AIN NEWS 1 : दिल्ली और आसपास के क्षेत्र में वायु प्रदूषण के स्तर ने चिंता बढ़ा दी है। राजधानी में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 567 तक पहुंच गया है, जिससे स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। इसके चलते, ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का दूसरा चरण लागू कर दिया गया है। इस योजना के तहत, 10 साल से पुराने डीजल और 15 साल से पुराने पेट्रोल वाहनों पर रोक लगा दी गई है।
वायु गुणवत्ता की स्थिति
दिल्ली में मंगलवार को AQI 318 दर्ज किया गया, जबकि जहांगीरपुरी में यह 567 के स्तर तक पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, आनंद विहार में AQI 377 रहा, और गाजियाबाद में AQI 257 रहा। नोएडा और गुरुग्राम में भी प्रदूषण का स्तर खराब श्रेणी में है, जहां क्रमशः 252 और 210 का AQI दर्ज किया गया।
विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण का यह स्तर स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है। लगातार खराब हवा में रहने से श्वसन संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। मौसमी परिस्थितियाँ, जैसे शांत हवाएं और पराली जलाने के कारण प्रदूषण बढ़ रहा है।
GRAP-2 का कार्यान्वयन
GRAP-2 के अंतर्गत कई सिफारिशें की गई हैं, जिनमें पार्किंग शुल्क बढ़ाना, सीएनजी/इलेक्ट्रिक बस और मेट्रो सेवाओं का विस्तार, और खुले में बायोमास जलाने पर रोक लगाना शामिल है। इस योजना का उद्देश्य वायु गुणवत्ता में सुधार करना है।
प्रदूषण के कारण
सोमवार को उत्तर भारत में 500 से अधिक पराली जलाने की घटनाएं दर्ज की गईं, जिससे दिल्ली के प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी 2.881 प्रतिशत रही। मंगलवार को यह आंकड़ा 6.86 प्रतिशत तक पहुंच सकता है। अन्य कारणों में खुले में कूड़ा जलाने से उत्पन्न धुएं की हिस्सेदारी 0.989 प्रतिशत है, जबकि यातायात से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 9.953 प्रतिशत रही।
अगले दो दिनों की स्थिति
CPCB ने आगामी दो दिनों के लिए हवा की गुणवत्ता में और गिरावट की आशंका जताई है। कई इलाकों में AQI अति गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया है, जिनमें शादीपुर, आरके पुरम और मुंडका शामिल हैं। जबकि बवाना, नॉर्थ कैंपस, और बुराड़ी जैसे क्षेत्रों में भी हवा की गुणवत्ता बेहद खराब है।
मौसमी परिस्थितियां
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में सुबह और शाम को हल्की ठंड का अहसास हो रहा है, जबकि दिन में तापमान बढ़ रहा है। सोमवार को न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 34.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम में बदलाव के साथ, अगले कुछ दिनों में हवा की दिशा बदलने की संभावना है, जिससे प्रदूषण की स्थिति पर असर पड़ सकता है।
निष्कर्ष
दिल्ली में वायु गुणवत्ता की गंभीर स्थिति स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा है। सरकार द्वारा उठाए गए कदम, जैसे पुराने वाहनों पर रोक और GRAP-2 का कार्यान्वयन, महत्वपूर्ण हैं। नागरिकों को भी इस समस्या के प्रति जागरूक रहना चाहिए और स्वास्थ्य के प्रति सावधानी बरतनी चाहिए। आने वाले दिनों में, यदि प्रदूषण का स्तर इसी तरह बढ़ता रहा, तो और अधिक सख्त कदम उठाने की आवश्यकता पड़ सकती है।