AIN NEWS 1नागपुर, महाराष्ट्र: आज मुंबई में चंद्रशिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने की घटना को लेकर मविकास आघाडी (MVA) विरोध प्रदर्शन आयोजित करने जा रही है। इस मुद्दे पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने विरोध की राजनीति को लेकर तीखी टिप्पणियां की हैं।
#WATCH | Nagpur, Maharashtra: MVA to hold a protest march in Mumbai today, over Chhatrapati Shivaji Maharaj's statue collapse incident.
Deputy CM Devendra Fadnavis says, "This agitation is completely political. Be it Maha Vikas Aghadi or Congress party, they never respected… pic.twitter.com/TVHr8tplYY
— ANI (@ANI) September 1, 2024
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “यह आंदोलन पूरी तरह से राजनीतिक है। चाहे वह मविकास आघाडी हो या कांग्रेस पार्टी, उन्होंने कभी भी चंद्रशिवाजी महाराज की सम्मान की परवाह नहीं की। पंडित नेहरू ने अपनी किताब ‘The Discovery of India’ में चंद्रशिवाजी महाराज का अपमान किया। क्या कांग्रेस और मविकास आघाडी इसके लिए माफी मांगेंगे? मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चंद्रशिवाजी महाराज की मूर्ति को बुलडोजर से ढहा दिया था। स्वतंत्रता प्राप्ति के कई सालों बाद भी कांग्रेस ने हमें सिखाया कि चंद्रशिवाजी महाराज ने सूरत को लूटा था, जो कि सही नहीं है। सूरत के लोगों ने वहां चंद्रशिवाजी महाराज की मूर्ति स्थापित की है। क्या कांग्रेस इसके लिए माफी मांगेगी?”
फडणवीस ने स्पष्ट किया कि यह विरोध प्रदर्शन और आंदोलन पूरी तरह से राजनीतिक उद्देश्य के तहत चलाया जा रहा है और इसके पीछे कांग्रेस और मविकास आघाडी की राजनीतिक मंशा है। उनका कहना है कि इन पार्टियों ने हमेशा चंद्रशिवाजी महाराज के योगदान और सम्मान को नजरअंदाज किया है और अब जब इस मुद्दे को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है, तो यह सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए है।
उन्होंने विरोधी दलों से सवाल किया है कि क्या वे पूर्ववर्ती नेताओं द्वारा किए गए अपमान के लिए माफी मांगेंगे और चंद्रशिवाजी महाराज के प्रति अपने रवैये को सही करेंगे। फडणवीस का कहना है कि यह समय है जब राजनीतिक दल वास्तविक मुद्दों पर ध्यान दें और समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को समझें, न कि केवल राजनीतिक लाभ के लिए उकसावे की राजनीति करें।
इस बयान के बाद, यह स्पष्ट हो गया है कि चंद्रशिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने की घटना और उससे जुड़ी राजनीति अब महाराष्ट्र की राजनीतिक चर्चा का केंद्र बन चुकी है।