AIN NEWS 1: बता दें प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद की तरफ से जारी शासनादेश में कहा गया है कि डीजीपी मुख्यालय के प्रस्ताव के अनुसार यूपीएसएसएफ की छठीं वाहिनी में सेनानायक व उप सेनानायक के एक-एक, सहायक सेनानायक के पांच, शिविरपाल-दलनायक के 33, सब इंस्पेक्टर-प्लाटून कमांडर के 66, हेड कांस्टेबल-हेड कांस्टेबल आर्मोरर के 174, कांस्टेबल-कांस्टेबल आर्मोरर व बिगुलर के 761 व कांस्टेबल चालक के 72 पदों समेत कुल 1155 पद सृजित किए गए हैं। इन पदों को सेवा स्थानान्तरण के द्वारा प्रतिनियुक्ति से ही भरा जाएगा। इन पदों को तभी भरा जाएगा जब वाहिनी के लिए अपेक्षित अवस्थापना सुविधा पूर्ण रूप से उपलब्ध हो जाएगी, जिससे बिना कार्य के वेतन दिए जाने की स्थिति उत्पन्न न हो।
पूर्व में यूपीएसएसएफ की केवल पांच वाहिनियों के गठन का निर्णय लिया गया था। बाद में धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में हुई एक बैठक में अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि परिसर की स्थाई सुरक्षा के लिए इसकी एक अतिरिक्त वाहिनी के गठन का फैसला भी किया गया। इस अतिरिक्त वाहिनी को छठीं वाहिनी के रूप में ही गठित किया गया। इससे पहले 13 अप्रैल 2022 के शासनादेश द्वारा यूपीएसएसएफ के लिए कुल 5037 पदों का सृजन किया गया था। साथ ही मुख्यालय के लिए 87 पदों का सृजन किया गया था।अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि परिसर की स्थाई सुरक्षा के लिए गठित उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल (यूपीएसएसएफ) में सेनानायक समेत कुल 1155 अधिकारी और कर्मचारी होंगे। पद सृजन का आदेश जारी हो गया है।