नमस्कार,
कल की बड़ी खबर सुप्रीम कोर्ट के आदेश की रही, अदालत ने साफ किया है कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखना, डाउनलोड और स्टोर करना अपराध है। एक खबर लेबनान पर हुए अब तक के सबसे बड़े इजराइली हमले की रही।
आज के प्रमुख इवेंट्स:
- सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई: पत्नी के साथ जबरन संबंध बनाने पर पति के खिलाफ केस
सुप्रीम कोर्ट आज यह तय करेगा कि पत्नी के साथ जबरन संबंध बनाने पर पति के खिलाफ केस चलना चाहिए या नहीं। यह मामला लंबे समय से चर्चा में है और इसका फैसला महिलाओं के अधिकारों के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण नजीर पेश कर सकता है। - कोलकाता रेप-मर्डर केस की चौथी सुनवाई
कोलकाता रेप-मर्डर केस पर सुप्रीम कोर्ट में आज चौथी सुनवाई होगी। पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने महिला डॉक्टरों की नाइट ड्यूटी समाप्त करने के फैसले पर पश्चिम बंगाल सरकार को फटकार लगाई थी। इस केस पर देशभर की निगाहें टिकी हुई हैं, क्योंकि कोर्ट के फैसले का असर महिला सुरक्षा के कई पहलुओं पर पड़ सकता है।
अब कल की बड़ी खबरें…
सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला: चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखना, डाउनलोड और स्टोर करना अपराध
सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसले में कहा है कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखना, डाउनलोड करना और स्टोर करना एक गंभीर अपराध है। यह कृत्य प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंसेस (POCSO) एक्ट और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) एक्ट के तहत दंडनीय है। कोर्ट ने इस मामले में संसद को POCSO एक्ट में बदलाव करने का सुझाव भी दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी शब्द की जगह ‘चाइल्ड सेक्शुअल एक्सप्लॉएटेटिव एंड एब्यूसिव मटेरियल’ टर्म का इस्तेमाल होना चाहिए।
पोर्नोग्राफी पर कानून की स्थिति
भारत में ऑनलाइन पोर्न देखना गैर-कानूनी नहीं है, लेकिन IT एक्ट 2000 के तहत पोर्न वीडियो बनाना, पब्लिश करना और सर्कुलेट करना प्रतिबंधित है। कोर्ट के इस फैसले से चाइल्ड पोर्नोग्राफी को लेकर कड़ा संदेश दिया गया है।
किस याचिका पर सुनाया गया फैसला?
यह फैसला मद्रास हाईकोर्ट और केरल हाईकोर्ट के पूर्व के फैसलों के विरोध में सुनाया गया है।
- मद्रास हाईकोर्ट (11 जनवरी 2024): हाईकोर्ट ने कहा था कि यदि कोई व्यक्ति चाइल्ड पोर्नोग्राफी डाउनलोड करता या देखता है, तो यह अपराध नहीं है, जब तक कि उसकी नीयत इसे प्रसारित करने की न हो।
- केरल हाईकोर्ट (13 सितंबर 2023): केरल हाईकोर्ट ने भी कहा था कि कोई व्यक्ति अगर अश्लील फोटो या वीडियो देख रहा है, तो यह अपराध नहीं है, जब तक वह इसे किसी और को न दिखाए।
मद्रास हाईकोर्ट ने इसी आधार पर 11 जनवरी को एक आरोपी को दोषमुक्त किया था। इस फैसले के खिलाफ एक NGO ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने यह नया फैसला सुनाया।
सुप्रीम कोर्ट का संदेश
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से यह स्पष्ट हो गया है कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखना और स्टोर करना भी कानून की नजर में गंभीर अपराध है, और इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कोर्ट ने सभी संबंधित कानूनों में और भी कड़े प्रावधान जोड़ने की जरूरत बताई है।
