Ghaziabad Woman Gives Birth to Twins in Auto After Ambulance Fails to Arrive for 3 Hours
गाजियाबाद में लापरवाही की इंतिहा: एंबुलेंस नहीं आई, मां ने ऑटो में जुड़वा बच्चों को जन्म दिया
AIN NEWS 1 गाजियाबाद, 25 जून 2025 — उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के मोदीनगर इलाके में स्वास्थ्य सेवाओं की लापरवाही का एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने पर जब अस्पताल ले जाया जा रहा था, तब तीन घंटे तक एंबुलेंस नहीं पहुंची। नतीजा ये हुआ कि महिला को ऑटो में ही जुड़वा बच्चों को जन्म देना पड़ा — एक बेटा और एक बेटी।
यह घटना मोदीनगर थाना क्षेत्र के पास स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के गेट पर हुई। महिला को जब परिजनों ने ऑटो से अस्पताल पहुंचाने की कोशिश की, तब तक अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई सहायता नहीं मिली। प्रसव पीड़ा बढ़ने लगी तो ऑटो को अस्पताल के गेट के पास रोका गया और महिलाओं ने कपड़ों की ओट देकर महिला की डिलीवरी करवाई।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बार-बार कॉल करने के बावजूद एंबुलेंस नहीं आई। अस्पताल के कर्मचारी भी स्थिति को संभालने में असमर्थ रहे। जबकि महिला अस्पताल के बिल्कुल सामने थी, लेकिन उसे अंदर तक ले जाने की कोई व्यवस्था समय पर नहीं की गई।
बच्चों के जन्म के बाद, अस्पताल प्रशासन ने मां और नवजातों को भर्ती किया। राहत की बात यह है कि तीनों की हालत स्थिर है और डॉक्टरों की निगरानी में हैं। लेकिन यह घटना स्वास्थ्य सेवाओं की विफलता और सिस्टम की लापरवाही को उजागर करती है।
परिजनों और स्थानीय निवासियों में इस घटना को लेकर भारी गुस्सा है। लोगों ने सवाल उठाए हैं कि अगर समय पर एंबुलेंस और स्वास्थ्यकर्मी उपलब्ध होते, तो प्रसव जैसी संवेदनशील स्थिति को यूं सड़क किनारे झेलने की नौबत नहीं आती।
घटना से जुड़े अहम बिंदु:
महिला को तेज प्रसव पीड़ा हुई, परिवार ने अस्पताल ले जाने की कोशिश की।
तीन घंटे तक इंतज़ार करने के बावजूद एंबुलेंस नहीं पहुंची।
ऑटो में ही अस्पताल गेट के पास जुड़वा बच्चों का जन्म हुआ।
अस्पताल की ओर से कोई प्राथमिक सहायता नहीं मिली।
मां और दोनों बच्चे फिलहाल सुरक्षित हैं।
In a tragic case of medical negligence in Ghaziabad, a pregnant woman delivered twin babies in an auto outside Modinagar Community Health Centre after waiting three hours for an ambulance that never arrived. The mother and babies are safe, but the incident exposes the alarming state of emergency healthcare services in Uttar Pradesh. This Ghaziabad news case underscores the urgent need for responsive and reliable medical aid in critical situations.