AIN NEWS 1 कोलकाता: टीपू सुलतान मस्जिद के इमाम, हाजी नुरुल हसिन, जो तलाक के मामलों में सहायता के लिए जाने जाते हैं, हाल ही में एक अनोखी और चिंताजनक घटना का शिकार हुए हैं। हाजी साहब, जो तलाकशुदा महिलाओं का हलाला करके उन्हें उनके पूर्व पति के साथ पुनर्विवाह के योग्य बनाते हैं, को एक महिला ने धोखे से लूट लिया।
घटना का विवरण
आठ अक्टूबर को, एक व्यक्ति और एक महिला हाजी साहब के पास आए। उन्होंने बताया कि वे तलाक ले चुके हैं और अब पुनः एक साथ रहना चाहते हैं। नियम के अनुसार, हाजी साहब ने महिला को एक रात के लिए अपने घर रखा और उसके पति को भेज दिया।
रात के दौरान, महिला ने हाजी साहब को नींद की दवा देकर बेहोश कर दिया। जब हाजी साहब जागे, तो उन्होंने देखा कि उनकी आधी से ज्यादा दौलत और कीमती सामान गायब है।
पुलिस का रवैया
हालांकि यह मामला गंभीर है, लेकिन पुलिस ने हाजी साहब से चोरी की शिकायत दर्ज करने से मना कर दिया। इसकी वजह यह बताई जा रही है कि तीन तलाक और हलाला अब कानूनन जुर्म हैं। इस कारण, पुलिस ने हाजी साहब को सलाह दी कि वे इस मामले को आगे न बढ़ाएं।
हाजी साहब का बयान
हाजी नुरुल हसिन ने बताया कि उन्होंने वर्षों से तलाकशुदा महिलाओं की मदद करने का काम किया है। उनका उद्देश्य केवल समाज सेवा है। इस घटना ने उन्हें न केवल आर्थिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी प्रभावित किया है।
समाज में हलाला का विवाद
हलाला का प्रचलन और तीन तलाक पर प्रतिबंध के बाद, इस तरह की घटनाएं अधिक सामान्य हो सकती हैं। कई महिलाएं और उनके परिवार इस विषय में जानकारी की कमी के कारण शोषण का शिकार हो रहे हैं। हाजी साहब की घटना से यह साफ है कि धार्मिक मदद के नाम पर धोखाधड़ी की जा सकती है।
निष्कर्ष
यह मामला न केवल हाजी नुरुल हसिन के लिए एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है। हमें ऐसे मामलों में सतर्क रहने की आवश्यकता है और इस तरह के धोखाधड़ी से बचने के लिए जागरूकता फैलाने की जरूरत है। पुलिस को भी इस प्रकार के मामलों को गंभीरता से लेना चाहिए और victims की सहायता करनी चाहिए।
इस घटना से समाज में हलाला और तीन तलाक के मुद्दों पर नए सिरे से चर्चा की आवश्यकता है, ताकि ऐसे मामलों में और अधिक जागरूकता और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।