AIN NEWS 1 | भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर दिल्ली में 14 जनवरी को आयोजित सेमिनार में बांग्लादेश के अधिकारी हिस्सा नहीं लेंगे। बांग्लादेश की यूनुस सरकार ने सरकारी खर्च पर गैर-जरूरी विदेश यात्राओं पर लगे प्रतिबंध का हवाला देते हुए इस न्योते को ठुकरा दिया है।
IMD ने पड़ोसी देशों को भेजा था न्योता
ब्रिटिश काल में 1875 में स्थापित IMD के 150 साल पूरे होने के अवसर पर यह सेमिनार आयोजित किया जा रहा है। इसके लिए पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, म्यांमार, भूटान, मालदीव, श्रीलंका और नेपाल समेत कई पड़ोसी देशों को निमंत्रण भेजा गया था।
पाकिस्तान ने अपनी भागीदारी की पुष्टि कर दी है, लेकिन बांग्लादेश ने शामिल होने से इनकार कर दिया है।
बांग्लादेश ने दिया यह कारण
बांग्लादेश मौसम विज्ञान विभाग (BMD) के कार्यवाहक निदेशक मोमिनुल इस्लाम ने कहा कि उन्हें IMD से एक महीने पहले निमंत्रण मिला था। उन्होंने बताया, “भारत मौसम विज्ञान विभाग ने हमें अपनी 150वीं वर्षगांठ समारोह में आमंत्रित किया है। हमारे भारत के साथ अच्छे संबंध हैं और हम उनके साथ सहयोग करते हैं। लेकिन, सरकार की नीति के तहत गैर-जरूरी विदेश यात्राओं पर प्रतिबंध होने के कारण हम इस कार्यक्रम में भाग नहीं ले पाएंगे।”
IMD का ऐतिहासिक योगदान
1875 में स्थापित IMD, मौसम पूर्वानुमान और वैज्ञानिक नवाचार के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान है। इसकी स्थापना कलकत्ता (अब कोलकाता) में 1864 के चक्रवात और 1866 व 1871 के खराब मानसून के बाद हुई थी। आज IMD, भारत समेत पड़ोसी देशों को भी मौसम संबंधी सेवाएं प्रदान करता है।
निष्कर्ष:
भारत ने IMD के ऐतिहासिक समारोह में अपने पड़ोसी देशों को जोड़ने की कोशिश की, लेकिन बांग्लादेश ने सरकारी नीति का हवाला देते हुए शामिल होने से इनकार कर दिया। वहीं, पाकिस्तान समेत अन्य देशों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की है।