AIN NEWS 1 | गुरुग्राम के सेक्टर-57 में यूट्यूबर और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर एल्विश यादव के घर पर हुए ताबड़तोड़ फायरिंग मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है। हरियाणा पुलिस ने फरीदाबाद से आरोपी इशांत उर्फ गांधी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के दौरान क्राइम ब्रांच और आरोपी के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें आरोपी के पैर में गोली लगी और उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया।
फरीदाबाद में सुबह-सुबह हुई कार्रवाई
फरीदाबाद पुलिस को खबर मिली थी कि आरोपी इशांत किसी छिपे हुए स्थान पर मौजूद है। इसके बाद फरीदाबाद क्राइम ब्रांच की टीम, डीसीपी मुकेश मल्होत्रा के नेतृत्व में सुबह 4 बजे पर्वतीय कॉलोनी में दबिश देने पहुंची। दबिश के दौरान इशांत ने पुलिस पर 6 राउंड फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली उसके पैर में लगी। घायल आरोपी को तुरंत काबू में कर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
17 अगस्त की फायरिंग की पूरी घटना
17 अगस्त की सुबह 5:30 बजे गुरुग्राम के सेक्टर-57 में एल्विश यादव के घर पर तीन बदमाश पहुंचे। इनमें से दो बदमाशों ने 24 राउंड फायरिंग की। गोलियां घर के दरवाजों, खिड़कियों और छत की सीलिंग तक में लगी थीं। फायरिंग के बाद सभी बदमाश मोटरसाइकिल पर बैठकर फरार हो गए।
एल्विश यादव के पिता ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने घटनास्थल पर जाकर सभी सबूत इकट्ठा किए और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच शुरू की।
हिमांशु भाई गैंग ने ली जिम्मेदारी
इस फायरिंग की जिम्मेदारी हिमांशु भाई गैंग ने ली थी। गुरुग्राम पुलिस लगातार फरीदाबाद पुलिस के संपर्क में रही और आरोपी की लोकेशन के बारे में जानकारी हासिल की। गिरफ्तार इशांत से गुरुग्राम पुलिस की टीम फरीदाबाद जाकर पूछताछ करेगी।
पुलिस की कार्रवाई और सुरक्षा
पुलिस ने यह स्पष्ट किया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा बढ़ाई जाएगी। आरोपी के पकड़े जाने से इलाके में लोगों की सुरक्षा को लेकर लोगों में राहत की भावना है। पुलिस ने कहा कि जांच पूरी होने तक सभी सुरागों और सबूतों को सुरक्षित रखा जाएगा और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुठभेड़ और पुलिस की बहादुरी
मुठभेड़ के दौरान इशांत ने पुलिस टीम पर फायरिंग की, लेकिन पुलिस ने संयम और रणनीति के साथ प्रतिक्रिया दी। पुलिस की सूझबूझ के कारण कोई नागरिक या पुलिसकर्मी घायल नहीं हुआ। यह घटना पुलिस की तत्परता और बहादुरी का प्रमाण है।
भविष्य की जांच
फरीदाबाद से गिरफ्तार आरोपी के माध्यम से पुलिस उम्मीद कर रही है कि हिमांशु भाई गैंग और अन्य संदिग्धों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है। पुलिस ने बताया कि आरोपी से पूछताछ के बाद मामला और खुलासा होगा और इस गैंग की गतिविधियों पर भी नजर रखी जाएगी।