां पर मेट्रो स्टेशन बना तो उसका नाम भी यहां धौला कुआं मैट्रो स्टेशन पड़ गया।

इस को लोहे के जाल से ढक दिया गया 

जान ले कुआंडीडीए पार्क में बने इस कुएं के अंदर कुछ खास किस्म के पत्थर भी होते थे। जिसके कारण इसमें से ही हल्के सफेद कलर का पानी भी आता था। इसलिए ही इसका नाम उस समय धौला कुआं रखा गया। अभी भी इस कुएं की दीवारें खड़ी हुई हैं जिनसे पानी भी निकाला जाता था। बता दें कि अब इस कुएं को कुछ लोहे के जाल से ढक दिया गया है। जिससे इसे अच्छे से सुरक्षित रखा जा सके।

इसका 1857 की जंग से भी है संबंध

आपकों बता दें धौला कुआं के आसपास रहने वाले कई बुजुर्गों का कहना है कि इस कुएं का 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से भी काफ़ी ज्यादा संबंध है। दरअसल उन लोगों का यह साफ़ कहना है कि हमारे देश को आजाद कराने के लिए ही कुछ वीर सेनानियों ने इसी कुएं पर आकर अपनी शपथ ली थी कि वो मर जाएंगे लेकिन अब अंग्रेजों के सामने झुकेंगे नहीं।

वैसे खेती के काम भी आता था इस कुएं का पानी

यहां हम आपको बता दें आज भले ही धौला कुआं के पास काफ़ी चौड़ी – चौड़ी सड़कें बन गई हैं लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब यहां पर केवल खेती होती थी। यहां पर आसपास के किसान चने और गेहूं की फसल में पानी को डालने के लिए इसी कुएं का इस्तेमाल किया करते थे। उसके बाद काफी सालों तक डीडीए के कर्मचारी भी इस कुएं से ही पानी निकालकर पार्क में इस्तेमाल किया करते थे। हालाकि डीडीए एक मोटर लगाकर इस कुएं से पानी बाहर निकालती थी।

यहां पर बना सबसे ऊंचा मेट्रो स्टेशन

जान ले धौला कुआं पर काफ़ी चौड़ी सड़कें बनने के बाद भी यहां पर सुबह – शाम काफी ज्यादा जाम लगता है क्योंकि नोएड़ा- गुरुग्राम से ऑफिस का काम पूरा करके इसी रास्ते से लोग अपने घर वापिस आते हैं। बता दें कि धौला कुआं दिल्ली मेट्रो का एक सबसे ऊंचा मेट्रो स्टेशन है। इसकी ऊंचाई ही 23.6 मीटर है। यहां से ज्यादातर यात्री एयरपोर्ट के लिए मेट्रो पकड़ते हैं।

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