AIN NEWS 1: सूर्य नमस्कार न केवल एक योगाभ्यास है, बल्कि यह सूर्य देव की उपासना का एक आध्यात्मिक तरीका भी है। इसके 12 चरण होते हैं, और हर चरण के साथ एक विशिष्ट मंत्र जुड़ा होता है। ये संस्कृत मंत्र न केवल मानसिक एकाग्रता को बढ़ाते हैं बल्कि ऊर्जा को भी सक्रिय करते हैं।
यहाँ हम इन 12 मंत्रों को आसान भाषा में समझते हैं:
🔸 1. ॐ मित्राय नमः
भावार्थ – सभी के मित्र
इस मंत्र से हम सूर्य को उस रूप में प्रणाम करते हैं, जो सभी जीवों के सखा हैं। यह शांति और सौहार्द को दर्शाता है।
🔸 2. ॐ रवये नमः
भावार्थ – प्रकाश प्रदान करने वाले
सूर्य को उनकी रोशनी और ऊर्जा के लिए नमन। यह मंत्र शरीर में जागृति और चेतना लाता है।
🔸 3. ॐ सूर्याय नमः
भावार्थ – जीवन के स्त्रोत
सूर्य जीवनदायी ऊर्जा का स्रोत हैं। यह मंत्र जीवन के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता है।
🔸 4. ॐ भानवे नमः
भावार्थ – ज्ञान का प्रकाश फैलाने वाले
यह मंत्र हमारे अंदर अज्ञान के अंधकार को मिटाकर ज्ञान की रोशनी भरने की शक्ति देता है।
🔸 5. ॐ खगाय नमः
भावार्थ – आकाश में विचरण करने वाले
यह सूर्य की गति और स्वतंत्रता को दर्शाता है। यह मंत्र गति, स्वतंत्र सोच और ऊँचाई को प्रेरित करता है।
🔸 6. ॐ पूष्णे नमः
भावार्थ – पोषण करने वाले
यह सूर्य की उस शक्ति को नमस्कार है जो पृथ्वी और जीवों का पोषण करते हैं।
🔸 7. ॐ हिरण्यगर्भाय नमः
भावार्थ – स्वर्ण गर्भ वाले
सूर्य को ब्रह्मांड के मूल तत्व के रूप में माना गया है। यह मंत्र उन्हें ब्रह्मा के सृजनात्मक रूप में नमन करता है।
🔸 8. ॐ मरीचये नमः
भावार्थ – किरणों के स्वामी
सूर्य की किरणें जीवन देती हैं, यह मंत्र सूर्य की तेजस्विता और दिव्यता को स्वीकार करता है।
🔸 9. ॐ आदित्याय नमः
भावार्थ – आदि देवता का रूप
‘आदित्य’ 12 सूर्य रूपों में से एक हैं। यह मंत्र उनके सर्वव्यापी और दिव्य स्वरूप को दर्शाता है।
🔸 10. ॐ सवित्रे नमः
भावार्थ – सृजन के देवता
यह वही सविता हैं जिनका उल्लेख गायत्री मंत्र में होता है। यह मंत्र सृजनात्मक ऊर्जा को नमन है।
🔸 11. ॐ अर्काय नमः
भावार्थ – पूजनीय और औषधीय रूप
सूर्य की किरणें औषधीय गुणों से युक्त होती हैं। यह मंत्र शरीर की चिकित्सा शक्ति को जागृत करता है।
🔸 12. ॐ भास्कराय नमः
भावार्थ – प्रकाश फैलाने वाले
यह अंतिम मंत्र सूर्य के समस्त रूपों का सार है। यह ऊर्जा, प्रकाश और जागरूकता का प्रतीक है।
जब हम सूर्य नमस्कार के इन 12 मंत्रों को हर आसन के साथ श्रद्धा और भावना से बोलते हैं, तो यह अभ्यास केवल शारीरिक व्यायाम नहीं रह जाता, बल्कि यह एक आध्यात्मिक यात्रा बन जाता है। इन मंत्रों के उच्चारण से मन शांत, शरीर सक्रिय और आत्मा ऊर्जावान होती है।
इन मंत्रों को अपनी दिनचर्या में शामिल कर हम योगाभ्यास को एक नई गहराई दे सकते हैं। यह सिर्फ व्यायाम नहीं, आत्म-साक्षात्कार की ओर बढ़ाया गया एक कदम है।
The 12 Surya Namaskar mantras are ancient Sanskrit chants that correspond to each step of the Sun Salutation sequence in yoga. These mantras invoke different forms of the Sun God, promoting spiritual growth, energy flow, and inner peace. Integrating these mantras into your daily yoga routine deepens your meditation and enhances the physical and mental benefits of Surya Namaskar. Learn the meaning and significance of each of the 12 mantras for a more mindful and spiritually enriching yoga practice.