AIN NEWS 1: जैसा कि आप जानते है झारखंड से ही कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू के ठिकानों पर चौथे दिन भी आयकर विभाग की टीम के अधिकारियों द्वारा छापेमारी जारी रही। शनिवार को भी इस पूरी टीम ने ओडिशा के संबलपुर व बलांगीर में स्थित उनके कई ठिकानों से करोड़ों रुपये बरामद भी किए। पूरे चार दिनों से चल रही इस छापेमारी में साहू और उनके कई करीबियों के ठिकानों से बरामद नोटों में अब तक ही 300 करोड़ रुपये से अधिक की गिनती पूरी हो भी चुकी है। शनिवार को ही आयकर विभाग की टीम ने ओडिशा के बलांगीर शहर के ही सूदपाड़ा में स्थित एक शराब भट्ठी के मैनेजर बंटी के घर पर तलाशी के दौरान 19 पेटियों में भरे हुए करोड़ों रुपये बरामद किए।
वहीं, संबलपुर के बड़ा बाजार में स्थित मेसर्स बलदेव साहू एंड संस की एक शराब भट्ठी के कार्यालय से भी टीम ने नोटों से भरे कई सारे बैग जब्त किए गए। इससे पहले भी टीम ने बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड तथा बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के ही कार्यालयों से 10 से अधिक अलमारियों में ही रखे गए भारी मात्रा में कई नोटों के बंडल बरामद किए थे।
टीम का कहना है के 500 करोड़ के पार हो सकती है रकम
सूत्रों के अनुसार मिली जानकारी के मुताबिक़ यह बरामदगी 500 करोड़ रुपये तक की भी हो सकती है। इन बरामद नोटों में ज्यादातर 500 के हैं। वहीं 100 और 200 के नोटों की भी इनमे काफी संख्या है। अभी भी कुछ लॉकर और कई बंद कमरे खोले जाने बाकी है।वहीं, इस मामले में संबलपुर स्टेट बैंक के डीजीएम मनमोहन स्वाईं के अनुसार, एसबीआइ की दो शाखाओं बलांगीर और संबलपुर में से 40 बड़ी और छोटी मशीनों के माध्यम से इन नोटों की गिनती की जा रही है।आयकर विभाग की ओर से अब तक ही बैंक को 176 बैग गिनती के लिए भेजे गए हैं। जिससे मशीनों के खराब होने के कारण बैकअप मशीनें भी रखी गई हैं। साथ ही इनकी मरम्मत को इंजीनियर भी तैनात किए गए हैं। – भगत बेहेरा, भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक।
यहां एक पांच लाख रुपये का ऐसा पैकेट भी मिला जिस पर लिखा था ‘इंस्पेक्टर तिवारी’
मौके से मिले एक पांच लाख रुपये के पैकेट पर ‘इंस्पेक्टर तिवारी’ भी लिखा देख अफसर चौंक गए। दरअसल, बलांगीर जिले के सुदापाड़ा में ही शराब की भट्ठी के कार्यालय में एक मजबूत लोहे के लाकर को वहा पर काटकर भी भारी रकम बरामद की गई। इसमें रक्खे हुए एक पैकेट में अलग से पांच लाख रुपये मिले।इस पैकेट के ऊपर ‘इंस्पेक्टर तिवारी’ भी लिखा हुआ था। आयकर विभाग के सभी अधिकारी यह भी जानने की कोशिश कर रहे हैं कि यह इंस्पेक्टर तिवारी आख़िर कौन है। इस दौरान यह आशंका जताई जा रही है कि यह शख्स पुलिस या उत्पाद शुल्क विभाग से जुड़ा हुआ कोई इंस्पेक्टर है, जिसके लिए इस पैकेट में यह रकम देने के लिए रखी गई थी।