AIN NEWS 1 |फ्रांस की ऊर्जा कंपनी TotalEnergies SE ने अडानी समूह के खिलाफ रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोपों के चलते बड़ा फैसला लिया है। कंपनी ने घोषणा की है कि जब तक अडानी समूह के संस्थापक गौतम अडानी और अन्य आरोपियों को आरोपों से बरी नहीं किया जाता, तब तक वह समूह की कंपनियों में कोई नया निवेश नहीं करेगी।
TotalEnergies का बयान
कंपनी ने कहा:
“यह अभियोग Adani Green Energy Ltd (AGEL) और Adani Total Gas Ltd (ATGL) से संबंधित नहीं है। हालांकि, जब तक आरोप स्पष्ट नहीं हो जाते और इनके परिणाम सामने नहीं आते, तब तक हम अडानी समूह की कंपनियों में कोई नया निवेश नहीं करेंगे।”
अडानी समूह में TotalEnergies की हिस्सेदारी
TotalEnergies, अडानी समूह की प्रमुख विदेशी निवेशकों में से एक है।
- Adani Total Gas Ltd (ATGL): 37.4% हिस्सेदारी
- Adani Green Energy Ltd (AGEL): 19.75% हिस्सेदारी
कंपनी के इस फैसले का असर अडानी समूह की मौजूदा परियोजनाओं पर नहीं पड़ेगा, लेकिन नए निवेश की संभावना पर विराम लग गया है।
गौतम अडानी पर आरोप
अमेरिका के न्यूयॉर्क कोर्ट में गौतम अडानी और 6 अन्य लोगों पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने 20 वर्षों में 2 अरब डॉलर के सोलर पावर प्रोजेक्ट हासिल करने के लिए अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर (लगभग ₹2,200 करोड़) की रिश्वत दी।
अडानी समूह का बयान:
अडानी समूह ने आरोपों को “निराधार” बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि वे कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से आरोपों को चुनौती देंगे।
अंतरराष्ट्रीय निवेश पर असर
यह निर्णय अडानी समूह के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। खासकर तब, जब समूह पहले ही हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अपनी छवि सुधारने की कोशिश कर रहा है। TotalEnergies जैसे बड़े निवेशक का कदम समूह की वैश्विक साख को और नुकसान पहुंचा सकता है।
निष्कर्ष
TotalEnergies का यह फैसला न केवल अडानी समूह के लिए वित्तीय संकट बढ़ा सकता है, बल्कि अन्य विदेशी निवेशकों को भी सतर्क कर सकता है। अब सभी की निगाहें इस पर होंगी कि अडानी समूह इन आरोपों का सामना कैसे करता है और अपनी छवि को कैसे बचाता है।