AIN NEWS 1 लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एंटी करप्शन टीम ने पॉलिटेक्निक चौराहे के पास गाजीपुर थाने में तैनात सिपाही जाहिद हुसैन को गिरफ्तार कर लिया। सिपाही के साथ दो अन्य युवकों को भी 15 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। हालांकि, विवेचक सब इंस्पेक्टर मुन्ना सिंह फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।
पुलिस के अनुसार, सब इंस्पेक्टर मुन्ना सिंह ने धोखाधड़ी और धमकी के एक मामले में दो लोगों के नाम हटाने के लिए रिश्वत की मांग की थी। मुन्ना सिंह के कहने पर सिपाही जाहिद हुसैन और उसके साथ मौजूद दो युवकों ने 15 हजार रुपए रिश्वत प्राप्त की। इनमें से एक युवक सीतापुर के रेउसा निवासी कल्मान और दूसरा अमराई गांव निवासी मोहम्मद जावेद सिद्दकी था।
इस मामले की शुरुआत तब हुई जब मुलायम नगर निवासी अजीमुल रहमान मलिक ने विवेचक मुन्ना सिंह और सिपाही जाहिद के खिलाफ रिश्वत मांगने की शिकायत की। शिकायत के आधार पर एंटी करप्शन टीम गठित की गई, जो अजीमुल के साथ सिपाही को रिश्वत देने के लिए पॉलिटेक्निक चौराहे पर पहुंची। वहां सिपाही ने पैसे बिरयानी दुकानदार कल्मान और जावेद से प्राप्त किए, जिन्होंने कुल 15 हजार रुपए सिपाही को दे दिए। इस दौरान टीम ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया। पूरी कार्रवाई पीड़ित की शिकायत और रिश्वत मांगने की ऑडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर की गई।
इससे पहले 3 अगस्त को सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) की ट्रैप टीम ने माल थाने के दारोगा अमीन खां को 30 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। अमीन खां ने दहेज उत्पीड़न के मामले में चार लोगों के नाम मुकदमे से हटाने के लिए रिश्वत की मांग की थी।