बदलापुर यौन शोषण का आरोपी मारा गया, पुलिस कस्टडी में रिवॉल्वर छीनकर फायरिंग की थी
महाराष्ट्र के बदलापुर में 3 और 4 साल की 2 बच्चियों से यौन शोषण का आरोपी अक्षय शिंदे पुलिस फायरिंग में मारा गया। उसे 17 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस शिंदे को तलोजा जेल ले गई थी, लौटते वक्त मुम्ब्रा बायपास के पास उसने पुलिस रिवॉल्वर छीनी और 3 राउंड फायरिंग की। जवाबी फायरिंग में शिंदे के सिर में गोली लगी और उसकी मौत हो गई।
आरोपी को दादा बोलती थीं बच्चियां: बदलापुर के आदर्श स्कूल में 23 साल के स्वीपर अक्षय ने 12 और 13 अगस्त बच्चियों का यौन शोषण किया था। पुलिस पूछताछ में सामने आया था कि बच्चियां उसे दादा (बड़े भाई के लिए मराठी शब्द) कहकर बुलाती थी। बदलापुर यौन शोषण केस की आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। एक NGO ने देशभर में बच्चों की सुरक्षा को लेकर गाइडलाइन जारी करने की मांग की है।
आतिशी ने केजरीवाल के लिए CM ऑफिस में कुर्सी छोड़ी, कहा- भरत की तरह संभालूंगी दिल्ली
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी ने पदभार संभालते ही मुख्यमंत्री कार्यालय में अरविंद केजरीवाल के लिए उनकी कुर्सी खाली छोड़ दी। उन्होंने कहा, “जैसे भगवान राम के वनवास के दौरान भरत ने खड़ाऊं रखकर अयोध्या की बागडोर संभाली थी, उसी तरह मैं दिल्ली की CM की कुर्सी संभालूंगी। चार महीने बाद दिल्ली के लोग केजरीवाल जी को फिर से इसी कुर्सी पर बैठाएंगे। तब तक यह कुर्सी यहीं रहेगी और केजरीवाल जी का इंतजार करेगी।”
भाजपा ने साधा निशाना, कहा- काम करें, चापलूसी नहीं
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आतिशी की इस हरकत पर कड़ा विरोध जताया। उन्होंने कहा, “इस तरह की बातें मुख्यमंत्री पद की गरिमा और दिल्ली की जनता की भावनाओं को ठेस पहुंचाती हैं। यह कोई आदर्श नहीं, बल्कि सीधी भाषा में चापलूसी है। केजरीवाल जी को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या सरकार अब रिमोट कंट्रोल से चलेगी।”
भाजपा के आरोपों के बीच आतिशी का बयान चर्चा का विषय बन गया है। जहां एक ओर उन्होंने अपनी प्रतिबद्धता जताई है, वहीं दूसरी ओर विपक्ष इसे पब्लिसिटी स्टंट और चापलूसी का नाम दे रहा है। चार महीने बाद केजरीवाल की वापसी को लेकर भी राजनीतिक हलकों में अटकलें तेज हो गई हैं।
तिरुपति लड्डू विवाद: घी सप्लायर को नोटिस, प्रसाद रसोई का दूध-दही और गोमूत्र से शुद्धिकरण
तिरुपति लड्डू विवाद के चलते केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक घी सप्लायर कंपनी को नोटिस जारी किया है। मंत्रालय ने 4 कंपनियों के घी के सैंपल जांच के लिए मंगवाए थे, जिसमें से एक कंपनी का घी क्वालिटी टेस्ट में फेल हो गया। सूत्रों के अनुसार, नोटिस प्राप्त करने वाली कंपनी का नाम एआर डेयरी फूड्स है।
मंदिर का शुद्धिकरण
विवाद के बीच, सोमवार को मंदिर में महाशांति यज्ञ का आयोजन कर प्रसाद बनाने वाली रसोई का शुद्धिकरण भी किया गया। रसोई को दूध, दही और गोमूत्र से शुद्ध किया गया ताकि भविष्य में प्रसाद की पवित्रता और गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके।
घी की गुणवत्ता पर सवाल
तिरुपति लड्डू के घी की गुणवत्ता को लेकर उठे इस विवाद ने श्रद्धालुओं और प्रशासन दोनों को चिंतित कर दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा उठाए गए इस कदम से प्रसाद की गुणवत्ता पर ध्यान देने और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने की कोशिश की जा रही है।
श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान
