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हरियाणा विधानसभा 52 दिन पहले भंग, BJP सरकार की सिफारिश पर हुआ फैसला
हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने 52 दिन पहले राज्य की विधानसभा भंग कर दी थी। इस फैसले की सिफारिश हरियाणा की भाजपा सरकार ने की थी। नियमों के अनुसार, विधानसभा के दो सत्रों के बीच अधिकतम 6 महीने का अंतर हो सकता है। हरियाणा विधानसभा का पिछला सत्र 12 मार्च को हुआ था, और 12 सितंबर को उसके 6 महीने पूरे हो रहे थे। इस दौरान चुनाव का नोटिफिकेशन जारी हो चुका था, जिसके कारण सत्र बुलाना संभव नहीं था। इसी संवैधानिक संकट से बचने के लिए सरकार ने विधानसभा भंग करने की सिफारिश की।
पहला ऐसा मामला: यह देश का पहला मामला है जब संवैधानिक संकट के कारण विधानसभा को भंग करना पड़ा है। आजादी के बाद से किसी राज्य में ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं आई। यहां तक कि कोरोनाकाल के दौरान भी हरियाणा में ऐसी स्थिति से निपटने के लिए एक दिन का सत्र बुलाया गया था। हालांकि, इससे पहले हरियाणा विधानसभा तीन बार समय से पहले भंग की जा चुकी है, लेकिन उन मामलों में जल्द चुनाव कराने के लिए ऐसा किया गया था।
इंदौर में आर्मी अफसरों और दोस्त से मारपीट और गैंगरेप का मामला, 6 आरोपी, 3 गिरफ्तार
मध्य प्रदेश के इंदौर में सेना के दो ट्रेनी अफसरों और उनकी महिला दोस्त के साथ मारपीट, बंधक बनाने और गैंगरेप का गंभीर मामला सामने आया है। यह घटना 10 सितंबर की रात लगभग ढाई बजे हुई, जब दो ट्रेनी अफसर अपनी दो महिला दोस्तों के साथ जामगेट घूमने गए थे। वहीं, छह आरोपी वहां पहुंचे और उन्हें बंधक बनाकर मारपीट की। आरोपियों ने 10 लाख रुपए की फिरौती भी मांगी। पुलिस ने छह आरोपियों की पहचान कर ली है और इनमें से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है।
गैंगरेप मामले पर पुलिस के तीन बयान
- बुधवार रात 9 बजे:
ग्रामीण डीआईजी निमिष अग्रवाल ने बुधवार रात पुष्टि की कि घटना के दौरान महिला के साथ गैंगरेप हुआ है। उन्होंने कहा कि अफसरों के साथ जो महिला थी, उसके साथ रेप जैसी गंभीर घटना हुई है। - बुधवार रात 10 बजे:
एडिशनल एसपी रूपेश द्विवेदी ने डीआईजी के बयान के बाद कहा कि पीड़िता ने रेप की बात से इनकार किया है। उन्होंने बताया कि महिला ऐसी किसी घटना से इनकार कर रही है। - गुरुवार सुबह:
ग्रामीण एसपी हितिका वासल ने गुरुवार सुबह बताया कि लूट, डकैती, मारपीट और फिरौती का केस दर्ज किया गया है। फरियादी आर्मी अफसर के बयान के आधार पर रेप का मामला भी दर्ज किया गया है, क्योंकि उसने इस बात की आशंका जताई थी।
कोलकाता रेप केस: ममता बनर्जी का बयान – इस्तीफा देने को तैयार, डॉक्टर्स पर कोई कार्रवाई नहीं
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का दो घंटे इंतजार किया, लेकिन डॉक्टर बातचीत के लिए नहीं आए। ममता ने कहा, “मैं उन सभी लोगों से माफी मांगती हूं जो उम्मीद कर रहे थे कि डॉक्टरों और सरकार के बीच बैठक होगी और आंदोलन का हल निकलेगा। अगर लोगों की खुशी के लिए इस्तीफा देना पड़े, तो मैं इसके लिए तैयार हूं। मैं प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करूंगी और उन्हें माफ कर चुकी हूं।”
ममता के बयान का कारण:
मुख्यमंत्री ममता ने धरना दे रहे जूनियर डॉक्टरों को शाम 5 बजे बातचीत के लिए राज्य सचिवालय नबन्ना बुलाया था। हालांकि, डॉक्टरों ने ममता से मिलने से इनकार कर दिया। वे मीटिंग का लाइव टेलीकास्ट कराने की मांग पर अड़े रहे, जिसे सरकार ने स्वीकार नहीं किया। जूनियर डॉक्टर्स 34 दिनों से आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए रेप-मर्डर केस को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
