AIN NEWS 1 | हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के प्रचार अभियान में पक्ष और विपक्ष के नेता एक-दूसरे पर जुबानी हमले कर रहे हैं। इसी बीच हरियाणा विधानसभा में डिप्टी एलओपी आफताब अहमद ने बीजेपी के मुस्लिम उम्मीदवारों को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर भी अपनी बात रखी।
BJP के मुस्लिम उम्मीदवारों पर क्या बोले आफताब अहमद?
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, आफताब अहमद से पूछा गया कि बीजेपी नूंह जिले की तीन सीटों – फिरोजपुर झिरका, पुन्हाना और नूंह से मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतार रही है। इस पर आफताब ने कहा, “बीजेपी के ये मुस्लिम उम्मीदवार पहले अन्य दलों से विधायक रह चुके हैं। ये सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए है।”
‘BJP की विभाजनकारी राजनीति को समझ चुके लोग’
आफताब अहमद ने कहा, “2019 के चुनाव से पहले लोग बीजेपी की नफरत भरी राजनीति को पूरी तरह नहीं समझ पाए थे, लेकिन अब हालात बदल गए हैं। हाल के लोकसभा चुनावों में बीजेपी सांसद राव इंद्रजीत सिंह के वोट शेयर में गिरावट आई है। लोग अब बीजेपी की विभाजनकारी राजनीति को पहचान चुके हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “बीजेपी के दस साल के कुशासन और खासकर मेवात के प्रति उनके रवैये के कारण लोग पार्टी से दूर होते जा रहे हैं। नूंह दंगों के बाद लोगों के जीवन में काफी अस्थिरता आई है।”
नूंह हिंसा पर आफताब अहमद का बयान
आफताब अहमद ने जुलाई 2023 में विहिप के जुलूस के दौरान नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर कहा, “हमने प्रशासन को पहले ही चेतावनी दी थी कि जुलूस के संबंध में भड़काऊ सोशल मीडिया पोस्ट हो रहे हैं। लेकिन प्रशासन ने इसे नजरअंदाज किया। हालात तनावपूर्ण थे, लेकिन इसके बावजूद एसपी और डीसीपी छुट्टी पर थे।”
उन्होंने आगे कहा, “दंगों के बाद घरों को तोड़ने और निर्दोष लोगों की गिरफ्तारी के जरिए स्थानीय निवासियों के खिलाफ असंगत कार्रवाई की गई, जिससे लोग बीजेपी से और भी दूर हो गए।”
आफताब अहमद का चुनावी मुकाबला
आफताब अहमद को हरियाणा में एलओपी भूपिंदर सिंह हुड्डा का करीबी माना जाता है। पिछली हुड्डा सरकार में वे परिवहन मंत्री रह चुके हैं और इस बार फिर नूंह से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला बीजेपी के पूर्व मंत्री संजय सिंह और इनेलो के ताहिर हुसैन से है।