AIN NEWS 1 | जम्मू-कश्मीर के बडगाम में मजदूरों पर हुए हालिया आतंकवादी हमले के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने इस घटना पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हमलावरों को मारने के बजाय उन्हें पकड़कर पूछताछ करनी चाहिए, ताकि इस हमले की जड़ तक पहुंचा जा सके।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “इस मामले की पूरी तहकीकात होनी चाहिए। राज्य में नई सरकार के गठन के बाद ऐसी घटनाएं बढ़ी हैं। मुझे संदेह है कि इस वारदात में उन लोगों का हाथ है जो वर्तमान सरकार को अस्थिर करना चाहते हैं। पहले ऐसा क्यों नहीं हुआ? सरकार बनने के बाद ही ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं? इस पर स्वतंत्र जांच होनी चाहिए।”
उमर अब्दुल्ला ने भी इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इन हमलों के जरिए जम्मू-कश्मीर में एक संकट पैदा करने की कोशिश की जा रही है। उनका कहना है कि इन आतंकवादी गतिविधियों में शामिल लोगों को मारने के बजाय पकड़ना चाहिए, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इसके पीछे कौन है। क्या कोई एजेंसी इन घटनाओं के जरिए सरकार को destabilize करने की कोशिश कर रही है? उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनाव भी होने वाले हैं।
इस प्रकार, फारूक और उमर अब्दुल्ला का यह बयान सुरक्षा के मुद्दों और राजनीतिक स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करता है, जो जम्मू-कश्मीर के वर्तमान हालात के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।