AIN NEWS 1 | भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अहम जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि कैसे शुरूआत में हुई रणनीतिक गलतियों को पहचाना गया और उन्हें सुधारकर दोबारा लागू किया गया, जिससे ऑपरेशन सफल रहा।
▶ पाकिस्तान के भीतर हवाई ठिकानों पर सटीक हमले
जनरल चौहान ने कहा कि भारत ने शुरू में हुए नुकसान के बाद रणनीति में बदलाव किया। इसके बाद, भारतीय वायु सेना ने बिना किसी रोक-टोक के पाकिस्तान के अंदर 300 किलोमीटर तक घुसकर उनके एयरबेस पर हमले किए। उन्होंने बताया कि ये हमले सिर्फ एक मीटर की सटीकता के साथ किए गए।
▶ भारतीय वायुसेना की ताकत का प्रदर्शन
सीडीएस ने बताया कि 10 मई को भारतीय वायुसेना ने पूरे हथियारों से लैस लड़ाकू विमान उड़ाए और दुश्मन की सुरक्षा व्यवस्था को भेदते हुए लक्ष्य को पूरी सटीकता से निशाना बनाया।
▶ रणनीतिक गलतियों से मिली सीख
ब्लूमबर्ग टीवी को दिए इंटरव्यू में जनरल चौहान ने कहा, “अच्छी बात यह रही कि हमने अपनी गलतियों को समझा और दो दिन के भीतर उसे सुधारा। इसके बाद हमारे सभी लड़ाकू विमानों ने दुश्मन के ठिकानों को लक्ष्य बनाकर मिशन को अंजाम दिया।”
▶ पाकिस्तान के झूठे दावों पर प्रतिक्रिया
पाकिस्तान द्वारा छह भारतीय विमानों को मार गिराने के दावे पर सीडीएस ने कहा, “यह पूरी तरह से झूठा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अपनी जनता को खुश करने के लिए ऐसा बयान दिया, जिसकी स्वतंत्र रूप से कोई पुष्टि नहीं हुई है।”
▶ भविष्य पाकिस्तान की कार्रवाई पर निर्भर
जनरल चौहान ने यह भी कहा कि वर्तमान में शत्रुता खत्म करने की प्रक्रिया जारी है और भविष्य में हालात पाकिस्तान की कार्रवाइयों पर निर्भर करेंगे। उन्होंने अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के उस दावे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया जिसमें कहा गया था कि अमेरिका ने परमाणु युद्ध टालने में मदद की।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु हमले का कोई खतरा नहीं था, और ऐसा कोई संकेत नहीं था कि दोनों देश उस सीमा तक पहुंचने वाले थे।
CDS Anil Chauhan, in an exclusive interview, shared insights on Operation Sindoor, emphasizing how India corrected its strategic mistakes and carried out accurate air strikes deep inside Pakistan. He highlighted the Indian Air Force’s precision, denied Pakistan’s false claim of shooting down six Indian aircraft, and clarified that there was no nuclear threat during the conflict. This revelation showcases India’s advanced military capabilities and firm response in national defense.