AIN NEWS 1: जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हाल ही में अपने ट्विटर अकाउंट पर एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने जम्मू और कश्मीर पुलिस के महानिदेशक (डीजी) से बातचीत की, जिसमें उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि जब भी वे सड़क के द्वारा यात्रा करें, तब “ग्रीन कॉरिडोर” या यातायात रुकने की कोई आवश्यकता नहीं होनी चाहिए।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य जनता की असुविधा को कम करना है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पुलिस और सुरक्षा बलों को यातायात को बाधित करने से बचना चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि सायरन का उपयोग न्यूनतम होना चाहिए, ताकि आम जनता को कोई परेशानी न हो।
सीएम ने कहा, “मैं अपने कैबिनेट के सहयोगियों से भी यही अपेक्षा करता हूं कि वे इसी उदाहरण का पालन करें।” उनका यह बयान यह दर्शाता है कि वे जनता के प्रति अपने दायित्व को गंभीरता से लेते हैं। उन्होंने कहा, “हम यहाँ लोगों की सेवा के लिए हैं, न कि उन्हें असुविधा में डालने के लिए।”
उमर अब्दुल्ला ने एक अन्य महत्वपूर्ण बिंदु पर भी ध्यान दिया, जिसमें उन्होंने पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों से अनुरोध किया कि वे “किसी भी Stick waving या आक्रामक इशारों” से बचें। यह निर्देश यह सुनिश्चित करने के लिए है कि सुरक्षा बलों का व्यवहार जनता के प्रति विनम्र और सम्मानजनक हो।
इस पहल के माध्यम से, उमर अब्दुल्ला ने यह स्पष्ट किया है कि उनकी सरकार लोगों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझती है और उनकी सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता देती है। यह कदम न केवल प्रशासन की पारदर्शिता को बढ़ावा देगा, बल्कि यह लोगों के साथ बेहतर संबंध स्थापित करने में भी मदद करेगा।
सीएम की यह घोषणा इस बात का संकेत है कि जम्मू और कश्मीर में प्रशासनिक सुधार की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। यह जनता के साथ संवाद और सामंजस्य स्थापित करने का एक प्रयास है।
उम्मीद है कि इस दिशा में उठाए गए कदमों से लोगों को और अधिक सुविधा होगी और वे अपने जनप्रतिनिधियों से जुड़ाव महसूस करेंगे। उमर अब्दुल्ला का यह प्रयास एक सकारात्मक संदेश है कि जनसेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।
इस तरह के उपाय न केवल प्रशासनिक कुशलता को दर्शाते हैं, बल्कि जनता में विश्वास और संतोष भी बढ़ाते हैं। मुख्यमंत्री का यह दृष्टिकोण निश्चित रूप से लोगों के दिलों में एक सकारात्मक छाप छोड़ने में सफल होगा।