इस विवाद ने तिरुपति मंदिर के प्रसाद की पवित्रता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मंदिर प्रशासन ने शुद्धिकरण प्रक्रिया के माध्यम से श्रद्धालुओं को आश्वस्त करने का प्रयास किया है कि भविष्य में प्रसाद की गुणवत्ता और पवित्रता का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
किरण राव की ‘लापता लेडीज’ ऑस्कर की फॉरेन फिल्म कैटेगरी में चयनित, 29 फिल्मों से थी रेस
किरण राव की फिल्म ‘लापता लेडीज’ को अगले ऑस्कर अवॉर्ड की फॉरेन फिल्म कैटेगरी के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में चुना गया है। इस फिल्म को ‘एनिमल’, ‘चंदू चैंपियन’, ‘सैम बहादुर’ सहित कुल 29 फिल्मों के बीच से चुना गया। इससे पहले भारत की तरफ से ‘मदर इंडिया’, ‘सलाम बॉम्बे’ और ‘लगान’ जैसी फिल्में भी फॉरेन फिल्म कैटेगरी में नॉमिनेट हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक कोई भी फिल्म यह अवॉर्ड जीत नहीं पाई है।
ऑस्कर ज्यूरी करेगी फिल्मों का चुनाव
फॉरेन फिल्म कैटेगरी में विभिन्न देशों से फिल्में ऑस्कर के लिए भेजी जाती हैं, जिनमें से ऑस्कर ज्यूरी कुछ चुनिंदा फिल्मों को नॉमिनेट करेगी। अगले साल 17 जनवरी को ऑस्कर नॉमिनेशन की घोषणा की जाएगी, और 2 मार्च को ऑस्कर अवॉर्ड सेरेमनी का आयोजन होगा, जिसमें विजेताओं का ऐलान किया जाएगा।
भारत के लिए गर्व का पल
‘लापता लेडीज’ का ऑस्कर की रेस में शामिल होना भारतीय सिनेमा के लिए गर्व का पल है। किरण राव की यह फिल्म दर्शकों को प्रभावित करने के साथ-साथ भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार है। सभी की निगाहें अब 17 जनवरी को होने वाले नॉमिनेशन और 2 मार्च को होने वाली अवॉर्ड सेरेमनी पर टिकी हैं, जिसमें यह देखा जाएगा कि क्या ‘लापता लेडीज’ भारत के लिए इतिहास रच पाएगी।
सोने की कीमत ऑल टाइम हाई पर, ₹374 की बढ़त के साथ ₹74,467 प्रति 10 ग्राम
सर्राफा बाजार में सोने की कीमतें अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं। 10 ग्राम सोना 374 रुपए महंगा होकर ₹74,467 पर पहुंच गया है, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। वहीं, चांदी की कीमत में गिरावट दर्ज की गई, जो 1,161 रुपए सस्ती होकर ₹87,756 प्रति किलोग्राम पर आ गई है। इस साल सोने की कीमतों में अब तक ₹11,181 की बढ़ोतरी हो चुकी है। 1 जनवरी 2024 को 10 ग्राम सोना ₹63,302 पर था।
साल के अंत तक सोना ₹78 हजार तक पहुंच सकता है
HDFC सिक्योरिटीज के कमोडिटी और करेंसी हेड अनुज गुप्ता का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने और चांदी की कीमतों में और तेजी आ सकती है। उनके अनुसार, इस साल के अंत तक सोना ₹78,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है, जबकि चांदी ₹1 लाख प्रति किलोग्राम तक जा सकती है।
बढ़ती कीमतों का असर और निवेश के अवसर
सोने और चांदी की कीमतों में इस उछाल का मुख्य कारण वैश्विक बाजार में अनिश्चितता और निवेशकों का सुरक्षित विकल्प की ओर रुख करना है। बढ़ती कीमतें निवेश के लिए बेहतर अवसर प्रदान कर रही हैं, लेकिन उपभोक्ताओं के लिए आभूषण खरीदना महंगा हो सकता है। निवेशकों के लिए यह समय सही रणनीति बनाकर निवेश करने का हो सकता है, जबकि खरीदारी करने वालों के लिए यह सोने और चांदी की बढ़ती कीमतों पर नजर रखने का समय है।
इजराइल का लेबनान पर बड़ा हमला: 300 से ज्यादा मिसाइलें दागीं, 492 लोगों की मौत
