AIN NEWS 1 | धरती एक बार फिर कांप उठी है, इस बार झटके म्यांमार में महसूस किए गए। गुरुवार को आए 4.1 तीव्रता के भूकंप ने वहां के लोगों को दहशत में डाल दिया। भूकंप की वजह से लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल आए। हालांकि किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, यह भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई पर आया था। विशेषज्ञों का मानना है कि इतनी गहराई पर आने वाले भूकंप के बाद आफ्टरशॉक्स यानी दोबारा झटकों की आशंका बनी रहती है।
🌍 नेपाल और पाकिस्तान में भी महसूस हुए झटके
इससे पहले नेपाल में सोमवार को 3.9 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था। जैसे ही झटके महसूस हुए, लोग दहशत में अपने घरों से बाहर निकलकर खुले मैदानों की ओर भागने लगे। सौभाग्य से यहां भी किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।
पाकिस्तान भी इससे अछूता नहीं रहा। रविवार तड़के सुबह 3:54 बजे वहां 5.3 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया। यह भूकंप 150 किलोमीटर गहराई में आया था। झटके इतने तेज थे कि लोगों की नींद टूट गई और वे खुले स्थानों की ओर दौड़ पड़े।
🔬 कैसे आता है भूकंप?
धरती चार प्रमुख परतों से बनी होती है — आंतरिक कोर, बाहरी कोर, मैंटल और क्रस्ट। क्रस्ट और ऊपरी मैंटल मिलकर लिथोस्फेयर बनाते हैं, जो कई टेक्टोनिक प्लेट्स में बंटी हुई होती है। ये प्लेट्स लगातार धीमी गति से हिलती रहती हैं। जब ये प्लेट्स एक-दूसरे से टकराती हैं या अचानक खिसकती हैं, तो धरती में तेज़ कंपन होता है, जिसे हम भूकंप के रूप में महसूस करते हैं।
An earthquake measuring 4.1 on the Richter scale struck Myanmar on Thursday, causing panic among locals, though no casualties were reported. The tremor originated 10 km below the surface, raising concerns about possible aftershocks. This follows recent quakes in Nepal (3.9 magnitude) and Pakistan (5.3 magnitude). Experts explain that earthquakes occur due to the shifting of tectonic plates beneath the Earth’s crust, a natural phenomenon becoming more frequent in South Asia.