AIN NEWS 1 Ghaziabad : उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में वार्ड नंबर 28 राजीव कालोनी के बीजेपी पार्षद सुधीर कुमार द्वारा की गई कथित गुंडई के मामले में पुलिस ने एक केस दर्ज कर उसे अब गिरफ्तार भी कर लिया था। अब इसी मामले में ही मेयर सुनीता दयाल का एक बड़ा बयान सामने आया है। इस पूरे प्रकरण में मेयर का कहना है कि उनका पार्षद बहुत ही शरीफ और सम्मानित व्यक्ति है। गाज़ियाबाद पुलिस के द्वारा पार्षद पर बेवजह यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने भी साहिबाबाद SHO को ही फोन कर इस पूरे मामले को निपटाने के लिए कहा भी था। लेकिन इसके बाद भी SHO ने इस पार्षद को हवालात में ही डाल दिया। यह सब बहुत ही गलत हुआ है।
इस दौरान डीसीपी सिटी से भी हुई नोकझोंक
गाजियाबाद में एक खोखा पलटने और साथ ही दंपती से मारपीट के आरोप में गिरफ्तार किए गए भाजपा पार्षद सुधीर कुमार के खिलाफ पुलिस द्वारा कार्रवाई के विरोध में बुधवार को पार्षदों ने काफ़ी जमकर हंगामा किया। वह देर शाम इस मामले को लेकर पुलिस कमिश्नर से मिलने वाले थे। लेकीन रास्ते में डीसीपी सिटी ने उन्हें रोक लिया। इसे लेकर भी पार्षदों और डीसीपी के बीच काफी ज्यादा नोकझोंक हुई। इसके बाद से सभी पार्षद वापस लौट गए।
मेयर के बयान की इस दौरान हो रही आलोचना
गाजियाबाद की ही मेयर सुनीता दयाल का एक अजीब बयान सामने आया है। उन्होंने अपने बयान मे कहा है कि उन पर जो भी बड़े आरोप लगे हैं, उसे देखते हुए वह ऐसे पार्षद बिलकुल नहीं हैं। वह बहुत ही सम्मानित पार्षद हैं। मेयर के इस बयान की लेकर सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा आलोचना हो रही है। यूजर मेयर को भी जमकर खरी-खोटी सुना रहे हैं। एक यूजर का इस पर कहना है कि मेयर को आंख बंद करके किसी को सपोर्ट नहीं करना चाहिए। उनके पार्षद ने एक अपराध किया है जिसकी उन्हें सजा भी मिली है।
उन्होने कहा SHO ने नहीं मानी बात
इस पूरे घटनाक्रम मे मेयर सुनीता दयाल का कहना है कि ‘जितने बड़े आरोप उस पर लगा दिए गए, वो ऐसा पार्षद नहीं है। वह बड़ा शरीफ पार्षद है। वहां रात के 2 बजे आखिर कौन शरीफ लोग खोखा खोलकर बैठता है। उन्हे यह पता नहीं किस बात पर झगड़ा हुआ। थोड़ा-बहुत झगड़ा हुआ, जिसे इतना ज्यादा तूल दे दिया। जब मुझे ये सारा विषय पता चला तो मैंने SHO से भी बात की। मैंने SHO से कहा कि मामले को यहीं निपटा दो, यह इतनी बड़ी बात क्या हुई। पार्षद ने गलत काम नहीं किया, ये मैं भी उसे जानती हूं। लेकिन SHO ने पार्षद को छोड़ने की बजाय हवालात में ही डाल दिया।
इस पूरे प्रकरण में ‘पुलिस कमिश्नर के बयान से हूं आहत
मेयर ने आगे कहा, ‘मेरी इस बारे में पुलिस कमिश्नर से भी बात हुई। जिस तरह से उन्होंने इस पार्षद के विषय में बोला, मैं बड़ी आहत हूं। पुलिस कमिश्नर ने उसको एक गुंडा, बदमाश, मवाली बताया। मैंने कहा कि आप इतनी बड़ी-बड़ी बात आख़िर क्यों कर रहे हैं उसके बारे में, क्या आप जानते हैं? बल्कि यह पार्षद तो गलत काम के खिलाफ मुझसे ही अपनी शिकायत करता रहता था।’ मेयर ने कहा कि इस षड़यंत्र में एक पूरा गैंग शामिल है, जो हरिद्वार तक ही डग्गेमार बस चलवाता है। ये बस वालों और खोखे वालों का आपस में ही मिले हुए हैं।