इजराइल ने लेबनान पर 300 से अधिक मिसाइलें दागी हैं, जिसमें 35 बच्चों समेत 492 लोग मारे गए और 1,645 लोग घायल हो गए। यह अब तक का सबसे बड़ा इजराइली हमला माना जा रहा है। हमले से पहले, इजराइली सेना ने एक चेतावनी संदेश भेजा था, जिसमें हिजबुल्लाह के ठिकानों के करीब रहने वाले लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई थी।
4 दिन में 900 से ज्यादा स्ट्राइक
इजराइल ने लगातार चौथे दिन लेबनान पर मिसाइल हमले जारी रखे हैं। पिछले 4 दिनों में लेबनान के विभिन्न शहरों पर 900 से अधिक मिसाइलें दागी गई हैं, जिसमें कुल मिलाकर 400 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। इजराइली सेना का आरोप है कि हिजबुल्लाह ने आम नागरिकों के अपार्टमेंट्स में मिसाइल लॉन्चर छुपा रखे हैं और वहीं से इजराइल पर हमले कर रहे हैं। इजराइल का मकसद इन लॉन्च साइट्स को पूरी तरह नष्ट करना है।
हमले की वजह और अंतरराष्ट्रीय चिंता
इजराइल का कहना है कि यह हमला हिजबुल्लाह के ठिकानों को खत्म करने के लिए किया गया है, क्योंकि वे आम नागरिकों की इमारतों का इस्तेमाल मिसाइल लॉन्च करने के लिए कर रहे हैं। इस हमले ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चिंता बढ़ा दी है, खासकर उन लोगों के लिए, जो संघर्ष क्षेत्र में फंसे हुए हैं। कई देशों ने इस हिंसा को रोकने के लिए कूटनीतिक प्रयास शुरू कर दिए हैं और दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।
इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच जारी इस संघर्ष ने क्षेत्रीय स्थिरता को और भी खतरे में डाल दिया है, जिससे आम नागरिकों की सुरक्षा और जीवन पर गंभीर असर पड़ रहा है।
UN में प्रधानमंत्री मोदी का भाषण: वैश्विक शांति के लिए संस्थाओं में बदलाव जरूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका दौरे के तीसरे दिन संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के ‘समिट ऑफ द फ्यूचर’ को संबोधित किया। लगभग 4 मिनट के अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने वैश्विक शांति और सुरक्षित भविष्य को लेकर भारत का दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। मोदी ने कहा, “मानवता की सफलता मिलकर काम करने में है, न कि जंग के मैदान में। दुनिया में शांति स्थापित करने के लिए वैश्विक संस्थाओं में बदलाव जरूरी हैं।”
समिट ऑफ द फ्यूचर: उद्देश्य और एजेंडा
‘समिट ऑफ द फ्यूचर’ का मुख्य उद्देश्य धरती के भविष्य को संभावित खतरों से बचाना है। इस समिट में ग्लोबल पीस, सतत विकास, जलवायु परिवर्तन, मानवाधिकार और जेंडर जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हो रही है। 2021 में UN महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भविष्य की चुनौतियों पर विचार-विमर्श के लिए इस समिट की मांग की थी, लेकिन यह समिट तीन साल की देरी के बाद अब आयोजित हो रही है।
मोदी का संदेश: सहयोग से ही सुरक्षित भविष्य
मोदी के भाषण में यह संदेश स्पष्ट था कि वैश्विक शांति और सहयोग से ही भविष्य सुरक्षित किया जा सकता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जंग और टकराव के बजाय हमें मिलकर काम करने की जरूरत है। उनका यह बयान वैश्विक संस्थाओं की कार्यप्रणाली में बदलाव की ओर इशारा करता है, ताकि वे बदलते समय की चुनौतियों का सामना कर सकें और विश्व में शांति बनाए रख सकें।
प्रधानमंत्री के भाषण ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट होकर काम करने की अपील की है, जिससे वैश्विक समस्याओं का समाधान मिल सके और आने वाले खतरों से बचाव हो सके।