पुणे पुलिस ने पूजा खेडकर की मां को गिरफ्तार किया
AIN NEWS 1 पुणे. ट्रेनी IAS पूजा खेडकर के लिए हालात और भी बिगड़ गए हैं। पुणे पुलिस ने उनकी मां, मनोरमा खेडकर को रायगढ़ जिले से गिरफ्तार कर लिया है। पुणे ग्रामीण पुलिस के अनुसार, मनोरमा खेडकर को एक किसान को धमकाने के आरोप में हिरासत में लिया गया था।
क्या है मामला?
मनोरमा खेडकर का हाल ही में एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वह एक किसान को पिस्तौल दिखाकर अपनी जमीन बेचने के लिए मजबूर करती नजर आईं। यह घटना मुलशी क्षेत्र की है, जो लगभग दो महीने पहले की है, लेकिन हाल ही में वीडियो के सामने आने के बाद मामला तूल पकड़ गया। वीडियो में दिख रहा था कि मनोरमा खेडकर ने मेल बाउंसर्स और महिला गार्ड की टीम के साथ मिलकर किसानों से विवाद किया और पिस्तौल भी तान दी।
फार्मिंग प्रॉपर्टी और विवाद
खेडकर परिवार के पास पुणे में 25 एकड़ से अधिक जमीन है। उनका आरोप है कि उन्होंने पड़ोसी किसानों को अपनी जमीन बेचने के लिए दबाव डाला, लेकिन किसानों ने इसका विरोध किया। पीड़ित किसानों का कहना है कि उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन राजनीतिक दबाव के कारण उनकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया गया।
पूजा खेडकर की स्थिति
हाल ही में, पूजा खेडकर को पुणे कलेक्टरेट से वाशिम कलेक्टरेट में सहायक जिलाधीश के रूप में ट्रांसफर कर दिया गया है। पूजा ने पुणे कलेक्टर पर परेशान करने का आरोप लगाया है। इस मामले में पूजा खेडकर को बयान दर्ज करवाने के लिए नोटिस भेजा गया है और उनसे पूछताछ की जा सकती है।
आगे की कार्रवाई
आरटीआई कार्यकर्ता विजय कुंभार के अभियान के बाद, खेडकर परिवार के संपत्ति के संबंध में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। केंद्र और राज्य ने पूजा खेडकर के खिलाफ उनके आईएएस कार्यकाल, ओबीसी नॉन-क्रीमी लेयर प्रमाणपत्र, मेडिकल रिकॉर्ड और ट्रैफिक पुलिस डेटा की स्वतंत्र जांच शुरू कर दी है।
पूजा खेडकर के लिए यह समय अत्यंत चुनौतीपूर्ण है, और उनकी मां की गिरफ्तारी और खुद उनकी पूछताछ इस बात का संकेत है कि इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं।
It clearly shows that the bureaucrats don’t have any respect for any rules, regulations, procedures and in fact these dark skinned persons have replaced only white skinned Britishers and the system is going on as usual. Our system is totally rotten, stinking and has collapsed which is a very serious matter. Even God cannot save this country.