AIN NEWS 1: दिल्ली की रौज एवेन्यू कोर्ट में लखविंदर कौर, जो 1984 के सिख दंगों की पीड़िता हैं, ने अपने बयान को दर्ज कराया। इन दंगों में उनके पति बादल सिंह और दो अन्य लोगों की हत्या कर दी गई थी, जो कि 1 नवंबर 1984 को पुल बंगश गुरुद्वारे के बाहर हुए थे।
हाल ही में, रौज एवेन्यू कोर्ट ने कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर के खिलाफ चार्ज फ्रेम किए थे, जो कि 13 सितंबर को हुए थे। टाइटलर पर आरोप है कि उन्होंने दंगों के दौरान सांप्रदायिक हिंसा को भड़काने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
लखविंदर कौर ने कोर्ट में अपने पति और अन्य पीड़ितों की हत्या के बारे में अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि उस समय का माहौल बेहद डरावना था और उनकी जिंदगी बदल गई। दंगों के दौरान उनके परिवार ने अत्यधिक दुख और हानि का सामना किया।
लखविंदर कौर ने यह भी बताया कि उन पर दबाव डाला गया था, लेकिन उन्होंने न्याय के लिए लड़ने का फैसला किया। उनके संघर्ष का मकसद न केवल अपने पति के लिए न्याय पाना है, बल्कि उन सभी परिवारों के लिए भी जो दंगों का शिकार हुए हैं।
इस मामले में सुनवाई जारी है और आगे की कार्रवाई की उम्मीद है। कोर्ट ने लखविंदर कौर के बयान को गंभीरता से लिया है, और यह मामला राजनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह 1984 के दंगों के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों को न्याय दिलाने की कोशिशों का हिस्सा है।
जगदीश टाइटलर पर आरोपों की गंभीरता को देखते हुए, उनकी स्थिति को लेकर राजनीतिक हलकों में भी चर्चाएं तेज हो गई हैं। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और सिख संगठनों ने मामले की गहन जांच की मांग की है।
जगदीश टाइटलर के खिलाफ गवाहों की संख्या बढ़ती जा रही है, और यह उम्मीद की जा रही है कि अदालत के समक्ष और भी पीड़ित अपने बयान दर्ज कराएंगे। यह मामला 1984 के दंगों के समय की घटनाओं को उजागर करने और उन लोगों के लिए न्याय सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, जिन्होंने इस संकट का सामना किया।
आने वाले दिनों में अदालत के फैसले और सुनवाई के परिणाम देखने को मिलेंगे, जो इस केस के लिए न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकते हैं।