CPI(M) महासचिव सीताराम येचुरी का निधन, दिल्ली AIIMS में निमोनिया से चल रहे थे इलाज में
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी का 72 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। निमोनिया की शिकायत के बाद उन्हें 19 अगस्त को दिल्ली के AIIMS में भर्ती कराया गया था। येचुरी ने पार्टी में तीन बार महासचिव के रूप में कार्य किया था। उनके परिवार ने उनका शव अस्पताल को दान कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी सहित कई राजनीतिक नेताओं ने येचुरी के निधन पर शोक व्यक्त किया।
चश्मे के बिना पढ़ने में मदद करने वाले आईड्रॉप पर रोक, DCGI ने कंपनी पर गलत प्रचार का आरोप लगाया
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने प्रेस्वू नामक आईड्रॉप की मैन्युफैक्चरिंग और मार्केटिंग लाइसेंस को रद्द कर दिया है। इस आईड्रॉप का निर्माण करने वाली कंपनी एंटोड फार्मास्यूटिकल्स ने दावा किया था कि यह प्रेसबायोपिया (उम्र के साथ नजदीक की दृष्टि कमजोर होना) से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद है। कंपनी का कहना था कि इसे आंखों में डालने के बाद चश्मे की जरूरत नहीं पड़ेगी और बिना चश्मे के किताबें पढ़ी जा सकेंगी।
मार्केट में आने वाली थी अक्टूबर में:
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने इस आईड्रॉप को डॉक्टर की सलाह पर इस्तेमाल करने की शर्त के साथ अनुमति दी थी। हालांकि, DCGI ने पाया कि कंपनी इसका प्रचार OTC (ओवर द काउंटर) उत्पाद के रूप में कर रही थी, जबकि OTC दवाएं वे होती हैं जिन्हें बिना डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन के खरीदा जा सकता है।
शिमला में संजौली मस्जिद विवाद: मुस्लिम समुदाय की पेशकश, कोर्ट ऑर्डर पर अवैध हिस्सा तोड़ेंगे, 3 मंजिलें सील करने की मांग
हिमाचल प्रदेश के शिमला में संजौली मस्जिद विवाद जल्द सुलझ सकता है। मस्जिद कमेटी ने अवैध निर्माण तोड़ने की पेशकश की है। कमेटी ने शिमला नगर निगम कमिश्नर भूपेंद्र अत्री से मुलाकात की, और कहा कि अगर कोर्ट आदेश देता है तो वे मस्जिद के अवैध हिस्से को तोड़ देंगे। तब तक, उन्होंने विवादित 3 मंजिलों को सील करने की मांग की है।
70 साल पुरानी मस्जिद:
संजौली मस्जिद की अवैध निर्माण को लेकर पिछले 13 दिनों से विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। मस्जिद 1947 से पहले बनी थी और 2010 में इसकी पक्की इमारत का निर्माण शुरू हुआ था, जिसके बाद नगर निगम में शिकायत की गई थी। वर्तमान में मस्जिद 5 मंजिला है। नगर निगम अब तक 35 बार अवैध निर्माण तोड़ने का नोटिस दे चुका है।
धरती से 700 किमी ऊपर एस्ट्रोनॉट्स की स्पेसवॉक, स्पेसएक्स का पोलारिस डॉन मिशन
इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के पोलारिस डॉन मिशन के तहत, दो एस्ट्रोनॉट्स ने पृथ्वी से लगभग 700 किलोमीटर ऊपर स्पेसवॉक किया। इस दौरान स्पेसक्राफ्ट की रफ्तार 25,000 किमी प्रति घंटे थी। यह किसी प्राइवेट स्पेसशिप से की गई पहली स्पेसवॉक है। पोलारिस डॉन मिशन 10 सितंबर को चार एस्ट्रोनॉट्स के साथ लॉन्च हुआ था, जिनमें से दो एस्ट्रोनॉट्स ने करीब 10 मिनट तक स्पेसवॉक किया।
प्राइवेट स्पेसशिप से पहली स्पेसवॉक:
यह पहली बार है कि किसी प्राइवेट स्पेसशिप से स्पेसवॉक की गई है। स्पेसवॉक के बाद स्पेसक्राफ्ट के हैच को बंद कर दिया गया। इस पांच दिन के मिशन में एस्ट्रोनॉट्स जिस ऑर्बिट में गए हैं, वहां पिछले 50 वर्षों से कोई एस्ट्रोनॉट नहीं गया था। यह मिशन स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट से लॉन्च हुआ था।