AIN NEWS 1: भारतीय अर्थव्यवस्था की तेज रफ्तार जारी रहने का भरोसा एक बार फिर से जताया गया है. RBI के मई बुलेटिन में दावा किया गया है कि भारत 2024-25 की पहली तिमाही में भी अपनी अर्थव्यवस्था की रफ्तार को कम नहीं होने देगा. इस बुलेटिन के मुताबिक देश की GDP ग्रोथ अप्रैल-जून तिमाही में साढ़े 7 फीसदी रह सकती है. इसकी वजह कुल डिमांड में हो रहा इजाफा और ग्रामीण इलाकों में गैर खाद्य सामानों की बिक्री में हुई बढ़ोतरी है. RBI ने ये अनुमान अप्रैल में हाई फ्रीक्वेंसी इंडिकेटर्स को देखकर लगाया है जिसकी वजह से आर्थिक गतिविधि सूचकांक यानी EAI में तेजी आई है. इन हाई फ्रीक्वेंसी इंडिकेटर्स में GST कलेक्शन, बिजली खपत, माल ढुलाई शामिल हैं.
UN का बढ़ा भारत पर भरोसा!
इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र ने भी 2024 के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर का अनुमान 0.7 फीसदी बढ़ाकर 6.9 फीसदी कर दिया है. बेहतर आउटलुक, कम महंगाई, मजबूत निर्यात और विदेशी निवेश में बढ़ोतरी से ग्रोथ को फायदा मिलने की बात UN की रिपोर्ट में कही गई है. UN ने ‘इंडियन इकनॉमी’ को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था भी करार दिया है. यही वजह है कि भारत को पश्चिमी देशों से भारी निवेश मिल रहा है और देश का निर्यात भी काफी मजबूत रहा है. इसके साथ ही रूसी तेल की विशेष आयात व्यवस्था से भारत की लागत में कमी आई है जिससे देश की अर्थव्यवस्था को फायदा हुआ है.
जनवरी-मार्च में कैसी रहेगी ग्रोथ?
इसी तरह ICRA ने भी जनवरी-मार्च तिमाही में भारत की विकास दर 6.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया है जो पिछले साल की इसी तिमाही के 6.1 फीसदी के मुकाबले कहीं ज्यादा है. अगर दूसरे आंकड़ों की बात करें तो टोल कलेक्शन में इस साल अप्रैल में सालाना आधार पर 8.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, दोपहिया और तिपहिया सेगमेंट की मजबूत बिक्री हुई जो कुल मिलाकर 25.4 फीसदी की बढ़ोतरी है.
5 ट्रिलियन डॉलर के पार BSE!
इन सब दमदार खबरों के बाद शेयर बाजार ने भी अपने प्रदर्शन से सबको हैरान कर दिया है. पहली बार BSE में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 5 ट्रिलियन डॉलर के स्तर को पार कर गया. हालांकि बाद में इसमें गिरावट आई लेकिन इसका इस ऊंचाई तक पहुंचना भी कम बात नहीं है. भारतीय अर्थव्यवस्था का शानदार प्रदर्शन आने वाले दिनों में भी इसी तरह जारी रहने के इस अनुमान से रोजगार की समस्या भी कम होने का भरोसा बढ़ गया है.