Earthquake Tremors in Delhi-NCR: Second Time This Week the Ground Shakes
दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर महसूस हुए भूकंप के झटके, इस हफ्ते दूसरी बार कांपी धरती
AIN NEWS 1: दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार शाम फिर धरती हिली। राजधानी दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद और आसपास के इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। यह इस सप्ताह दूसरी बार है जब इस क्षेत्र में भूकंप की हलचल दर्ज की गई है, जिससे लोगों में चिंता का माहौल बन गया है।
भूकंप का समय और स्थान
शुक्रवार, 11 जुलाई की शाम करीब 4:38 बजे दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में हल्के झटके महसूस किए गए। गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा और गाजियाबाद समेत कई क्षेत्रों में लोगों ने अचानक धरती को हिलता हुआ महसूस किया।
इस झटके के बाद लोग तुरंत बाहर निकल आए। कई इलाकों में ऊंची इमारतों में रहने वाले लोगों ने सबसे पहले इस हलचल को महसूस किया।
भूकंप की तीव्रता और केंद्र
हालांकि अभी तक आधिकारिक रूप से भूकंप की तीव्रता और केंद्र (एपिसेंटर) की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन भूकंप हल्का था और इसका प्रभाव सीमित रहा। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) की वेबसाइट पर जल्द ही इस संबंध में जानकारी अपडेट की जाएगी।
लोगों की प्रतिक्रियाएं सोशल मीडिया पर
जैसे ही भूकंप के झटके महसूस हुए, ट्विटर और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लोग तेजी से अपनी प्रतिक्रियाएं पोस्ट करने लगे। कई लोगों ने बताया कि उनके पंखे हिलने लगे, दीवारें कंपन करने लगीं और कुछ देर के लिए सब कुछ थम-सा गया।
कुछ यूजर्स ने कहा कि यह झटका 4-5 सेकंड तक चला। हालांकि, किसी प्रकार की जनहानि या संपत्ति को नुकसान की खबर अब तक सामने नहीं आई है।
इस हफ्ते दूसरी बार कांपी धरती
दिल्ली-एनसीआर में यह इस हफ्ते दूसरी बार है जब भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इससे पहले मंगलवार, 9 जुलाई को भी रात में हल्के झटके दर्ज किए गए थे। लगातार दो बार धरती के हिलने से आम लोगों में भय का माहौल बन गया है।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में सक्रिय भूकंपीय गतिविधियों का संकेत हो सकता है। इसलिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
विशेषज्ञों की राय
भूकंप विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तर भारत खासतौर पर दिल्ली और उसके आसपास के इलाके सिस्मिक ज़ोन 4 में आते हैं, जो भूकंप के लिहाज़ से संवेदनशील माने जाते हैं। हालांकि इन हालिया झटकों की तीव्रता कम रही है, फिर भी बार-बार आने वाले झटके भविष्य के लिए चेतावनी हो सकते हैं।
एनसीएस के एक विशेषज्ञ ने बताया कि दिल्ली के पास हिमालय क्षेत्र में लगातार प्लेट मूवमेंट हो रही है, जिसकी वजह से ये झटके महसूस किए जा रहे हैं। ऐसे में लोगों को सजग रहने और आपात स्थिति के लिए तैयार रहने की जरूरत है।
लोगों की सुरक्षा और जागरूकता जरूरी
भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाएं अचानक आती हैं और इनका कोई पूर्वानुमान नहीं होता। ऐसे में जरूरी है कि लोग सतर्क रहें और निम्नलिखित सावधानियां अपनाएं:
ऊंची इमारतों में रहने वाले लोग झटके महसूस होते ही सीढ़ियों से नीचे उतरें।
खुले मैदान या खाली स्थानों की ओर जाएं।
लिफ्ट का प्रयोग न करें।
दीवारों, खिड़कियों और भारी फर्नीचर से दूर रहें।
आपात बैग तैयार रखें जिसमें जरूरी दवाइयां, दस्तावेज और पानी आदि हों।
सरकारी एजेंसियों की अपील
सरकारी आपदा प्रबंधन विभाग और भूकंप विज्ञान से जुड़ी संस्थाओं ने लोगों से घबराने की बजाय सतर्क रहने की अपील की है। यदि भविष्य में झटके आते हैं, तो पहले से तैयारी और संयम से ही नुकसान को कम किया जा सकता है।
एनडीआरएफ और अन्य एजेंसियां लगातार सतर्क हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
हमारी सिफारिश
भूकंप जैसे हादसों से बचने के लिए जरूरी है कि हम जागरूक रहें। बच्चों को भी इसके बारे में जानकारी दें और अभ्यास करवाएं कि झटका आने पर कैसे सुरक्षित रहें। सोशल मीडिया पर अफवाहों से बचें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें।
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में लगातार दूसरी बार आए भूकंप के झटकों ने एक बार फिर यह जता दिया है कि यह क्षेत्र सिस्मिक गतिविधियों के लिहाज़ से संवेदनशील है। हालांकि अभी तक कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है, फिर भी यह जरूरी हो गया है कि लोग सतर्क रहें, जानकारी रखें और आपातकालीन तैयारियों को नज़रअंदाज़ न करें।
On July 11, 2025, a mild earthquake was felt across Delhi-NCR, including Gurugram, Faridabad, and nearby regions. Citizens took to social media reporting tremors in their homes and workplaces. This marks the second earthquake this week in the region, raising concerns about seismic activity in Delhi. Stay informed about Delhi earthquake updates, NCR tremors, and seismic risk zones in North India.